इस्लामिक कट्टरपंथियों को काफिरोफोबिया से बाहर निकलने की चेतावनी: विश्व हिंदू परिषद
डॉ. जैन ने कहा कि पहले CAA के नाम पर मुस्लिम समाज को गुमराह किया गया, जिसका उनसे कोई लेना-देना नहीं था। अब वक्फ के मुद्दे पर भड़काया जा रहा है,
इस्लामिक कट्टरपंथियों को काफिरोफोबिया से बाहर निकलने की चेतावनी: विश्व हिंदू परिषद
नई दिल्ली। 16 सितंबर, 2024। देशभर में गणेश उत्सव के दौरान हुए हमलों को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने इस्लामिक कट्टरपंथियों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। विहिप के केंद्रीय संयुक्त महासचिव डॉ. सुरेन्द्र जैन ने इन हमलों को "काफिरोफोबिया" का परिणाम बताया और चेतावनी दी कि इस्लामिक कट्टरपंथी हिंदू समाज पर हमले बंद करें। उन्होंने कहा कि इस बार गणपति विसर्जन के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में 18 से अधिक स्थानों पर जिहादियों द्वारा हमले किए गए और कुछ जगहों पर भगवान गणेश की प्रतिमा को खंडित करने की भी कोशिश की गई।
डॉ. जैन ने कहा कि इससे पहले रामनवमी, महावीर जयंती जैसे हिंदू त्योहारों पर भी हमले किए जा चुके हैं। उन्होंने इस्लामिक कट्टरपंथियों से अपील की कि वे हिंदू समाज के धार्मिक आयोजनों पर हमले बंद करें और काफिरोफोबिया से बाहर निकलें। उनका कहना था कि ये हमले न केवल हिंदू त्योहारों पर बल्कि मुस्लिम धार्मिक कार्यक्रमों जैसे मोहर्रम, ईद ए मिलाद और बारावफात के दौरान भी होते रहे हैं। इन घटनाओं को निंदनीय और असहनीय बताते हुए उन्होंने कहा कि अब हिंदू समाज के सब्र की परीक्षा न ली जाए।
विहिप नेता ने मद्रास उच्च न्यायालय का हवाला देते हुए कहा कि अदालत ने पहले ही स्पष्ट किया है कि देश की सड़कें धर्मनिरपेक्ष हैं और किसी भी समुदाय के शोभायात्रा पर रोक लगाने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने ओवैसी, मदनी और तौकीर जैसे मुस्लिम नेताओं से आग्रह किया कि वे अपने समाज को उकसाना बंद करें और हाई कोर्ट की चेतावनी को समझें।
#TrainTrackTerror और अन्य षड्यंत्रों की निंदा
डॉ. जैन ने कहा कि इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा फैलाए जा रहे जिहादी मानसिकता के कारण नए-नए षड्यंत्र सामने आ रहे हैं। उन्होंने हाल के #TrainTrackTerror की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि लगभग 10 जगहों पर अवरोध खड़े कर ट्रेन पलटने या दुर्घटनाग्रस्त करने के प्रयास किए गए। इसके अलावा कहीं जूस में पेशाब मिलाया जा रहा है, कहीं खाने में थूका जा रहा है, तो कहीं लव जिहाद, लैंड जिहाद और वोट जिहाद जैसे षड्यंत्र रचे जा रहे हैं।
उन्होंने सवाल किया कि कट्टरपंथी हिंदू समाज के प्रति इतनी नफरत कहां से लाते हैं? विहिप नेता ने आरोप लगाया कि अब ये लोग अपने नाबालिग बच्चों को भी दंगों और हत्याओं में शामिल कर रहे हैं। यह समाज अपने बच्चों को उज्जवल भविष्य के बजाय 72 हूरों के सपने दिखाता है।
CAA और वक्फ विवाद पर मुस्लिम समाज को चेतावनी
विहिप ने मुस्लिम समाज के नेताओं को चेतावनी दी कि वे अपने समुदाय को भड़काना बंद करें। डॉ. जैन ने कहा कि पहले CAA के नाम पर मुस्लिम समाज को गुमराह किया गया, जिसका उनसे कोई लेना-देना नहीं था। अब वक्फ के मुद्दे पर भड़काया जा रहा है, जबकि वक्फ बोर्ड के नाम पर बड़े मुस्लिम नेताओं ने खुद अपने ही समाज को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है।
उन्होंने मुस्लिम समाज से अपील की कि वे विनाश के रास्ते पर चलने के बजाय विकास का मार्ग चुनें। विहिप ने मुस्लिम समुदाय से आग्रह किया कि वे गजनी, तैमूर और बाबर जैसे आक्रमणकारियों के वर्तमान अवतारों को छोड़कर, एपीजे अब्दुल कलाम जैसे विकासवादी नेतृत्व को अपनाएं।
डॉ. जैन ने कहा कि अब समय आ गया है कि इस्लामिक कट्टरपंथी समाज अपनी नफरत और हिंसा की मानसिकता से बाहर निकलें और देश में शांति और समृद्धि के लिए योगदान दें।
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