महर्षि वाल्मीकि ने संसार के दुख दूर करने के लिए रामायण लिखी : mohan bhagwat

संघ के सरसंघचालक ने कहा-भगवान राम सदैव विद्यमान रहे

Oct 9, 2025 - 19:34
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महर्षि वाल्मीकि ने संसार के दुख दूर करने के लिए रामायण लिखी : mohan bhagwat

महर्षि वाल्मीकि ने संसार के दुख दूर करने के लिए रामायण लिखी : mohan bhagwat

नागपुर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ केसरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा है कि महर्षि वाल्मीकि ने संसार में दुख को कम करने के लिए रामायण लिखी। भारतीयों को इस संस्कृति व परंपरा को मानवता के प्रति जिम्मेदारी के रूप में आगे बढ़ाने की जरूरत है। कहा, भगवान राम सदैव विद्यमान रहे हैं, लेकिन महर्षि वाल्मीकि ने भगवान राम को हर घर में लाने का कार्य किया।


मोहन भागवत ने नागपुर में वाल्मीकि समाज सेवा मंडल द्वारा आयोजित महर्षि वाल्मीकि जयंती समारोह में कहा, भगवान राम हमें यह सिखाते हैं कि जीवन कैसे जीना चाहिए। "रामायण हमें बताती है कि परिवार के प्रत्येक सदस्य को एक-दूसरे के साथ कैसे व्यवहार करना चाहिए; एक आदर्श सेवक कैसा होना चाहिए एक आदर्श मंत्री को राजा का कैसे मार्गदर्शन करना चाहिए। श्री राम इन गुणों का उदाहरण प्रस्तुत करते हैं, और उनके भक्त हैं भगवान हनुमान।" रामायण में भक्ति के अनगिनत उदाहरण हैं, जैसे विभीषण व सुग्रीव।

भागवत ने महर्षि वाल्मीकि की महानता उजागर करते हुए कहा, "इन्हीं ने भगवान राम को हमारे जीवन में लाया। वाल्मीकि ने रामायण लिखी और इसे लोगों के साथ साझा किया क्योंकि उनका हृदय करुणा और सभी के प्रति एकता से भरा हुआ था। उन्होंने यह इसलिए किया ताकि संसार का दुख दूर हो सके।" भागवत ने सभी से इस विचार पर विचार करने का आग्रह किया। संघ प्रमुख ने कहा, "जीवन में हर प्रकार के व्यक्ति के लिए, वाल्मीकि की रामायण आचार-व्यवहार पर मार्गदर्शन प्रदान करती है।

@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,