राष्ट्रीय सेवा भारती नें NDRF के सहयोग से आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण वर्ग का किया शुभारंभ

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में राजेंन्द्र नगर स्थित स्वामी विवेकानंद सरस्वती विद्या मंदिर सभागार में राष्ट्रीय सेवा भारती के द्वारा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के सहयोग से आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण वर्ग का आज से शुभारंभ किया।

Sep 23, 2023 - 17:49
Mar 18, 2024 - 10:18
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राष्ट्रीय सेवा भारती नें NDRF के सहयोग से आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण वर्ग का किया शुभारंभ
आयोजन स्थल : स्वामी विवेकानंद सरस्वती विद्या मंदिर, सभागार, सेक्टर -3, राजेंद्र नगर, साहिबाबाद, जिला- गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में राजेंन्द्र नगर स्थित स्वामी विवेकानंद सरस्वती विद्या मंदिर सभागार में राष्ट्रीय सेवा भारती के द्वारा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के सहयोग से आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण वर्ग का आज से शुभारंभ किया। इस प्रशिक्षण का मूल उद्देश्य, राष्ट्रीय सेवा भारती के स्वप्रेरित स्वयंसेवकों को एक आपदा सुरक्षित समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए तैयार करना है। यह प्रशिक्षण शिविर 23 से 24 सितंबर तक चलने वाला है। जिसमें राष्ट्रीय सेवा भारती द्वारा आपदा के समय किस प्रकार से जन-मानस को सहयोग प्रदान किया जाता है। यह सब कार्यशैली प्रत्येक स्वयंसेवकों को सिखाई जाती है। साथ ही इसमें ओर अधिक गुणवत्ता एवं सहभागिता बढ़ाने के लिए प्रशिक्षिण दिया जाता है।

 

अखिल भारतीय स्तर पर इस प्रकार के दो प्रशिक्षण वर्ग पूर्व में आयोजित किए जा चुके हैं। पहला प्रशिक्षण वर्ग एक एवं दो अक्टूबर 2022 को ब्रह्न्नमुंबई महानगरपालिका के आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण संस्थान के सहयोग से मुंबई में आयोजित किया गया था। जिसमें 129 कार्यकर्ताओं को इस प्रकार का प्रशिक्षण प्रदान किया गया था। दूसरा कार्यक्रम 25 एवं 26 अगस्त 2023 को भुवनेश्वर में आयोजित किया गया। जहां 71 कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया था। इसी क्रम में यह तीसरा प्रशिक्षण वर्ग गाजियाबाद में आयोजित किया जा रहा है। जिसमें दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश के 85 कार्यकर्ता भाग ले रहे हैं। आगे चलकर यही कार्यकर्ता भारत के 350 आपदा प्रवण जिलों में सेवा कार्य में तल्लीन होकर सक्रिय कार्यकर्ताओं को आपदा प्रबंधन की विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षित कर एक सशक्त आपदा सुरक्षित समाज निर्माण में सहयोगी बनेंगे।

इस लक्ष्य को ध्यान में रखकर इन्हें आपदा की पहचान, आपदा चक्र, आपदा, जोखिम, न्यूनीकरण की बारीकियों, आपदा के विभिन्न आयामो, विभिन्न हित धारकों के दायित्व एवं अधिकार, प्राकृतिक अथवा मानवकृत आपदाओं के चपेट में आने वाली संवेदनशील आबादी को जागरूक करने के लिए स्थानीय स्तर पर सुरक्षा एवं बचाव के मॉक ड्रिल करने व पूर्व तैयारी के लिए आवश्यक सुझाव एवं सलाह दी जाएगी। दुर्भाग्यवश,  भारत के किसी कोने में आने वाली आपदा के दौरान प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाना, उनके निष्क्रमण राहत एवं बचाव कार्यों में उत्कृष्ट एवं विशेषज्ञ  के साथ कार्य करने की क्षमता विकसित की जाएगी।

 

आपदा से प्रभावित जीवन एवं जीविका के पुनर्वास एवं पुनर्स्थापना  के कार्यों में भी दक्षता लाई जाएगी। आपदा जनित मानो आघात के रोगियों की चिंता करने एवं उनकी सहायता करने का प्रयास किया जाएगा। इन सभी कार्यों में दक्षता एवं विशेषज्ञों को समाहित करने के लिए प्रांत एवं जिला स्तर पर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि डा० राजेंद्र सिंह, सदस्य, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, एवं विशिष्ट अतिथि, नरेंद्र सिंह बुंदेला (भा० पु० से०), पुलिस महानिरीक्षक, राष्ट्रीय आपदा प्रत्युत्तर बल (IG, NDRF) द्वारा एनडीआरएफ की स्थापना का औचित्य उसकी उपयोगिता, उपलब्धी एवं प्रशिक्षिण के महत्व पर चर्चा की। तथा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के क्षेत्र संघचालक सूर्य प्रकाश टोंक ने अलग-अलग प्रान्त से आए शिक्षार्थियों को आपातकालीन परिस्थिती में स्वयंसेवकों की भूमिका व योगदान पर चर्चा की।

कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा भारती के संगठन मंत्री सुधीर, सह मंत्री विजय पुराणिक, श्री राम कुमार, श्रवण, कृष्ण कुमार, पश्चिम उत्तर प्रदेश क्षेत्र के सेवा प्रमुख धनीराम, मेरठ प्रांत के कुलदीप, आनंद तथा सेवा भारती व राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अन्य कार्यकर्ता बंधु उपस्थित रहे। कार्यक्रम के संयोजक सेवा भारती, वैशाली महानगर के महामंत्री योगेश कौशिक ने मंच संचालन, अतिथियों एवं 16 प्रांतों से आए कार्यकर्ताओं का स्वागत तथा अभिनंदन किया।

Abhishek Chauhan भारतीय न्यूज़ का सदस्य हूँ। एक युवा होने के नाते देश व समाज के लिए कुछ कर गुजरने का लक्ष्य लिए पत्रकारिता में उतरा हूं। आशा है की आप सभी मुझे आशीर्वाद प्रदान करेंगे। जिससे मैं देश में समाज के लिए कुछ कर सकूं। सादर प्रणाम।