4 नवंबर 1509 - अल्फांसो द अल्बुकर्क भारत में पुर्तग़ाली वायसराय बने
अल्फांसो द अल्बुकर्क, पुर्तगाली साम्राज्य का महत्वपूर्ण योद्धा और भारत में दूसरे वायसराय थे। उन्हें विशेष रूप से भारत में पुर्तगाली सत्ता को मजबूत करने और अपने साहसिक युद्ध अभियानों के लिए जाना जाता है। गोवा को जीतकर उन्होंने इसे पुर्तगाली साम्राज्य का मुख्यालय बनाया। उनके शासन ने पुर्तगाल को एशिया में व्यापारिक नियंत्रण और सामरिक शक्ति प्रदान की, जो बाद में भारतीय उपमहाद्वीप में यूरोपीय उपस्थिति का आधार बना।
4 नवंबर 1619 - फ्रेडरिक पंचम बने बोहेमिया के राजा
फ्रेडरिक पंचम ने 1619 में बोहेमिया का ताज पहनकर यूरोपीय शक्ति संतुलन को चुनौती दी। हालांकि उनका शासन अल्पकालिक था और 1620 में उसे समाप्त कर दिया गया, पर उनके इस कार्य ने यूरोप में तीस साल के युद्ध को गति दी। फ्रेडरिक का संघर्ष और संक्षिप्त शासन काल बोहेमिया और पवित्र रोमन साम्राज्य के इतिहास में एक निर्णायक अध्याय माना जाता है।
4 नवंबर 1822 - दिल्ली में जल आपूर्ति योजना का शुभारंभ
दिल्ली में जल आपूर्ति योजना 1822 में प्रारंभ हुई, जो शहर के लोगों के लिए एक अत्यंत आवश्यक पहल थी। इस योजना का उद्देश्य राजधानी क्षेत्र में पानी की नियमित आपूर्ति करना था, जिससे स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सके। ब्रिटिश शासनकाल में दिल्ली की बुनियादी ढांचे के विकास के प्रयासों में यह योजना महत्वपूर्ण थी और आज भी यह शहर की जल व्यवस्था के विकास में योगदान देती है।
4 नवंबर 1856 - जेम्स बुकानन बने अमेरिका के राष्ट्रपति
जेम्स बुकानन ने अमेरिका के 15वें राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभाला। उनका कार्यकाल अमेरिकी इतिहास में गृहयुद्ध की पृष्ठभूमि तैयार करने वाला माना जाता है। बुकानन के प्रशासन में उत्तरी और दक्षिणी राज्यों के बीच तनाव बढ़ा और यह गृहयुद्ध का कारण बना। बुकानन को एक ऐसे राष्ट्रपति के रूप में देखा जाता है जिन्होंने उस विभाजन को रोका नहीं, जो अंततः अमेरिकी समाज के पुनर्निर्माण का कारण बना।
4 नवंबर 1875 - मैसाचुसेट्स राइफल एसोसिएशन की स्थापना
अमेरिका के बोस्टन में मैसाचुसेट्स राइफल एसोसिएशन की स्थापना हुई। यह संगठन अमेरिका का सबसे पुराना राइफल क्लब है और इसे सुरक्षा, राइफल प्रशिक्षण और खेल उद्देश्यों के लिए स्थापित किया गया था। यह क्लब न केवल निशानेबाजी की प्रतियोगिताओं को बढ़ावा देता है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और राइफल प्रशिक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने का काम भी करता है।
4 नवंबर 1911 - मोरक्को और कांगो को लेकर फ्रांस और जर्मनी में समझौता
अफ्रीकी देशों मोरक्को और कांगो के संबंध में फ्रांस और जर्मनी के बीच एक समझौता हुआ। इसे अक्सर "अगादिर संकट" के रूप में जाना जाता है। इस संधि के माध्यम से दोनों देशों ने अपने उपनिवेशों की स्थिति को निर्धारित किया, जिससे यूरोप में बढ़ते तनाव को नियंत्रित करने का प्रयास किया गया। इस समझौते ने उपनिवेशवाद और यूरोपीय शक्तियों के बीच साम्राज्यवादी संघर्षों को उजागर किया।
4 नवंबर 1984 - ओ बी अग्रवाल एमेच्योर स्नूकर के विश्व चैंपियन बने
भारतीय स्नूकर खिलाड़ी ओ बी अग्रवाल ने 1984 में विश्व एमेच्योर स्नूकर चैंपियनशिप जीती, जिससे वह इस प्रतिष्ठित खिताब को हासिल करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने। उनकी इस जीत ने स्नूकर को भारत में लोकप्रिय बनाया और नए खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी। ओ बी अग्रवाल का यह ऐतिहासिक प्रदर्शन आज भी भारतीय खेल जगत में गर्व का प्रतीक है।
4 नवंबर 1997 - सियाचीन बेस कैम्प में एस.टी.डी. बूथ की स्थापना
भारतीय सेना ने सियाचीन ग्लेशियर पर दुनिया का सबसे ऊंचा एस.टी.डी. बूथ स्थापित किया। यह सुविधा सैनिकों को अपने परिवारों से संपर्क करने का साधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्थापित की गई थी। सियाचीन में अत्यधिक कठिन परिस्थितियों में तैनात सैनिकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी, जो भारतीय सेना की तकनीकी और मानवता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
4 नवंबर 2000 - परमाणु हथियारों पर प्रतिबंध का जापानी प्रस्ताव पारित
संयुक्त राष्ट्र में जापान द्वारा परमाणु हथियारों पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें विखंडनीय पदार्थों के उत्पादन पर भी रोक का प्रावधान था। भारत ने इस प्रस्ताव का विरोध किया, परंतु इसके बावजूद इसे समर्थन मिला। इस प्रस्ताव का उद्देश्य वैश्विक शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देना था, जिससे परमाणु हथियारों का प्रसार कम किया जा सके।
4 नवंबर 2002 - चीन और आसियान के बीच मुक्त व्यापार क्षेत्र संधि
चीन ने 2002 में आसियान (ASEAN) देशों के साथ मुक्त व्यापार क्षेत्र संधि पर हस्ताक्षर किए। यह संधि एशिया में व्यापार और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी। इस समझौते के तहत, दोनों पक्षों ने व्यापारिक और आर्थिक बाधाओं को कम किया, जिससे व्यापारिक संबंधों में सुधार हुआ।
4 नवंबर 2003 - श्रीलंका की राष्ट्रपति चंद्रिका कुमारतुंगा ने मंत्रियों को बर्खास्त किया
श्रीलंका की राष्ट्रपति चंद्रिका कुमारतुंगा ने 2003 में रक्षा, गृह, और सूचना मंत्रियों को बर्खास्त करते हुए संसद को निलंबित कर दिया। यह कदम राजनीतिक संकट का परिणाम था। उनके इस निर्णय ने श्रीलंका की राजनीति में उथल-पुथल मचाई और राजनीतिक स्थिरता को खतरे में डाल दिया।
4 नवंबर 2005 - तेल के बदले खाद्यान्न योजना में गड़बड़ी की रिपोर्ट
संयुक्त राष्ट्र की ईराक के लिए तेल के बदले खाद्यान्न योजना में हुए भ्रष्टाचार की जांच करने वाले पॉल वोल्कर ने कहा कि सभी आरोपियों को स्पष्टीकरण का अवसर दिया गया था। इस रिपोर्ट में भ्रष्टाचार और दुरुपयोग के आरोप थे, जिसने वैश्विक स्तर पर संयुक्त राष्ट्र की प्रतिष्ठा को प्रभावित किया और संगठन में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया।
4 नवंबर 2008 - भारत सरकार ने गंगा नदी को राष्ट्रीय नदी घोषित किया
भारत सरकार ने 2008 में गंगा नदी को राष्ट्रीय नदी घोषित किया। यह निर्णय गंगा को प्रदूषण मुक्त और उसके जल को संरक्षित करने के उद्देश्य से लिया गया। गंगा भारत की सांस्कृतिक, धार्मिक और प्राकृतिक धरोहर का प्रतीक है, और इसे राष्ट्रीय नदी घोषित करने से इसके संरक्षण के प्रयासों में वृद्धि हुई।
4 नवंबर 2008 - बराक ओबामा पहले अफ्रीकी अमेरिकी राष्ट्रपति बने
बराक ओबामा ने 2008 में अमेरिका के पहले अफ्रीकी मूल के राष्ट्रपति बनकर इतिहास रचा। उनकी जीत ने न केवल अमेरिका, बल्कि पूरी दुनिया में सकारात्मकता और समानता की भावना को प्रोत्साहित किया। उनके कार्यकाल में स्वास्थ्य, शिक्षा और विदेशी नीति में सुधार के लिए कई ऐतिहासिक कदम उठाए गए।
4 नवंबर 2015 - दक्षिणी सूडान में विमान दुर्घटना
दक्षिणी सूडान के जूबा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक कार्गो विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे 37 लोगों की मौत हो गई। यह घटना विमानन सुरक्षा पर सवाल उठाती है और आपातकालीन प्रतिक्रिया में सुधार की आवश्यकता को इंगित करती है।
4 नवंबर 2015 - पाकिस्तान में इमारत ढहने से त्रासदी
पाकिस्तान के लाहौर में एक इमारत ढहने से 45 लोगों की मौत हो गई और लगभग 100 लोग घायल हो गए। यह घटना निर्माण गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों के अभाव को उजागर करती है। इस त्रासदी ने पाकिस्तान में भवन निर्माण के नियमों में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया।
4 नवंबर का इतिहास
4 नवंबर के दिन इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुईं। 1509 में अल्फांसो द अल्बुकर्क भारत में पुर्तग़ालियों के दूसरे वायसराय बने। 1619 में फ्रेडरिक पंचम बोहेमिया के राजा बने। 1822 में दिल्ली में जल आपूर्ति योजना का औपचारिक शुभारंभ हुआ। 1856 में जेम्स बुकानन अमेरिका के 15वें राष्ट्रपति बने। 1875 में मैसाचुसेट्स राइफल एसोसिएशन की स्थापना हुई। 1911 में फ्रांस और जर्मनी के बीच मोरक्को और कांगो को लेकर समझौता हुआ। 1984 में ओ बी अग्रवाल विश्व स्नूकर चैंपियन बने। 2000 में संयुक्त राष्ट्र ने परमाणु हथियारों पर प्रतिबंध का जापान का प्रस्ताव पारित किया।
4 नवंबर को जन्मे व्यक्ति
रीता भादुड़ी (1955): रीता भादुड़ी हिंदी फिल्म और टीवी उद्योग की प्रमुख अभिनेत्री थीं। अपने सादगी भरे अभिनय से उन्होंने दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बनाई। "राजा", "बेटा" और टीवी सीरियल "कुमकुम" में उनके किरदार बेहद लोकप्रिय हुए।
डेविड जूलियस (1955): अमेरिकी फिजियोलॉजिस्ट डेविड जूलियस ने तापमान और दर्द के अनुभव को समझने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके शोध के लिए उन्हें 2021 में फिजियोलॉजी और मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार दिया गया।
पद्मावती बंदोपाध्याय (1944): भारतीय वायुसेना की पहली महिला एयर मार्शल, पद्मावती बंदोपाध्याय ने महिला अधिकारियों के लिए नई राहें खोलीं। उन्होंने चिकित्सा सेवाओं में महत्वपूर्ण योगदान दिया और अनेक पुरस्कार प्राप्त किए।
विजया मेहता (1934): भारतीय फिल्मकार विजया मेहता अपने रचनात्मक दृष्टिकोण के लिए जानी जाती हैं। उनकी फ़िल्मों और थिएटर कार्यों में समाज के जटिल पहलुओं को पेश किया गया है, जो कला में उनके योगदान को दर्शाता है।
औरंगज़ेब (1618): मुगल साम्राज्य के छठे शासक, औरंगज़ेब का शासनकाल धार्मिक और साम्राज्य विस्तार के लिए जाना जाता है। वह अपनी कठोर नीतियों के लिए भी प्रसिद्ध थे, जिनसे कई ऐतिहासिक बदलाव हुए।
वासुदेव बलवंत फड़के (1845): वासुदेव बलवंत फड़के भारत के स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख क्रांतिकारी थे। उनके प्रयासों ने अंग्रेज़ों के खिलाफ जन समर्थन जुटाया और स्वतंत्रता संग्राम को एक नई दिशा दी।
भाई परमानंद (1876): भाई परमानंद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रांतिकारी थे। उनके विचारों और संघर्षों ने कई युवाओं को प्रेरित किया और देशभक्ति की भावना को प्रबल किया।
जमनालाल बजाज (1889): स्वतंत्रता सेनानी और उद्योगपति जमनालाल बजाज, महात्मा गांधी के करीबी सहयोगी थे। वे अपने सामाजिक सुधार कार्यों और मानव कल्याण के लिए जाने जाते हैं।
तब्बू (1970): तब्बू भारतीय सिनेमा की प्रमुख अभिनेत्री हैं। उन्होंने "मकबूल," "चांदनी बार," और "अंधाधुन" जैसी फिल्मों में उत्कृष्ट अभिनय कर अपनी पहचान बनाई।
जयकिशन (1932): संगीतकार जोड़ी शंकर-जयकिशन के सदस्य, जयकिशन ने भारतीय सिनेमा में कई लोकप्रिय धुनें दीं, जिनका असर आज भी सुनाई देता है।
छबीलदास मेहता (1925): कांग्रेस नेता और गुजरात के मुख्यमंत्री छबीलदास मेहता अपने सामाजिक कार्यों और नेतृत्व क्षमता के लिए जाने जाते हैं।
शकुंतला देवी (1929): शकुंतला देवी, जिन्हें "मानव कंप्यूटर" कहा जाता है, एक महान गणितज्ञ थीं। उनकी गणना क्षमताओं ने उन्हें विश्व स्तर पर प्रसिद्धि दिलाई।
4 नवंबर को हुए निधन
शंभू महाराज (1970): कत्थक नर्तक और गुरु शंभू महाराज भारतीय शास्त्रीय नृत्य कला में एक महत्वपूर्ण हस्ताक्षर माने जाते हैं। उनके नृत्य में कथ्य और भावनाओं का अनूठा मिश्रण देखने को मिलता था।
4 नवंबर के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव
अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रास दिवस: यह सप्ताह चिकित्सा सहायता, मानवता, और विश्व में शांति लाने के लिए समर्पित है। रेड क्रॉस का योगदान समाज में बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है, जो कठिन समय में लोगों की मदद करता है।