स्मार्टफोन, लैपटॉप अमेरिकी टैरिफ से बाहर

स्मार्टफोन, लैपटाप अमेरिकी टैरिफ से बाहर  स्मार्टफोन और लैपटॉप के अमेरिकी टैरिफ से बाहर होने के बारे में है, जो इन उत्पादों को आयात करते समय अमेरिकी व्यापार नीति में विशेष छूट प्राप्त करने की स्थिति को दर्शाता है। यह टैरिफ-मुक्त इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो व्यापार में लचीलेपन और लागत में कमी लाता है।

स्मार्टफोन, लैपटॉप अमेरिकी टैरिफ से बाहर

स्मार्टफोन, लैपटाप अमेरिकी टैरिफ से बाहर 

एपल, सैमसंग और एनवीडिया जैसी कंपनियों को इस फैसले से होगा लाभ चीन के इलेक्ट्रानिक उत्पादों को 125% के टैरिफ से मिलेगी छूट पारस्परिक टैरिफ को लेकर अमेरिका ने एक और यूटर्न लिया है। ट्रंप प्रशासन ने स्मार्टफोन, लैपटाप और कंप्यूटर समेत कई अन्य इलेक्ट्रानिक सामान को पारस्परिक टैरिफ से बाहर रखने की घोषणा की है। इस कदम से अमेरिका से बाहर बनने वाली लोकप्रिय उपभोक्ता इलेक्ट्रानिक वस्तुओं की कीमतें कम रखने में मदद मिलेगी।

अमेरिका बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रानिक वस्तुओं का चीन से आयात करता है। अब ट्रंप प्रशासन के नए फैसले से चीन को इन उत्पादों पर 125 प्रतिशत के पारस्परिक शुल्क से छूट मिल गई है। हालांकि, पहले से जारी 20 प्रतिशत शुल्क लागू रहेगा। इस घोषणा से फौरी तौर पर एपल, सैमसंग और डेल जैसी बड़ी टेक कंपनियों और एनवीडिया जैसी चिप निर्माता कंपनी को भी लाभ होगा। इनमें से कई कंपनियां चीन में अपने उत्पादों का निर्माण करती हैं। एपल अपने 80 प्रतिशत आइफोन चीन में बनाती है।

यूएस कस्टम्स एंड बार्डर प्रोटेक्शन  एजेंसी ने शुक्रवार देर रात एक सूची प्रकाशित की, जिसमें उन उत्पादों की लंबी सूची शामिल है, जिन पर पारस्परिक शुल्क लागू नहीं होंगे। स्मार्टफोन, लैपटाप और कंप्यूटर के अलावा सेमीकंडक्टर, ट्रांजिस्टर, मेमोरी चिप्स और फ्लैट पैनल डिस्प्ले पर भी पारस्परिक टैरिफ लागू नहीं होगा, जिनका अमेरिका में बड़े पैमाने पर निर्माण नहीं होता है। यह फैसला पांच अप्रैल की आधी रात 12:01 बजे से प्रभावी माना जाएगा।

ट्रंप प्रशासन ने इस कदम के लिए कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है। हालांकि, यह कदम राष्ट्रपति ट्रंप के अधिकतम टैरिफ से एक और कदम पीछे हटने का उदाहरण है।