Exit poll : कितना सही और कितना गलत

एग्जिट पोल को 'Exact Poll' नहीं कहा जा सकता, क्योंकि यह सिर्फ एक अनुमान है. अनुमान कभी सही बैठ जाता है, तो कभी कभार गलत हो जाता है. 

Jun 3, 2024 - 16:40
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Exit poll : कितना सही और कितना गलत

दरअसल, ये एग्ज़िट पोल आने वाले चुनावी नतीजों का एक अनुमान होता है और बताता है कि मतदाताओं का रुझान किस पार्टी या गठगबंधन की ओर जा सकता है. न्यूज़ चैनल तमाम सर्वे एजेसियों के साथ मिलकर ये कराते हैं.

यह जरूरी तो नहीं कि हर बार एग्जिट पोल सही निकले. ऐसे बहुत से मौके आए हैं, जब एग्जिट पोल बिलकुल फेल हो गए हैं. एग्जिट पोल को 'Exact Poll' नहीं कहा जा सकता, क्योंकि यह सिर्फ एक अनुमान है. अनुमान कभी सही बैठ जाता है, तो कभी गलत निकल आता है.  

2004 में भी फेल हो गया था एग्जिट पोल (Exit Poll 2004)

वर्ष 2004 में सभी एजेंसियों ने 'इंडिया शाइनिंग' का नारा देने वाली एनडीए (Exit Poll NDA) को पूर्ण बहुमत का अनुमान लगाया था। लेकिन जब रिजल्ट आया तो एनडीए 200 सीटें भी नहीं मिली थी। इस दौरान लगभग ज्यादातर एग्जिट पोल गलत साबित हुए थे। वहीं यूपीए (Exit Poll UPA) ने इस चुनाव में 222 सीटें हासिल कर समाजवादी पार्टी (SP) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के सहयोग से सत्ता हासिल की थी। एग्जिट पोल ने भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए की निर्णायक जीत का पूर्वानुमान लगाया था और 240 से ज़्यादा सीटें मिलने की भविष्यवाणी की गई थी। जबकि रिजल्ट में भाजपा (BJP) को केवल 187 सीटें मिली, जबकि कांग्रेस (Congresss) और उसके सहयोगी 216 सीटें जीतने में सफल रहे। सी-वोटर्स ने एनडीए को 263-275 मिलने का अनुमान लगाया था, जबकि यूपीए को 174-186 मिलने की भविष्यवाणी की थी।

2004 में एग्जिट पोल जनता का मूड भापंने में असफल रहे थे. सभी एग्जिट पोल्स अटल बिहारी वाजपेयी के गठबंधन को तो जीत दिला रहे थे, लेकिन नतीजे बिल्कुल उलट आए थे. बीजेपी का गठबंधन 181 सीटों पर सिमट गया था और कांग्रेस के गठबंधन को 208 सीटें मिलने के साथ मनमनोहन सिंह की सरकार बनी थी. इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि एग्जिट पोल्स 2004 में फेल हो गए थे या यूं कहें औंधे मुंह गिरे थे.

निष्कर्ष - 2009 में सभी एग्जिट पोल्स बीजेपी और कांग्रेस गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर का अनुमान लगा रहे थे. कांग्रेस गठबंधन को 200 से कम और बीजेपी अलायंस को 190 के करीब सीटें दे रहे थे, लेकिन नतीजे का दिन आया तो मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस गठबंधन को 262 सीटें मिली और एक बार फिर डॉ मनमोहन सिंह की सरकार बनी. यहां भी एक्जिट पोल गलत साबित हुए. सटीक अनुमान नहीं लगा पाए.

2009 में फेल हुए थे एग्जिट पोल (Exit Poll 2009)

वर्ष 2009 के लोकसभा चुनावों में भी सर्वे करवाने वाली एजेंसियों के दावे अधिकतर फेल साबित हुए थे। एग्जिट पोल के अनुसार, 2009 चुनाव में यूपीए को 199 और एनडीए को 197 सीटें मिल सकती हैं, लेकिन रिजल्ट में यूपीए को 262 सीटें मिली थीं और एनडीए 159 सीट पर ही सिमट गई थी। ज्यादातर एग्जिट पोल में कहा गया था कि कांग्रेस वापसी नहीं करेगी, लेकिन चुनाव के परिणाम आए और कांग्रेस ने फिर सरकार बनाई। लोकसभा चुनाव 2009 के परिणाम में कांग्रेस को 206 और भाजपा को 116 सीटें मिली थीं। सी-वोटर्स ने एनडीए को 189 मिलने का अनुमान लगाया था, जबकि यूपीए को 195 मिलने की भविष्यवाणी की थी।

बिहार विधानसभा चुनाव- 2015

2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में सभी एग्जिट पोल भाजपा की सरकार बना रहे थे. लेकिन चुनाव JDU-RJD गठबंधन ने जीता. भाजपा केवल 58 सीटों पर सिमट गई. जबकि JDU-RJD गठबंधन को 178 सीटें आई. 

दिल्ली विधानसभा चुनाव- 2015

साल 2015 में दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में आप ने एतिहासिक जीत दर्ज की थी. 70 में से 67 सीटें जीतकर अरविंद केजरीवाल सीएम बने थे. हालांकि, एग्जिट पोल में आप को 31 से 50 के बीच सीटें दी जा रही थी. जबकि भाजपा को 17 से 35 सीटें मिलने का अनुमान था. परिणाम आया तो भाजपा 3 सीटों पर ही सिमट गई. 

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव- 2017

2017 में यूपी विधानसभा चुनाव के बाद जारी हुए एग्जिट पोल में भाजपा को 403 में से 200 सीटें दी जा रही थीं. लेकिन नतीजों में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला. पार्टी ने 325 सीटों पर जीत दर्ज की. एबीपी-लोकनीति का एग्जिट पोल भाजपा को 170 सीटें दे रहा था. जबकि सी-वोटर के एग्जिट पोल ने भाजपा को 161 सीटें मिलने का अनुमान जताया था. 

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव- 2021 

2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने का दावा किया था. एग्जिट पोल भी कुछ इसी तरह का अनुमान लगा रहे थे. इंडिया टुडे के एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल में भाजपा 134-160 सीटें और टीएमसी को 130-156 सीटें मिलने का अनुमान था. रिपब्लिक-सीएनएक्स पोल में भी भाजपा को 138-148 सीटें और टीएमसी को 128-138 सीटें मिलने की संभावना जताई थी. लेकिन परिणाम आए तो भाजपा तिहाई अंक में भी नहीं जा सकी और 77 सीटों पर ही सिमट गई. TMC ने प्रचंड बहुमत हासिल कर सरकार बनाई.

एग्ज़िट पोल आने वाले चुनावी नतीजों का एक अनुमान होता है जो बताता है कि वोटरों का रुझान किस पार्टी या गठगबंधन की ओर जा सकता है. न्यूज़ चैनल तमाम सर्वे एजेसियों के साथ मिलकर ये कराते हैं.

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Abhishek Chauhan भारतीय न्यूज़ का सदस्य हूँ। एक युवा होने के नाते देश व समाज के लिए कुछ कर गुजरने का लक्ष्य लिए पत्रकारिता में उतरा हूं। आशा है की आप सभी मुझे आशीर्वाद प्रदान करेंगे। जिससे मैं देश में समाज के लिए कुछ कर सकूं। सादर प्रणाम।