ओलंपिक में कांस्य पदक से चूके धीरज बोम्मादेवरा और अंकिता भकत की जोड़ी
ओलंपिक में कांस्य पदक से चूके धीरज बोम्मादेवरा और अंकिता भकत की जोड़ी
पेरिस ओलंपिक में भारतीय तीरंदाजी मिश्रित युगल जोड़ी धीरज बोम्मादेवरा और अंकिता भकत कांस्य पदक जीतने से चूक गए। कांस्य पदक मुकाबले में उनका सामना अमेरिका की कैसी कोउफहोल्ड और ब्रैडी एलिसन की जोड़ी से हुआ। भारतीय जोड़ी को 2-6 से हार का सामना करना पड़ा।
मैच के बाद धीरज ने बताया कि ओलंपिक गांव में गर्मी और एसी न होने की वजह से उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि खेल में उन्होंने अपनी पूरी कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्यवश परिणाम हमारे पक्ष में नहीं रहा।
मैच की शुरुआत में ही अमेरिकी जोड़ी ने बढ़त बना ली। पहले सेट में कोउफहोल्ड और एलिसन ने 19 का स्कोर किया, जबकि भारतीय जोड़ी ने 17 अंक बनाए। इस तरह अमेरिका ने 38-37 से पहला सेट अपने नाम किया। दूसरे सेट में भी अमेरिकी जोड़ी ने बढ़त बनाए रखी और 37-35 से जीत हासिल की।
तीसरे सेट में भारतीय जोड़ी ने वापसी की और 38-33 से जीत हासिल की, जिससे स्कोर 2-4 हो गया। चौथे सेट में भारतीय जोड़ी ने संघर्ष किया, लेकिन अमेरिकी जोड़ी ने 37-35 से जीत दर्ज की और मैच 6-2 से अपने नाम किया।
धीरज और अंकिता ने क्वार्टर फाइनल में स्पेन की पाब्लो गोंजालेस और ईलिया केनालेस की जोड़ी को 5-3 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। सेमीफाइनल में उनका मुकाबला कोरिया की शियोन लिम और वूजिन किम की जोड़ी से हुआ, जहां उन्हें 2-6 से हार का सामना करना पड़ा।
कांस्य पदक से चूकने के बावजूद धीरज और अंकिता की यह उपलब्धि भारतीय तीरंदाजी के लिए गर्व की बात है। ओलंपिक में भारतीय तीरंदाजी टीम का यह प्रदर्शन आने वाले समय में और बेहतर होने की उम्मीद है। भारतीय तीरंदाजी संघ और खेल प्रेमियों ने दोनों खिलाड़ियों की सराहना की और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
What's Your Reaction?