भारत के चीफ जस्टिस DY चंद्रचूड़ ने हाल ही में एक सुनवाई के दौरान

डांट सुनकर वकील ने मराठी में दलील दी और बताया कि वह पुणे का रहने वाला है. इस पर CJI ने भी मराठी में ही उसे समझाने की कोशिश की. दरअसल, वकील ने पूर्व CJI रंजन गोगोई के खिलाफ इन हाउस जांच की मांग को लेकर याचिका लगाई गई थी

Oct 1, 2024 - 06:27
Oct 1, 2024 - 06:30
 0  14
भारत के चीफ जस्टिस DY चंद्रचूड़ ने हाल ही में एक सुनवाई के दौरान

CJI DY चंद्रचूड़ की नाराजगी: वकील की दलील पर दिया कड़ा जवाब

नई दिल्ली: भारत के चीफ जस्टिस DY चंद्रचूड़ ने हाल ही में एक सुनवाई के दौरान एक वकील की अंग्रेजी में 'या.. या..' कहने पर कड़ी नाराजगी जताई। सुनवाई के दौरान CJI ने वकील को डांटते हुए कहा, "यह कोई कॉफी शॉप नहीं है। ये क्या है 'या.. या...' मुझे इससे बहुत एलर्जी है। इसकी परमिशन नहीं दी जा सकती। आप 'यस' बोलिए।"

इस पर वकील ने मराठी में अपनी दलील पेश की, यह बताते हुए कि वह पुणे का रहने वाला है। CJI ने भी वकील को मराठी में समझाने की कोशिश की, जिससे सुनवाई का माहौल हल्का हो गया।

पूर्व CJI रंजन गोगोई के खिलाफ याचिका

यह सुनवाई उस याचिका से संबंधित थी, जिसमें पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के खिलाफ इन-हाउस जांच की मांग की गई थी। रंजन गोगोई, जिन्हें 2018 में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था, पर विभिन्न विवादों के कारण आलोचना का सामना करना पड़ा।

एक प्रमुख विवाद 2019 में उस समय उत्पन्न हुआ जब गोगोई ने एक याचिका को सुनने के दौरान विवादित टिप्पणी की थी। इसके अलावा, गोगोई का नाम एक यौन उत्पीड़न के आरोप में भी आया था, जिसके कारण कई लोगों ने उनकी निष्पक्षता पर सवाल उठाए थे।

इन घटनाओं के बाद, कई अधिवक्ताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग की कि रंजन गोगोई के खिलाफ उचित जांच की जाए, ताकि न्यायपालिका की विश्वसनीयता को बनाए रखा जा सके।

CJI DY चंद्रचूड़ की यह प्रतिक्रिया इस बात का संकेत है कि न्यायपालिका में अनुशासन और स्पष्टता बनाए रखना आवश्यक है। उनके कड़े शब्दों ने यह भी दर्शाया कि न्यायपालिका में किसी भी प्रकार की लापरवाही को सहन नहीं किया जाएगा।

चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया DY चंद्रचूड़ एक सुनवाई के दौरान वकील के अंग्रेजी में 'या.. या.. या...' कहने पर नाराज हो गए. उन्होंने वकील को डांटते हुए कहा- 'यह कोई कॉफी शॉप नहीं है। ये क्या है या.. या... मुझे इससे बहुत एलर्जी है. इसकी परमिशन नहीं दी जा सकती. आप यस बोलिए.' डांट सुनकर वकील ने मराठी में दलील दी और बताया कि वह पुणे का रहने वाला है. इस पर CJI ने भी मराठी में ही उसे समझाने की कोशिश की. दरअसल, वकील ने पूर्व CJI रंजन गोगोई के खिलाफ इन हाउस जांच की मांग को लेकर याचिका लगाई गई थी.

गणेश चतुर्थी पर पीएम मोदी की CJI चंद्रचूड़ से मुलाकात

हाल ही में, 12 सितंबर 2024 को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के मुख्य न्यायाधीश DY चंद्रचूड़ के निवास पर गणेश चतुर्थी के अवसर पर पूजा में भाग लिया। यह कार्यक्रम नई दिल्ली में आयोजित किया गया और इससे संबंधित कुछ विवाद भी उठे।

कई विपक्षी नेताओं और कुछ कानूनी विशेषज्ञों ने पीएम मोदी की इस निजी पूजा में उपस्थिति को लेकर चिंता व्यक्त की, इसे एक संभावित प्रोटोकॉल का उल्लंघन मानते हुए। हालांकि, कई लोगों ने इस आपत्ति को गैरजरूरी बताया। वरिष्ठ वकील महेश जेतमलानी ने इसे "बेतुकी बहस" करार दिया और कहा कि गणेश उत्सव महाराष्ट्र में एक महत्वपूर्ण सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रम है

वहीं, वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि सार्वजनिक व्यक्ति को निजी समारोहों का प्रचार नहीं करना चाहिए और इस तरह के आयोजनों से न्यायपालिका की छवि पर असर पड़ सकता है, विशेषकर जब अदालतें सरकार के कार्यों से संबंधित मामलों पर सुनवाई कर रही हैं​

What's Your Reaction?

like

dislike

wow

sad