लश्कर और जैश के आतंकवादियों की घुसपैठ के सिलसिले में NIA की छापेमारी, जम्मू के 12 जगहों की जांच

एनआईए ने अपने ऑपरेशन के तहत केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के जम्मू जिले में कुल 12 जगहों पर तलाशी ली और आतंकवादियों को ओवर ग्राउंड वर्कर्स से जोड़ने वाली कई आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की. एनआईए की टीमें आतंकी साजिश का पर्दाफाश करने के लिए सामग्री की जांच भी कर रही हैं.

Mar 19, 2025 - 19:10
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लश्कर और जैश के आतंकवादियों की घुसपैठ के सिलसिले में NIA की छापेमारी, जम्मू के 12 जगहों की जांच
लश्कर और जैश के आतंकवादियों की घुसपैठ के सिलसिले में NIA की छापेमारी, जम्मू के 12 जगहों की जांच

भारत सीमा पार से हो रही आतंकवादी गतिविधियों को लेकर लगातार अलर्ट है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सीमा पार से भारतीय क्षेत्र में एक्टिव आतंकवादियों की घुसपैठ की सूचना मिलने पर जम्मू के कई क्षेत्रों में तलाशी ली. ये आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से जुड़े हुए थे.

राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आज बुधवार को जम्मू में कई ठिकानों की तलाशी ली. एनआईए की टीमों ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) जैसे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के नवगठित संगठनों और सहयोगियों से जुड़े ओवर ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के घरों की गहन तलाशी ली.

भारत के खिलाफ साजिश रच रहे थे आतंकी

आतंकवाद विरोधी जांच एजेंसी की ओर से RC-04/2024/NIA/JMU मामले में की गई कार्रवाई के तहत इन संगठनों के समर्थकों और कार्यकर्ताओं के परिसरों की भी गहन तलाशी ली गई. यह छापेमारी कुछ महीने पहले सुरक्षा बलों और नागरिकों पर आतंकवादी हमलों से जुड़ा है, जो भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए आतंकवादी संगठनों की ओर से रची गई एक बड़ी आपराधिक साजिश का हिस्सा था.

एनआईए ने आज के अपने ऑपरेशन के तहत केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के जम्मू जिले में कुल 12 जगहों पर तलाशी ली और आतंकवादियों को ओवर ग्राउंड वर्कर्स से जोड़ने वाली कई आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की. एनआईए की टीमें आतंकी साजिश का पर्दाफाश करने के लिए सामग्री की जांच भी कर रही हैं.

सहयोग की मदद से घाटी तक पहुंच गए आतंकी

एजेंसी की ओर से यह कार्रवाई एनआईए को लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के आतंकवादियों के अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा (एलओसी) के जरिए भारत में घुसपैठ के बारे में मिली जानकारी के बाद की गई.

रिपोर्टों से यह भी पता चला है कि आतंकवादियों को ओजीडब्ल्यू और सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले आतंकी सहयोगियों की ओर से मदद की गई थी. इस मदद में आतंकवादियों को रसद की मदद, भोजन, आश्रय और पैसा मुहैया करने के अलावा, जम्मू क्षेत्र के बेहद दुर्गम इलाकों में आतंकवादियों को सुरक्षित रास्ता सुनिश्चित करना भी शामिल था.

ऐसा माना जाता है कि स्थानीय आतंकवादी सहयोगियों की मदद से आतंकवादी कठुआ, डोडा, उधमपुर, किश्तवाड़, राजौरी, रियासी, पुंछ और कश्मीर घाटी के अंदरुनी इलाकों तक पहुंच गए थे.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,