1985 का रेस्टोरेंट बिल सोशल मीडिया पर वायरल, पुरानी यादें ताजा करता है

जबकि आज के समय में इसे 250 रुपये में खरीदा जा सकता है। इसी तरह, शाही पनीर की कीमत 8 रुपये और रायता की कीमत मात्र 5 रुपये थी। यह दरें उस समय की रेस्टोरेंट संस्कृति और खाने के खर्च को दर्शाती हैं।

Oct 1, 2024 - 06:29
Oct 1, 2024 - 06:30
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1985 का रेस्टोरेंट बिल सोशल मीडिया पर वायरल, पुरानी यादें ताजा करता है

1985 का रेस्टोरेंट बिल सोशल मीडिया पर वायरल, पुरानी यादें ताजा करता है

सोशल मीडिया पर हाल ही में वायरल हुए एक रेस्टोरेंट के बिल ने लोगों को 1985 के दौर की याद दिला दी है। इस बिल में चार आइटम की कुल कीमत मात्र 26.30 रुपये दिखाई गई है, जिसमें से 24.30 रुपये का खाना और 2 रुपये टैक्स शामिल है। इस बिल को देखकर आज की पीढ़ी को भी अपने पैसों की कीमत और महंगाई का अहसास होता है।

बिल में जिन आइटम की कीमतें दर्शाई गई हैं, वे आज की तुलना में काफी चौंकाने वाली हैं। उदाहरण के लिए, दाल मखनी की कीमत उस समय केवल 5 रुपये थी, जबकि आज के समय में इसे 250 रुपये में खरीदा जा सकता है। इसी तरह, शाही पनीर की कीमत 8 रुपये और रायता की कीमत मात्र 5 रुपये थी। यह दरें उस समय की रेस्टोरेंट संस्कृति और खाने के खर्च को दर्शाती हैं।

सोशल मीडिया पर इस बिल को देखकर कई लोगों ने अपनी पुरानी यादें साझा की हैं और बताया है कि किस प्रकार वे कम कीमतों में भरपूर भोजन का आनंद लिया करते थे। इस बिल के वायरल होने से न केवल 1985 के रेस्टोरेंटों की संस्कृति को याद किया गया है, बल्कि महंगाई के बढ़ते स्तर पर भी लोगों का ध्यान आकर्षित किया गया है।

यह बिल एक दृष्टांत है कि किस प्रकार समय के साथ कीमतें बढ़ती गई हैं और कैसे आज का जीवन पहले की अपेक्षा अधिक महंगा हो गया है। इस वायरल बिल ने न केवल पुरानी यादों को ताजा किया है, बल्कि महंगाई की समस्या पर भी सवाल उठाए हैं।

कुल मिलाकर, यह बिल सिर्फ एक कागज का टुकड़ा नहीं है, बल्कि यह एक समय की गवाही देता है, जब भोजन सस्ता था और लोगों की खुशियों का दायरा कहीं अधिक था। क्या आप भी इस बिल को देखकर अपनी यादें ताजा करना चाहेंगे

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