हुस्न का जाल और ना’PAK’ खेल… कौन है नेहा शर्मा? जिसके चंगुल में फंसे 4 भारतीय अफसर

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हनीट्रैप जाल एक बार फिर बेनकाब हुआ है. नेहा शर्मा नाम की फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल के जरिए चार भारतीय अफसरों को फंसाया गया. इनमें ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंजीनियर, सिग्नल मैन और ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के अधिकारी शामिल हैं . आईएसआई ने सोशल मीडिया पर भारतीय नामों से अकाउंट बनाकर संवेदनशील जानकारियां हासिल कीं.

Mar 20, 2025 - 18:48
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हुस्न का जाल और ना’PAK’ खेल… कौन है नेहा शर्मा? जिसके चंगुल में फंसे 4 भारतीय अफसर
हुस्न का जाल और ना’PAK’ खेल… कौन है नेहा शर्मा? जिसके चंगुल में फंसे 4 भारतीय अफसर

पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) लंबे समय से भारत पर आंख गड़ाए बैठी है. सिक्योरिटी से जुड़े ठिकानों से सीक्रेट जानकारियां हासिल करने के लिए ये संगठन हर मुमकिन कोशिश करता रहता है. इसी बीच इसी संगठन की एक कड़ी में ‘नेहा शर्मा’ नाम का फर्जी फेसबुक अकाउंट सुरक्षा एजेंसियों के लिए सिरदर्द बन चुका है. दरअसल, इस अकाउंट के जरिए डिफेंस सेक्टर में काम कर रहे कई लोगों को हनीट्रैप का शिकार बनाया गया.

इस फर्जी प्रोफाइल के जाल में अब तक चार भारतीय अफसर फंस चुके हैं, जिनमें ब्रहमोस एयरोस्पेस का इंजीनियर, सिग्नल मैन और ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के अधिकारी शामिल हैं. हाल ही में कानपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में काम कर रहे विकास को इसी हनीट्रैप मामले में गिरफ्तार किया गया है. उससे पहले विकास के दोस्त रविंद्र को भी इसी जासूसी गिरोह के साथ संबंध रखने के आरोप में पकड़ा गया था.

कैसे काम करता है पाकिस्तान का ‘नेहा शर्मा’ गैंग?

भारतीय खुफिया एजेंसियों और एटीएस (ATS) की जांच में खुलासा हुआ है कि आईएसआई सोशल मीडिया पर ‘नेहा शर्मा’ और ‘पूजा रंजन’ जैसे हिंदू नामों से फर्जी अकाउंट बनाती है. इन अकाउंट्स से भारतीय सेना, रक्षा संस्थानों और वैज्ञानिक संगठनों से जुड़े लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जाती है. जब कोई अधिकारी इस फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार कर लेता है, तो धीरे-धीरे निजी बातचीत शुरू की जाती है. फिर चैट, वीडियो कॉल और तस्वीरों के जरिए उन्हें हनीट्रैप में फंसाया जाता है.

पहले भी कई अधिकारी फंस चुके हैं

यह पहली बार नहीं है जब ‘नेहा शर्मा’ नाम के फर्जी प्रोफाइल से भारतीय सैन्य अधिकारियों को जाल में फंसाया गया हो. साल 2018 में ब्रह्मोस एयरोस्पेस के इंजीनियर निशांत अग्रवाल को इसी तरह फंसाकर संवेदनशील जानकारी लीक करवाई गई थी. साल 2021 में भारतीय सेना के सिग्नल मैन सौरभ शर्मा भी इसी हनीट्रैप का शिकार हो चुके हैं.

सोशल मीडिया पर कैसे बिछाया गया जाल?

‘नेहा शर्मा’ और ‘पूजा रंजन’ नाम के फर्जी फेसबुक अकाउंट्स का विश्लेषण करने पर पाया गया कि इन अकाउंट्स में असली भारतीय लड़कियों की तस्वीरें इस्तेमाल की गई थीं. इन प्रोफाइल्स को आईएसआई के एजेंट पाकिस्तान से ऑपरेट कर रहे थे. उदाहरण के लिए, ‘नेहा शर्मा’ के फेसबुक प्रोफाइल पर लंदन मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने का दावा किया गया था, जबकि जांच में सामने आया कि यह फर्जी जानकारी थी.

‘नेहा शर्मा’ ने भारतीय अफसरों को कैसे फंसाया?

खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार, ‘नेहा शर्मा’ के जाल में फंसे निशांत अग्रवाल और सौरभ शर्मा को पैसे और गिफ्ट्स का लालच दिया गया. उनसे सीक्रेट सैन्य फाइल्स और तकनीकी जानकारी मांगी गई. कानपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के विकास और रविंद्र से भी सीक्रेट जानकारियां ली गई थीं, जिसके चलते वे गिरफ्तार हो चुके हैं.

आईएसआई के लिए कैसे काम करते हैं ये जासूस?

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई भारत में अपने स्लीपर सेल के जरिए सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट ऑपरेट करवाती है. इन अकाउंट्स से भारतीय अधिकारियों को टारगेट किया जाता है. आईएसआई इन जालसाजों को मोटी रकम देती है, ताकि वे भारतीय सैन्य अधिकारियों को भावनात्मक रूप से फंसाकर संवेदनशील जानकारियां निकाल सकें. जब कोई अधिकारी जाल में फंस जाता है, तो उससे वीडियो कॉल या निजी तस्वीरों के जरिए ब्लैकमेलिंग भी की जाती है.

एजेंसियों की जांच में क्या खुलासा हुआ?

एनआईए (NIA) और महाराष्ट्र एटीएस (ATS) की जांच में यह खुलासा हुआ कि ‘नेहा शर्मा’ नामक प्रोफाइल से जुड़ने वाले लगभग सभी लोग भारतीय सेना, डीआरडीओ, ब्रह्मोस और बीएसएफ से जुड़े हुए थे. सुरक्षा एजेंसियों ने पाया कि काम पूरा होने के बाद इन फर्जी अकाउंट्स को तुरंत डिलीट कर दिया जाता था, ताकि कोई सबूत न बचे.

अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां

इस खुलासे के बाद भारतीय खुफिया एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं. सैन्य अधिकारियों और सरकारी कर्मचारियों को सोशल मीडिया के इस्तेमाल को लेकर सख्त निर्देश जारी किए गए हैं. अब सैन्य कर्मियों को अनजान प्रोफाइल्स से बातचीत करने और संवेदनशील जानकारी साझा करने से मना किया गया है.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,