कौन हैं पाकिस्तानी एक्ट्रेस फिजा अली? जिन्होंने 4 शादियां करने वालों को समझाया इस्लाम

हाल ही में सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी एक्ट्रेस फिजा अली को लेकर काफी चर्चा की जा रही हैं. दरअसल, उन्होंने हाल ही में एक शो में चार शादी करने और फेमिनिज्म पर बात की है. उनके इस बयान के सामने आने के बाद से ही लोगों के बीच बहस छिड़ गई है. जानिए, कौन है फिजा अली?

Mar 13, 2025 - 18:53
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कौन हैं पाकिस्तानी एक्ट्रेस फिजा अली? जिन्होंने 4 शादियां करने वालों को समझाया इस्लाम
कौन हैं पाकिस्तानी एक्ट्रेस फिजा अली? जिन्होंने 4 शादियां करने वालों को समझाया इस्लाम

हाल ही में पाकिस्तान एक्ट्रेस फिजा अली सोशल मीडिया पर काफी चर्चा का विषय बन गई हैं. दरअसल फिजा बहुविवाह और फेमिनिज्म पर दिए गए अपने बयान को लेकर सुर्खियों में बनी हुई हैं. उन्होंने ये बयान एक शो के दौरान दिया है. फिजा के बारे में बात किया जाए, तो वो उन पाकिस्तानियों एक्ट्रेसेस में से एक हैं, जो लोगों के बीच अपने बोल्ड स्टेटमेंट के लिए जानी जाती हैं. इस समय भी वो अपने बयान को ही लेकर सुर्खियों में हैं.

फिजा अली पाकिस्तानी मॉडल, एक्टर हैं, उन्होंने अपने मॉडलिंग करियर की शुरुआत साल 1999 में की थी. इसके बाद उन्होंने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की. सबसे पहले वो साल 2003 में ‘मेहंदी’ नाम के सीरियल में नजर आई थीं. एक्टिंग करने के साथ ही वो बतौर सिंगर भी अपनी पहचान लोगों के बीच बना चुकी हैं. फिजा ने टेलीविजन शो के साथ ही कई फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं, लोग उन्हें काफी पसंद भी करते हैं.

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1.2 मिलियन हैं फॉलोअर्स

फैन फॉलोइंग की बात करें, तो उनके ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट पर उन्हें लगभग 1.2 मिलियन लोग फॉलो करते हैं. हालांकि, उनके हालिया बयान की वजह से पाकिस्तानी सोशल मीडिया पर काफी बहस छिड़ गई है. फिजा ने फेमिनिज्म पर काफी सारे सवाल भी खड़े किए हैं. जहां कुछ लोगों ने एक्ट्रेस के बयान को सही बताते हुए उन्हें सपोर्ट किया है, तो वहीं कुछ लोग उनके खिलाफ बोल रहे हैं.

फिजा अली का पूरा मामला

दरअसल, फिजा ने रमजान में चलने वाले एक शो में चार शादियों पर बात की है. उन्होंने कहा कि इस्लाम में चार शादियों का हुक्म नहीं दिया गया है, बल्कि असाधारण परिस्थितियों में सिर्फ इजाजत दी गई है. उन्होंने आगे लिखा, ये नहीं कहा कि आप एक साथ चार शादियां कर लें, चार बीवियां रख लें. मैं कितने लोगों को देखती हूं, हमारी ये बीवी भी खुश है, हमारी वो बीवी भी खुश है, मैं तो और करूंगा. क्यों करूंगा? आम का दरख्त है क्या? चार-चार शादियां क्यों? एक शादी करो, एक ही रखो, एक वक्त में एक को खुश रखो. साथ ही उन्होंने फेमिनिज्म पर बात करते हुए कहा कि बोल्ड और फैशनेबल महिलाओं को सपोर्ट करना आसान है, पर कोई भी उनके लिए खड़ा नहीं होता है जो इस्लामिक वैल्यू को फॉलो करते हुए अपने परिवार के लिए काम करती है.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,