बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने भारत की राष्ट्रपति से की मुलाकात: भारत-बांग्लादेश संबंधों में नया अध्याय
नई दिल्ली, 22 जून, 2024 - बांग्लादेश गणराज्य की प्रधानमंत्री महामहिम शेख हसीना ने आज राष्ट्रपति भवन में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की। यह बैठक 9 जून 2024 को भारत में नई सरकार के गठन के बाद आयोजित की गई पहली राजकीय यात्रा है, जिससे दोनों देशों के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री शेख हसीना का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के कुछ ही दिनों बाद उनसे फिर मिलकर बेहद खुशी हुई। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि इस तरह की नियमित बातचीत दोस्ती और सहयोग की उस भावना को दर्शाती है, जिसकी शुरुआत 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम से हुई थी।
प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व में बांग्लादेश की महत्वपूर्ण आर्थिक प्रगति की प्रशंसा करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि बांग्लादेश ने अपने विभिन्न क्षेत्रों में विकास के नए मानक स्थापित किए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और बांग्लादेश विभिन्न क्षेत्रों में अपने सहयोग को मजबूत करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और सहयोग के नए क्षेत्रों में भी प्रवेश कर रहे हैं। राष्ट्रपति ने विश्वास व्यक्त किया कि इससे भारत-बांग्लादेश संबंधों का भविष्य उज्ज्वल होगा।
इस अवसर पर, प्रधानमंत्री शेख हसीना और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने स्निग्ध और सौहार्दपूर्ण बातचीत की। इस दौरान दोनों नेताओं ने आर्थिक संबंधों, विकास साझेदारी, रक्षा सहयोग, ऊर्जा सुरक्षा और कनेक्टिविटी सहित सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों में संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि दोनों देशों के बीच सहयोग और समन्वय को बढ़ावा देने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं, जिनकी जड़ें बहुत गहरी हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व में बांग्लादेश और भारत के बीच संबंध और भी मजबूत होंगे।
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत के प्रति अपने देश की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि बांग्लादेश, भारत के साथ अपने रिश्तों को बहुत महत्व देता है और दोनों देशों के बीच सहयोग को और भी मजबूत बनाने के लिए तत्पर है।
यह बैठक भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई, जहां दोनों देशों ने मिलकर अपने नागरिकों के बेहतर भविष्य के लिए काम करने का संकल्प लिया। इस बैठक ने द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए एक मजबूत आधार प्रदान किया है।