कांवड़ यात्रा पर कट्टरपंथियों के हमले और उनके पैरोकार

विनोद बंसल अनादिकाल से जारी कांवड़ यात्रा विश्व की एक ऐसी अनुपम और विराट यात्रा है, जहां करोड़ों श्रद्धालु गंगोत्री, यमुनोत्री और हरिद्वार सहित कुछ अन्य पवित्र धर्मस्थलों से जल भरकर सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा तय कर भगवान शिव को अर्पित करते हैं। वे कई दिनों की साधना, तपस्या और अनवरत सात्विक व्यवहार के साथ […] The post कांवड़ यात्रा पर कट्टरपंथियों के हमले और उनके पैरोकार appeared first on VSK Bharat.

Jul 8, 2025 - 17:30
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विनोद बंसल

अनादिकाल से जारी कांवड़ यात्रा विश्व की एक ऐसी अनुपम और विराट यात्रा है, जहां करोड़ों श्रद्धालु गंगोत्री, यमुनोत्री और हरिद्वार सहित कुछ अन्य पवित्र धर्मस्थलों से जल भरकर सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा तय कर भगवान शिव को अर्पित करते हैं। वे कई दिनों की साधना, तपस्या और अनवरत सात्विक व्यवहार के साथ नंगे पैर, पैदल चलते हुए भगवान शंकर पर चढ़ाए जाने वाले जल को जमीन पर भी नहीं रखते। सात्विक खाना, सात्विक रहना, और मांस मदिरा व अन्य किसी भी प्रकार के व्यसन इत्यादि से दूर रहना, अनिवार्य शर्त होती है। ऐसी साधना पूर्ण यात्रा में लगभग आठ करोड़ कांवड़ यात्री प्रतिवर्ष भाग लेते हैं। उनके दो ही उद्घोष होते हैं “बम बम भोले” और “भारत माता की जय”। भगवा के साथ तिरंगा भी चलता है। ऐसे में यह यात्रा धार्मिक के साथ राष्ट्रीय महत्व की भी एक बड़ी यात्रा बन जाती है। यात्रा में सम्मिलित लोग हर मत- पंथ, संप्रदाय, भाषा, विचार और क्षेत्र के होते हैं, जिनके बीच में हिन्दुत्व, राष्ट्रीयता के भाव के साथ ही शिव भक्ति ही होती है।

पिछले कुछ वर्षों में यात्रा के मार्ग में अनेक प्रकार के अवरोध देखने को मिले। यात्री इधर से नहीं जा सकते तो कभी उधर से नहीं जा सकते। कभी कांवड़ ऐसी बनाना तो कभी कांवड़ ऐसी ले कर आना। कभी यात्रियों पर मल-मूत्र, मांस फेंकना तो कभी पवित्र जल को अपवित्र करना। यात्रियों की खाद्य सामग्री में अपशिष्ट पदार्थों की मिलावट कर उनकी साधना को भंग करने के अनेक प्रयास देखे गए।

इसी कारण गत वर्ष विश्व हिन्दू परिषद ने मांग की थी कि सभी हिन्दू धार्मिक स्थलों और हिन्दुओं की पवित्र यात्राओं के मार्ग में किसी प्रकार की मांस – मदिरा और खाद्य सामग्री छद्म नाम से ना बेची जाए। विक्रेता को अपना नाम और पहचान स्पष्ट करनी चाहिए। क्योंकि ऐसे अनेक होटल, ढाबे, रेस्टोरेंट इत्यादि हैं जो हिन्दू देवी देवताओं और व्यक्तियों के नाम से चलते हैं, किंतु, वास्तव में उसके संचालक, कर्मचारी और मालिक कट्टरपंथी होते हैं जो हलाल की सामग्री बेच कर यात्रियों की कठिन साधना को भंग करने का षड्यंत्र करते हैं।

इस बार उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड की सरकारों ने कुछ कठोर कदम उठाते हुए कहा है कि यात्रा मार्ग पर प्रत्येक प्रतिष्ठान को अपनी पहचान स्पष्ट रूप से अंकित करनी पड़ेगी जो लोग शिव ढाबा, गुप्ता ढाबा, गुप्ता चाट भंडार, पंडित जी का ढाबा इत्यादि हिन्दू नाम से प्रतिष्ठान चला रहे हैं और उनके मालिक या कर्मचारी कट्टरपंथी मान्यता में विश्वास करते हैं।

यात्रा मार्ग में इस प्रकार की घटनाएं कांवड़ यात्रा प्रारंभ होने से पूर्व ही देशव्यापी चर्चा का बिंदु बन गईं। कुछ ढाबे व रेस्टोरेंट पकड़े गए तो उन जिहादियों के बचाव के लिए कई राजनेता और राजनीतिक दल सामने आ गए।

अभी हाल ही में मुजफ्फरनगर में, कांवड़ यात्रा मार्ग पर, पकड़े गए एक ढाबे को, जिहादी सनव्वर “पंडित जी” बनकर धोखे से चला रहा था। ढाबे का नाम उसने मोटे मोटे अक्षरों में “पंडित जी वैष्णो ढाबा” रखा था। आदिल रोटी बनाता था और तजम्मुल S/o मकसूद स्वयं को गोपाल बन कर लोगों को खाना परोसने व सफाई का कार्य करता था। यही तजम्मुल पहले तो अपनी पहचान छिपाकर हाथों में कड़ा व कलावा पहनकर स्वयं को गोपाल बता रहा था। हिन्दुओं पर पेंट उतारकर कर उसका मजहब चेक करने का आरोप लगा रहा था। किंतु जब घटना देशभर के मीडिया में वायरल हुई तो यूपी पुलिस, मीडिया और उसके पड़ोसियों ने उसकी सारी कलई खोल दी। उसने स्वयं कैमरे के सामने स्वीकार किया कि वह गोपाल नहीं तजम्मुल है और ढाबे का मालिक सनव्वर है। पेंट उतरवाने की बात उसने झूठी कहानी के रूप में गढ़ी थी।

प्रश्न उठता है कि इतने कठोर कानून और यूपी व उत्तराखण्ड सरकार के बार बार वार्निंग के बावजूद छद्म भेष में छिपकर कांवड़ यात्रा की पवित्रता व साधना में खलल क्यों डालना चाहते हैं? ओवैसी व एसटी हसन जैसे सांसद तथा नेता ऐसे समाज-कंटकों के साथ आंख मूंदकर सामाजिक सौहार्द की हत्या पर उतारू क्यों हो जाते हैं? पेंट खोलने की झूठी बात पर क्या वे माफ़ी नहीं मांगेंगे? क्या हिन्दुओं को आतंकी और झूठों को अपना बताने पर उन्हें तनिक भी लज्जा नहीं आई? नमाजवादी व मुसलमीन पार्टी के ऐसे नेता क्या कभी अपनी हिन्दू द्रोही मानसिकता से बाहर निकलेंगे?

अब सम्पूर्ण देश का हिन्दू समाज एकजुटता के साथ कांवड़ यात्रियों की साधना की रक्षार्थ अडिग हो कर खड़ा है।

“थूक जिहाद” (spit jihad) की कतिपय घटनाओं की सूची…..

  1. मेरठ (फरवरी 2025)

शादी समारोह में तंदूरी रोटी बनाने वाले कारीगर द्वारा रोटी पर बार-बार थूक लगाने का वीडियो वायरल हुआ। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया और मामले की जांच शुरू की।

  1. बागपत (दिसंबर 2024)

एक शादी समारोह में थूक कर नान (रोटी) सेकने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की पहचान के प्रयास शुरू किए।

  1. गाजियाबाद – खोड़ा (जनवरी 2025)

एक युवक (इरफ़ान) द्वारा रोटी पर थूक लगाने का वीडियो वायरल हुआ। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया और खाद्य सुरक्षा जांच की।

  1. गाजियाबाद – कई घटनाएं

23 फरवरी 2025 को एक शादी समारोह में नान पर, 16 मार्च 2025 को नाज चिकन कॉर्नर में होटल की रोटी में, जनवरी 2025 को खोड़ा क्षेत्र में एक ढाबे की रोटी में, दिसंबर 2024 में मोदीनगर क्षेत्र में थूक जिहाद का मामला सामने आया।

  1. सहारनपुर (जून 2025)

बेहट क्षेत्र के एक होटल में व्यक्ति द्वारा रोटी बनाने के दौरान थूकने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, बजरंग दल की शिकायत पर पुलिस ने FIR दर्ज की।

  1. बागपत – सब्जी मंडी (दिसंबर 2024)

सब्जी विक्रेता ने सब्जियों पर थूक कर बेचने का वीडियो वायरल हुआ – पुलिस ने खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया।

  1. बाराबंकी (अक्टूबर 2024)

ढाबे में कारीगर ने रोटी पर थूक लगाने का वीडियो वायरल हुआ; फ़ूड एंड सेफ़्टी टीम ने ढाबा सील किया और आरोपी को गिरफ्तार किया।

  1. अहमदाबाद (जून 2025)

एक मिल्क फैक्ट्री में कर्मचारी ने दूध में थूक मिलाकर वीडियो बनाकर वायरल किया; पुलिस जांच के साथ-साथ सार्वजनिक गुस्से की प्रतिक्रिया सामने आई!

इनके अतिरिक्त

  1. मुरादाबाद (29 अक्टूबर 2024)
  2. अलीगढ़ (24 अप्रैल 2025)
  3. बागेश्वर, उत्तराखण्ड (18 जनवरी 2025)
  4. मेरठ (27 मई 2025)
  5. लखनऊ (5 जनवरी 2025)

दूघ की कैन में थूक कर बांटा दूध, Video वायरल

गोमती नगर के विनय खंड निवासी लव शुक्ला ने बताया कि मल्हौर का पप्पू उर्फ शरीफ बीते कई वर्षों से उनके और कालोनी के अन्य घरों में दूध देता है। शनिवार की सुबह लव घर का सीसी कैमरा चेक कर रहे थे। इसमें शरीफ दूध के बर्तन में थूकता नजर आया।

  1. मुजफ्फरनगर (जून 2025)

कांवड़ यात्रा मार्ग पर रुड़की रोड स्थित राज मार्केट के लज़ीज़ चिकन स्टोर में थूककर रोटी बनाने पर शाहनवाज को गिरफ्तार किया गया।

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