बलरामपुर में युवक ने BJP की जीत के लिए काटी अपनी उंगली
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में एक युवक ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत के लिए देवी मंदिर में अपनी उंगली काटकर चढ़ा दी। सामरी विधानसभा क्षेत्र के निवासी दुर्गेश पांडेय ने 4 जून को मतगणना के दौरान बीजेपी के पिछड़ते रुझानों को देखकर यह चरम कदम उठाया।
जब दोपहर तक आ रहे चुनावी रुझानों में भाजपा कई स्थानों से पिछड़ती नजर आई, तो दुर्गेश पांडेय सावंत सरना के प्राचीन काली मंदिर पहुंचा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के उत्साह और बीजेपी के पिछड़ते रुझानों से हताश होकर उसने मंदिर में जाकर मन्नत मांगी। उसने अपनी बाएं हाथ की उंगली को आधा काटकर देवी को चढ़ा दिया, यह मानते हुए कि ऐसा करने से बीजेपी की जीत सुनिश्चित होगी।
दुर्गेश की हालत बिगड़ने पर उसे अंबिकापुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका तुरंत इलाज किया गया। डॉक्टरों ने उसकी स्थिति स्थिर बताई और इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। अब वह पूरी तरह स्वस्थ है और अपने घर लौट चुका है।
इस घटना ने स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है। स्थानीय लोगों ने इस घटना पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ इसे आस्था का चरम मानते हैं, जबकि अन्य इसे अंधविश्वास और अतिवाद की संज्ञा दे रहे हैं।
दुर्गेश ने बताया कि मतगणना के शुरुआती रुझानों को देखकर वह पूरी तरह निराश हो गया था। उसे लगा कि कांग्रेस जीत की ओर बढ़ रही है, जिससे उसके मन में असुरक्षा की भावना बढ़ गई। अपनी मन्नत को पूरा करने के लिए उसने यह बलिदान दिया।
यह घटना चुनावी राजनीति में व्यक्तिगत बलिदानों के उदाहरण के रूप में सामने आई है। बलरामपुर जिले के लोगों के बीच इस पर चर्चा जारी है, और यह मुद्दा स्थानीय मीडिया में भी प्रमुखता से उभर कर आया है। दुर्गेश के इस कदम ने दिखाया है कि राजनीति किस हद तक व्यक्तिगत जीवन और आस्थाओं को प्रभावित कर सकती है।