RSS के वरिष्ठ नेता भैयाजी जोशी का जाति आधारित विभाजन पर सवाल: ज्योतिर्लिंग किस जाति के हैं?

भैयाजी जोशी ने समाज में फैली गलत धारणाओं को बदलने पर जोर दिया और कहा कि अगर किसी के मन में भ्रम या अहंकार है, तो उसे समाप्त किया जाना चाहिए। जन्म के आधार पर विभाजन समाज को कमजोर करता है, और इसे रोका जाना चाहिए।

RSS के वरिष्ठ नेता भैयाजी जोशी का जाति आधारित विभाजन पर सवाल: ज्योतिर्लिंग किस जाति के हैं?

RSS के वरिष्ठ नेता भैयाजी जोशी का जाति आधारित विभाजन पर सवाल: ज्योतिर्लिंग किस जाति के हैं?

विजयादशमी के मौके पर जयपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के पथ संचलन कार्यक्रम में संघ के वरिष्ठ नेता सुरेश भैयाजी जोशी ने जाति आधारित विभाजन पर कड़ा सवाल उठाया। उन्होंने उपस्थित कार्यकर्ताओं से पूछा, "हरिद्वार या 12 ज्योतिर्लिंग किस जाति के हैं?" भैयाजी जोशी ने इस अवसर पर स्पष्ट किया कि धर्म या धार्मिक स्थल किसी जाति से बंधे नहीं होते।

उन्होंने कहा कि जन्म के आधार पर जाति का निर्धारण नहीं होना चाहिए। हमारे धर्म और धार्मिक स्थल सभी हिंदुओं के हैं, चाहे वे देश के किसी भी कोने में क्यों न हों। जाति, धर्म या जन्म के आधार पर समाज को विभाजित करना गलत है।

भैयाजी जोशी ने समाज में फैली गलत धारणाओं को बदलने पर जोर दिया और कहा कि अगर किसी के मन में भ्रम या अहंकार है, तो उसे समाप्त किया जाना चाहिए। जन्म के आधार पर विभाजन समाज को कमजोर करता है, और इसे रोका जाना चाहिए।

विजयादशमी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के छह प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसमें शस्त्र पूजन और पथ संचलन का आयोजन किया जाता है। इस साल जयपुर में 24 से अधिक स्थानों पर संचलन कार्यक्रम आयोजित किए गए।

भैयाजी जोशी ने समाज को एक इकाई के रूप में देखते हुए कहा कि समाज पुरुष की तरह है, जहां हर अंग महत्वपूर्ण है। अगर अंग आपस में भेदभाव करने लगें, तो समाज अपनी एकता खो देगा। इसलिए सभी को एक होकर काम करने की जरूरत है, ताकि समाज और राष्ट्र मजबूत बने रहें।