सवेरा प्रकाश: पहली हिंदू महिला जो पाकिस्तान में लड़ेगी चुनाव

पहली बार एक हिंदू महिला पाकिस्तान में आम चुनाव लड़ने जा रही है। इस महिला का नाम सवेरा प्रकाश है, जिन्होंने बुनेर जिले में पीके 25 की सामान्य सीट के लिए आधिकारिक तौर पर अपना नामांकन पत्र जमा कर दिया है। वह पेशे से डॉक्टर है।

Jan 2, 2024 - 18:50
Jan 2, 2024 - 18:51
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सवेरा प्रकाश: पहली हिंदू महिला जो पाकिस्तान में लड़ेगी चुनाव

पहली बार एक हिंदू महिला पाकिस्तान में आम चुनाव लड़ने जा रही है। इस महिला का नाम सवेरा प्रकाश है, जिन्होंने बुनेर जिले में पीके 25 की सामान्य सीट के लिए आधिकारिक तौर पर अपना नामांकन पत्र जमा कर दिया है। वह पेशे से डाक्टर हैं।

सवेरा प्रकाश की शैक्षणिक स्थिति:

सवेरा प्रकाश ने एबटाबाद इंटरनेशनल मेडिकल कालेज से 2022 में स्नातक किया है, फिलहाल बुनेर में पीपीपी महिला विंग के महासचिव के रूप में कार्यरत हैं। समुदाय के कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए, उन्होंने महिलाओं की बेहतरी के लिए काम करने, सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने और उनके अधिकारों की बात करने के लिए जानी जाती हैं। सवेरा प्रकाश ने विकास क्षेत्र में महिलाओं की ऐतिहासिक उपेक्षा और दमन पर भी जोर दिया है। वे पने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए क्षेत्र के वंचितों के लिए काम करना चाहती हैं।

पारिवारिक पृष्ठभूमि भी जाने:

सवेरा प्रकाश के पिता ओम प्रकाश सेवानिवृत्त डाक्टर हैं और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के एक समर्पित सदस्य हैं।सवेरा प्रकाश ने 23 दिसंबर को अपना नामांकन पत्र जमा किया और उम्मीद जताई कि पीपीपी का वरिष्ठ नेतृत्व उनकी उम्मीदवारी का समर्थन करेगा। चिकित्सा पृष्ठभूमि से राजनीति की दुनिया में आने वाली सवेरा प्रकाश ने इस बात पर जोर दिया कि मानवता की सेवा करना मेरे खून में है। निर्वाचित विधायक बनने का उनका सपना उनके मेडिकल करिअर के दौरान सरकारी अस्पतालों में खराब प्रबंधन और लाचारी के प्रत्यक्ष अनुभवों से उपजा है। बता दें कि पाकिस्तान में 16वीं नेशनल असेंबली के सदस्यों के चुनाव को आम चुनाव के लिए 8 फरवरी, 2024 होने वाले हैं।

पहली हिन्दू महिला का चुनावी मैदान:

25 वर्षीय सवेरा प्रकाश ने बताया कि 76 सालों में पहली बार ऐसा हुआ है कि कोई हिंदू महिला चुनावी मैदान में उतरी है, लेकिन मुझे जनता का भरपूर साथ और आशीर्वाद मिल रहा है। अल्पसंख्यक होने के बाद भी मुझे बहुत समर्थन मिल रहा है। यहां लोगों ने मुझे 'डाटर आफ बुनेर' का नाम दिया है, जो मेरे लिए सम्मान की बात है। सवेरा कहती है कि पाकिस्तान में कोई अल्पसंख्यक महिला आगे नहीं आ रही थी, ऐसे में मेरे लिए यह बेहद हिम्मत का काम था जो मैंने कर दिखाया हार जीत अलग बात है लेकिन मेरे चुनाव में खड़े होने के बाद अल्पसंख्यक महिलाओं के अंदर हिम्मत आएगी 

उन्होंने कहा मैं एक मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती हूं और चुनाव जीतने के बाद में अल्पसंख्यकों के मुद्दों पर काम करूंगी हमें जो संवैधानिक अधिकार मिला हुआ है इसका अर्थ हमें समझने की जरूरत है

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Abhishek Chauhan भारतीय न्यूज़ का सदस्य हूँ। एक युवा होने के नाते देश व समाज के लिए कुछ कर गुजरने का लक्ष्य लिए पत्रकारिता में उतरा हूं। आशा है की आप सभी मुझे आशीर्वाद प्रदान करेंगे। जिससे मैं देश में समाज के लिए कुछ कर सकूं। सादर प्रणाम।