चर्चा में रहते हैं सिर्फ मस्क, लेकिन व्हाइट हाउस में असली पावरफुल है ये अरबपति!

डोनाल्ड ट्रंप के करीबी अरबपति स्टीव विटकॉफ व्हाइट हाउस में एलन मस्क से कहीं ज्यादा प्रभावशाली नजर आ रहे हैं. रियल एस्टेट कारोबारी विटकॉफ ट्रम्प के कई महत्वपूर्ण निर्णयों में शामिल रहे हैं. हाल ही में उन्हें रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बातचीत करने भेजा गया है.

Mar 14, 2025 - 04:27
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चर्चा में रहते हैं सिर्फ मस्क, लेकिन व्हाइट हाउस में असली पावरफुल है ये अरबपति!
चर्चा में रहते हैं सिर्फ मस्क, लेकिन व्हाइट हाउस में असली पावरफुल है ये अरबपति!

डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद से ही व्हाइट हाउस में एलन मस्क की खूब चर्चा होती है. अरबपति मस्क ने कई मौकों पर अपने सियासी दबदबा दिखाने की कोशिश भी की है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि व्हाइट हाउस के सियासी गलिायारों में मस्क से ज्यादा पावरफुल अरबपति स्टीव विटकॉफ को माना जाता है?

स्टीव विटकॉफ ट्रंप के करीबी हैं. राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने सभी बड़े फैसलों में विटकॉफ को सीधे तौर पर शामिल किया है. विटकॉफ को अब ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को मनाने के लिए भेजा है. पुतिन अगर मान जाते हैं तो यह ट्रंप के लिए बड़ी सफलता होगी.

स्टीव विटकॉफ कौन हैं?

स्टीव विटकॉफ की पहचान एक रियल स्टेट कारोबारी की है. 1957 में न्यूयॉर्क में जन्मे वीटकॉफ को डोनाल्ड ट्रंप का करीबी माना जाता है. हॉफस्ट्रा विश्वविद्यालय से विटकॉफ ने अपनी पढ़ाई की है. 1997 में विटकॉफ ने अमेरिका में एक रियल स्टेट कंपनी की शुरुआत की थी. कहा जाता है कि यहीं से उनका संपर्क डोनाल्ड ट्रंप से हुआ. विटकॉफ ट्रंप कंपनी के वकील थे.

विटकॉफ एक यहूदी परिवार से आते हैं. उनका कोई पुराना बैकग्राउंड नहीं है. रियल स्टेट के धंधे में आने से पहले विटकॉफ एक वकील थे, जो रियल स्टेट कंपनियों के लिए पैरवी करते थे.

फोर्ब्स मैगजीन के मुताबिक वर्तमान में स्टीव विटकॉफ का नेटवर्थ करीब 87 अरब रुपए हैं. ट्रंप के सत्ता में रहने के दौरान विटकॉफ की संपत्ति में जबरदस्त इजाफा हुआ है.

ट्रंप के साथ गोल्फ भी खेलते हैं

कई मौकों पर विटकॉफ को डोनाल्ड ट्रंप के साथ गोल्फ खेलते देखा गया है. विटकॉफ पहली बार तब सुर्खियों में आए, जब कोरोना वायरस को रोकने के लिए गठित टीम में डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें शामिल किया था. साल 2020 में डोनाल्ड ट्रंप ने एक कमेटी का गठन किया था, जिसमें विटकॉफ को शामिल किया गया था.

ट्रंप जब दूसरी बार राष्ट्रपति बने तो उन्होंने विटकॉफ को नेतन्याहू के पास भेजा. ट्रंप की गाजा में शांति स्थापित करने की थी. विटकॉफ दोनों गुटों को ट्रंप के संदेश को समझाने में कामयाब रहे, जिसके बाद व्हाइट हाउस में सबसे सामने ट्रंप ने विटकॉफ की तारीफ की.

अब जब पुतिन को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं, तब डोनाल्ड ट्रंप ने विटकॉफ को रूस भेजने का फैसला किया है. कहा जा रहा है कि चतुर और गुड कम्युनिकेटर माने जाने वाले विटकॉफ पुतिन को भी समझा पाने में कामयाबी हासिल कर सकते हैं.

विटकॉफ को ही क्यों चुनते हैं ट्रंप?

ट्रंप फर्स्ट अमेरिका प्लान पर आगे बढ़ रहे हैं. विटकॉफ उनके पुराने दोस्त हैं. दोनों के बीच करीब 40 साल पुराना रिश्ता है. विटकॉफ वकील और बिजनेसमैन दोनों रहे हैं. वे डोनाल्ड ट्रंप की बातों को दुनिया के सामने रखना अच्छी तरीके से जानते हैं.

यही वजह है कि ट्रंप हर बड़े मोर्चे पर विटकॉफ को ही तैनात करते हैं. रूस और यूक्रेन का युद्ध अगर थम जाता है तो विटकॉफ को अमेरिका में बड़ी जिम्मेदारी भी मिल सकती है.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,