प्रधानमंत्री ने औपचारिक शिक्षा प्रणाली में खेलों को एकीकृत करने पर जोर दिया

प्रधानमंत्री ने औपचारिक शिक्षा प्रणाली में खेलों को एकीकृत करने पर जोर दिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों की समग्र विकास प्रक्रिया में खेलों के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि यह जरूरी है कि औपचारिक शिक्षा प्रणाली में खेलों को एकीकृत किया जाए। उन्होंने केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत सिंह द्वारा लिखे गए एक लेख को साझा करते हुए इस बात पर जोर दिया कि खेल बच्चों को उनकी पूरी क्षमता को पहचानने में मदद करते हैं और उन्हें एक पूर्ण व्यक्ति के रूप में विकसित करने में सहायक होते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, "केंद्रीय मंत्री श्री जयंत सिंह ने बच्चों के समग्र विकास में खेलों की भूमिका पर प्रकाश डाला है और यह महत्वपूर्ण है कि खेलों को औपचारिक शिक्षा प्रणाली में समाहित किया जाए। इससे बच्चों को उनकी क्षमता का सही मूल्यांकन करने का अवसर मिलेगा और वे जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करने में सक्षम होंगे।"

केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत सिंह ने अपने लेख में बताया कि खेल न केवल शारीरिक विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यह बच्चों के मानसिक और सामाजिक कौशल को भी बढ़ावा देते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि खेलों के माध्यम से बच्चों में टीम वर्क, नेतृत्व क्षमता, और आत्मविश्वास जैसे गुण विकसित होते हैं, जो उनके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान शिक्षा और खेलों के सामंजस्यपूर्ण समायोजन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो बच्चों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करेगा।