हिंदी को अंतरराष्ट्रीय भाषा बनाने का आ गया समय : शाह

गृह मंत्री ने कहा, 10 से अधिक देशों की द्वितीय भाषा बन चुकी है हिंदी, 'हिंदी शब्द सिंधु' शब्दकोष में शामिल होंगे सभी भारतीय भाषाओं के शब्द

Sep 15, 2024 - 20:15
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हिंदी को अंतरराष्ट्रीय भाषा बनाने का आ गया समय : शाह

हिंदी को अंतरराष्ट्रीय भाषा बनाने का आ गया समय : शाह

हिंदी दिवस के अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिंदी को एक अंतरराष्ट्रीय भाषा के रूप में विकसित करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि हिंदी अंतरराष्ट्रीय भाषा बनने की दिशा में आगे बढ़ रही है। यह संयुक्त राष्ट्र की भाषा बनने के साथ ही 10 से अधिक देशों की द्वितीय भाषा बन चुकी है।

हिंदी शब्द सिंधु' शब्दकोष तैयार किया जा रहा है। अगले पांच साल में यह दुनिया का सबसे बड़ा शब्दकोष होगा। इस अवसर शाह ने भारतीय भाषा अनुभाग का शुभारंभ किया। कहा कि आने वाले समय में यह सभी भारतीय भाषाओं की सुरक्षा का केंद्र बनेगा।

 
शाह ने साफ किया कि हिंदी और स्थानीय भाषाओं के बीच कभी प्रतिस्पर्धा नहीं हो सकती। वे एक-दूसरे की पूरक हैं। नई शिक्षा नीति में प्राथमिक शिक्षा मातृभाषा में देने की मोदी सरकार की नीति का हवाला  देते हुए उन्होंने कहा कि जो देश अपनी भाषाओं की रक्षा नहीं कर पाते, वो अपने इतिहास, साहित्य और संस्कार से कट जाते हैं।

मातृभाषाओं को राष्ट्रीय सुरक्षा की अहम कड़ी बताते हुए कहा कि जिस दिन हम  अपनी भाषाओं को गंवा देंगे, उस दिन देश की एकता खतरे में पड़ जाएगी। भारतीय भाषा अनुभाग का शुभारंभ करते हुए शाह ने कहा कि यह विभिन्न भाषाओं के बीच संवाद स्थापित करने का काम करेगा।

इसके तहत हिंदी के किसी भी लेख, भाषण या पत्र का भावानुवाद देश की सभी भाषाओं में किया जाएगा और इसी प्रकार देश की सभी भाषाओं के साहित्य, लेख और भाषणों का अनुवाद हिंदी में होगा। 'हिंदी शब्द सिंधु' शब्दकोष में सभी भारतीय भाषाओं के शब्दों को समाहित किया जा रहा है।

स्थानीय भाषाओं को बढ़ावा देने की नीति का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड में मेडिकल शिक्षा का संपूर्ण पाठ्यक्रम हिंदी में तैयार कर लिया गया है। इसी तरह से भारत की 13 भाषाओं में इंजीनियरिंग का पाठ्यक्रम तैयार करने का काम जारी है। उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले दिनों में हिंदी अनुसंधान की भी भाषा होगी।

राजभाषा की हीरक जयंती के अवसर पर अमित शाह ने स्मारक डाक टिकट और स्मारक सिक्के का भी लोकार्पण किया। इस अवसर उन्होंने राजभाषा गौरव और राजभाषा कीर्ति पुरस्कार भी प्रदान किए।

राजभाषा की हीरक जयंती के अवसर पर अमित शाह ने स्मारक डाक टिकट और स्मारक सिक्के का भी लोकार्पण किया। इस अवसर उन्होंने राजभाषा गौरव और  भाषा अभिव्यक्ति का साधन है। यह जड नहीं हो सकती। जिस तरह जीवन में चेतना होती है, उसी तरह भाषा में भी होती है। कभी-कभी मैं सोचता हूं कि अगर मुझे हिंदी भाषा समझ में नहीं आती तो मैं लोगों तक कैसे पहुंच पाता या उनसे कैसे जुड़ पाता ? मैं व्यक्तिगत रूप से हिंदी भाषा की ताकत को जानता हूं। नरेन्द्र मोदी, प्रधानमंत्री

नई दिल्ली में शनिवार को अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन में राजभाषा की हीरक जयंती वर्ष पर स्मारक डाक टिकट जारी करते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह। 

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