जेलेंस्की का दांव, ट्रंप को लालच…क्या तीसरे विश्व युद्ध का ट्रिगर बनेगा जेपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट?

जेपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट अब सिर्फ एक ऊर्जा केंद्र नहीं, बल्कि कूटनीतिक घमासान का नया अखाड़ा बन चुका है. अगर अमेरिका ने इस प्लांट में दखल दिया, तो रूस इसे युद्ध भड़काने की कोशिश मानेगा. इससे अमेरिका-रूस के बीच तनाव और बढ़ सकता है और यूक्रेन में युद्ध एक नए चरण में प्रवेश कर सकता है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यह प्लांट तीसरे विश्व युद्ध का ट्रिगर बनेगा?

Mar 22, 2025 - 05:29
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जेलेंस्की का दांव, ट्रंप को लालच…क्या तीसरे विश्व युद्ध का ट्रिगर बनेगा जेपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट?
जेलेंस्की का दांव, ट्रंप को लालच…क्या तीसरे विश्व युद्ध का ट्रिगर बनेगा जेपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट?

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने एक ऐसा दांव खेला है, जिसने न केवल रूस बल्कि अमेरिका को भी असमंजस में डाल दिया है. जेपोरझिया न्यूक्लियर प्लांट (ZNPP), जो फिलहाल रूस के नियंत्रण में है, अब एक कूटनीतिक मोहरा बन चुका है. जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत के दौरान इस प्लांट को अमेरिकी निवेश के लिए खोलने की इच्छा जताई. लेकिन बड़ा सवाल यह है—जब जेपोरिजिया पर रूस का कब्जा है, तो अमेरिका इसे कैसे हासिल करेगा?

ZNPP के लिए ट्रंप-पुतिन आमने-सामने?

मार्च 2022 से रूस जेपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट पर नियंत्रण बनाए हुए है. यह प्लांट यूक्रेन की ऊर्जा जरूरतों का एक-तिहाई उत्पादन करता है और रणनीतिक रूप से बेहद अहम है. ऐसे में ट्रंप का यह कदम अमेरिका और रूस को सीधी टक्कर में ला सकता है.

ट्रंप-जेलेंस्की और पुतिन की नई चालें!

ट्रंप के यूक्रेन मामले के सलाहकार और पूर्व जनरल कीथ कैलॉग के मुताबिक, जब ट्रंप ने जेलेंस्की से पूछा कि क्या वे .जेपोरिजिया प्लांट में अमेरिकी निवेश पर विचार करेंगे, तो जेलेंस्की ने तुरंत ‘हां’ कह दिया! कैलॉग का कहना है कि यह प्रस्ताव ट्रंप के लिए ‘थ्री-डाइमेंशनल चेस’ जैसा है, जिसमें वे रूस, यूक्रेन और अमेरिकी हितों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रहे हैं.

जेपोरिजिया प्लांट पुतिन के लिए रेड लाइन!

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के लिए जेपोरिजिया सिर्फ एक न्यूक्लियर प्लांट नहीं, बल्कि यूक्रेन में रूसी प्रभुत्व का प्रतीक है. रूस और यूक्रेन इस प्लांट को लेकर लगातार एक-दूसरे पर हमले करने का आरोप लगाते रहे हैं. रूसी रक्षा मंत्रालय का दावा है कि यूक्रेन ने इस प्लांट को दोबारा कब्जे में लेने के लिए कई बार हमले किए, लेकिन वे सभी नाकाम रहे.

दूसरी ओर, यूक्रेन का कहना है कि रूस इस प्लांट को ‘न्यूक्लियर वेपन’ की तरह इस्तेमाल कर रहा है. इस प्लांट की सुरक्षा रूसी सेना कर रही है और महज पांच किलोमीटर की दूरी पर यूक्रेनियन सैनिकों ने मोर्चा ले रखा हैं. अब सवाल यह है कि अगर अमेरिका इस प्लांट को अपने नियंत्रण में लेने की कोशिश करता है, तो रूस की प्रतिक्रिया क्या होगी? क्या ट्रंप और पुतिन इस मुद्दे पर सीधा टकराव करेंगे?

Zaporizhzhia Nuclear Power Plant

जेपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट

क्या ZNPP के सौदे से अमेरिका-रूस की दोस्ती टूटेगी?

हाल ही में ट्रम्प और पुतिन के बीच फोन पर दो बार बातचीत हुई है, जिसमें ट्रंप ने रूस और यूक्रेन के बीच लंबी दूरी के हमलों को रोकने का प्रस्ताव दिया था लेकिन अब जब जेलेंस्की खुले तौर पर ZNPP को अमेरिका को सौंपने की बात कर रहे हैं, तो यह समीकरण पूरी तरह बदल सकता है. अगर अमेरिका ने इस प्लांट में दखल दिया, तो रूस इसे युद्ध भड़काने की कोशिश मानेगा. इससे अमेरिका-रूस के बीच तनाव और बढ़ सकता है और यूक्रेन में युद्ध एक नए चरण में प्रवेश कर सकता है.

जेपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट से एक्सक्लूसिव ग्राउंड रिपोर्ट

टीवी9 भारतवर्ष की टीम को .जेपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट के अंदर जाने का विशेष अवसर मिला, जहां हमने तबाही के निशान और हाल के हमलों की हकीकत को करीब से देखा. 100 से ज्यादा ड्रोन हमले पिछले हफ्तों में जेपोरिजिया प्लांट पर हुए. हमने एक अमेरिकी मिसाइल का टुकड़ा देखा, जो प्लांट के अंदर गिरा था. रूस ने इस मिसाइल के अवशेष IAEA को सौंपे, ताकि यह साबित किया जा सके कि अमेरिका-यूक्रेन इस प्लांट पर हमला कर रहे हैं. जेपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट अब सिर्फ एक ऊर्जा केंद्र नहीं, बल्कि कूटनीतिक घमासान का नया अखाड़ा बन चुका है. ऐसे में यह सवाल भी सामने आकर खड़ा हो गया है कि क्या यह प्लांट तीसरे विश्व युद्ध का ट्रिगर बनेगा?

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,