एम्स ने दुर्लभ ब्लड कैंसर से पीड़ित किसान की बचाई जान
एक्यूट प्रोमाइलोसाइटिक ल्यूकेमिया से पीड़ित था मरीज, यह रक्त कैंसर का एक दुर्लभ और आक्रामक रूप है
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एम्स ने दुर्लभ ब्लड कैंसर से पीड़ित किसान की बचाई जान
दुर्लभ कैंसर की बीमारी से जूझ रहे अलीगढ़ के किसान की अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ने जान बचाई है। 33 वर्षीय हरविंदर कुमार को एक्यूट प्रोमाइलोसाइटिक ल्यूकेमिया था। यह बीमारी रक्त कैंसर का एक दुर्लभ और आक्रामक रूप है। मरीज की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने पर एम्स प्रशासन ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया और उनका उपचार किया।
उपचार में शामिल एम्स के डाक्टरों ने बताया कि हरविंदर को 2019 में गंभीर हालत में एम्स में पहुंचाया गया था। वह पूरी तरह बेहोश थे और उनके हीमोग्लोबिन का स्तर चार ग्राम डेसीलीटर था। बचने की कोई उम्मीद नहीं थी। उनकी नाक से खून बह रहा था। हृदय गति रुक सकती थी। उनको फौरन खून चढ़ाए जाने की जरूरत थी। लेकिन, हरविंदर के पास उपचार के लिए न पैसे और न ही कोई ब्लड डोनर था।
गंभीर वित्तीय बाधाओं के कारण स्वजन ने सारी आशा खो दी थी। तभी उनकी मुलाकात एम्स, चिकित्सा समाज कल्याण अधिकारी विवेक कुमार सिंह से हुई। आपात स्थिति को भांपते हुए उन्होंने सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया। मेडिकल टीम और धर्मार्थ ट्रस्ट के समर्थन सहित एम्स में संयुक्त संसाधन जुटाए और हरविंदर के इलाज के लिए धन इकट्ठा करने में कामयाब रहे। हरविंदर ने बताया कि वह अब सामान्य जिंदगी जी रहे हैं।
एम्स में किसी को नहीं जानते थे और फिर भी हर कोई मुझ जैसे गरीब मरीज की मदद के लिए आगे आया। इसके लिए एम्स का शुक्रिया। हेमेटोलाजी विभाग के डा. महापात्रा, डा. तुलिका सेठ, डा. मुकुल अग्रवाल, डा. तेजस्विनी और विवेक कुमार सिंह और अन्य ने उन्हें मौत के मुंह से बचाया है। एम्स के निदेशक डा. एम श्रीनिवास ने कहा, हरविंदर कुमार की सफल रिकवरी मेडिकल स्टाफ की प्रतिबद्धता और क्षमता और एम्स में रोगी की देखभाल की ताकत का प्रमाण है।
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