आबूधाबी में भव्य और दिव्य मंदिर का लोकार्पण पर बोले नरेंद्र मोदी

अरब अमीरात की धरती  ने मानवीय इतिहास का एक नया स्वर्णिम अध्याय लिखा है आज अबू धाबी  में भव्य और दिव्य मंदिर का लोकार्पण

Feb 15, 2024 - 23:18
Feb 15, 2024 - 23:23
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आबूधाबी में भव्य और दिव्य मंदिर का लोकार्पण पर बोले नरेंद्र मोदी

इतिहास का एक नया स्वर्णिम अध्याय लिखा है आज अबू धाबी  में भव्य और दिव्य मंदिर का लोकार्पण हो 

श्री स्वामीनारायण जय नारायण महंत स्वामी जी महाराज भारत आए और विश्व के विभिन्न देशों से आए अतिथि गण और दुनिया के कोने कोने से इस आयोजन से जुड़े मेरे भाइयों एवं बहनों  आज यूनाइटेड अरब अमीरात की धरती  ने मानवीय इतिहास का एक नया स्वर्णिम अध्याय लिखा है आज अबू धाबी  में भव्य और दिव्य मंदिर का लोकार्पण हो रहा है इस पल के पीछे वर्षों की मेहनत लगी है इसमें वर्षों  पुराना सपना जुड़ा हुआ है और इसमें भगवान स्वामीनारायण का आशीर्वाद जुड़ा है आज प्रमुख स्वामी जिस देव्य लोक में होंगे उनकी आत्मा जहां होगी  वहां प्रसन्नता का अनुभव कर रही  होगी पूज्य प्रमुख स्वामी के  साथ मेरा नाता एक प्रकार से पिता पुत्र का नाता  रहा मेरे लिए एक पितृ तुल्य भाव   से जीवन के एक लंबे कालखंड तक उनका सानिध्य मिलता  रहा उनके आशीर्वाद मिलते  रहे और  शायद कुछ लोगों को सुनकर आश्चर्य होगा कि मैं सीएम था

तब भी पीएम था तब भी अगर कोई चीज उनको पसंद नहीं आती थी तो मुझे स्पष्ट शब्दों में मार्ग दर्शन करते थे और जब दिल्ली में अक्षरधाम का निर्माण हो रहा था तो उनके आशीर्वाद से मैं सिलाने इस कार्यक्रम में था तब तो मैं राजनीति में भी कुछ नहीं था और उस दिन मैंने कहा था कि गुरु कि हम बहुत तारीफ तो करते रहते हैं लेकिन कभी सोचा  है कि किसी गुरु ने  कहा कि यमुना के तट पर अपना भी कोई स्थान हो और शिष्य रूपी यो प्रमुख स्वामी महाराज ने अपने गुरु की उस इच्छा को परिपूर्ण कर दिया  था आज मैं  भी उसी एक शिष्य भाव से यहां आपके सामने  उपस्थित कि  आज प्रमुख स्वामी महाराज का  सपना हम पूरा कर पाए  हैं  आज वसंत पंचमी का पवित्र त्यौहार भी है पूज्य शास्त्री जी महाराज की जन्म  जयंती भी है यह वसंत पंचमी यह पर्व मां सरस्वती का पर्व है मां सरस्वती यानी बुद्धि और विवेक की मानवीय प्रज्ञा और चेतना की देवी कि मानवीय प्रज्ञा ही है जिसने हमें सहयोग सामंजस्य समन्वय और सौहार्द जैसे आदर्शों  को जीवन में उतारने की समझ दी है मुझे आशा है कि मंदिर भी मानवता के लिए बेहतर भविष्य के लिए बसंत का स्वागत करेगा ये मंदिर पूरी दुनिया के लिए सांप्रदायिक सहार और वैश्विक एकता का प्रतीक बनेगा भाइयों और बहनों यूएई के मिनिस्टर ऑफ टोलरेंस एक्सीलेंसी नाया अल मुबारक यहां विशेष तौर पर उपस्थित है और उन्होंने भाव भी जो व्यक्त किए जो बातें हमारे सामने रखी वह हमारे उन सपनों को मजबूत करने काउनके शब्दों में उन्होंने वर्णन किया है मैं उनका आभार साथियों इस मंदिर के निर्माण में ई की सरकार की जो भूमिका रही उसकी जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है लेकिन इस भव्य मंदिर का स्वप्न साकार करने में अगर सबसे बड़ा सहयोग किसी का है तो मेरे ब्रदर हाईनेस शेख मोहम्मद बिन जायद का है

मुझे पता है कि प्रेसिडेंट ऑफ यूएई की पूरी गवर्नमेंट ने कितने बड़े दिल से करोड़ों भारतवासियों की इच्छा को पूरा किया है और इन्होने सिर्फ यहां नहीं 140 करोड़  हिंदुस्तानियों के दिल को जीत लिया मैं इस मंदिर के विचार से लेकर एक प्रकार से प्रमुख स्वामी जी के स्वप्न से लेकर के स्वप्न बाद में विचार में परिवर्तित हुआ याने विचार से लेकर इसके साकार होने तक पूरी यात्रा में इससे जुड़ा रहा हूं यह मेरा सबसे बड़ा सौभाग्य है और इसलिए मैं जानता हूं कि ही हाईनेस  मोहम्मद बिन जायद की उदारता के लिए धन्यवाद यह शब्द भी बहुत छोटा लगता है इतना बड़ा उन्होंने काम किया मैं चाहता हूं उनके इस व्यक्तित्व को भारत यूएई रिश्तों की गहराई को केवल यूएई और भारत  लोग ही  नहीं बल्कि पूरा विश्व भी जाने मुझे याद है जब मैं 2015 में यूएई में यहां आया था और तब मैंने ही हाने शेख मोहम्मद से इस  मंदिर के विचार पर चर्चा की थी मैंने भारत के लोगों की इच्छा उनके सामने रखी तो  उन्होंने पलक झपकते ही उस उसी पल मेरे प्रस्ताव के लिए हां कर दिया

उन्होंने मंदिर के लिए हुत कम समय  में इतनी बड़ी जमीन भी उपलब्ध करवाई यही नहीं मंदिर से जुड़े एक और विषय का समाधान  किया मैं साल 2018 में जब दोबारा यई आया था या संतो ने मुझे जिसका ब्रह्म बरी स्वामी जी ने वर्णन किया मंदिर के दो मॉडल  दिखाए एक मॉडल भारत की प्राचीन वैदिक शैली पर आधारित भव्य मंदिर का था जो हम देख रहे हैं दूसरा एक सामान्य सा मॉडल था जिसमें  बाहर से कोई हिंदू धार्मिक चिन्ह नहीं  थे संतो ने मुझे कहा यई की सरकार जिस मॉडल को स्वीकार करेगी उसी पर आगे काम  होगा जब यह सवाल ने से मोहम्मद के पास गया तो उनकी सोच साफ एकदम साफ थी उनका कहना था  कि अबू धाबी में जो मंदिर बने वह अपने पूरे वैभव और गौरव के साथ  बने वे चाहते थे कि यहां सिर्फ मंदिर बने ही  नहीं बल्कि वोह मंदिर जैसा दिखे भी छोटी बात नहीं है बहुत बड़ी बात है यहां सिर्फ मंदिर बने ही हीं लेकिन वो  मंदिर जैसा दिखे भी भारत से बंधुत्व की ये भावना वाकई हमारी बहुत बड़ी पूंजी है हम इस मंदिर के में जो भव्यता दिख रही है उसमें  हाईनेस शेख मोहम्मद की विशाल सोच की भी लक  है अब तक  जो ई बुर्ज खलीफा फ्यूचर म्यूजियम शेख जायद मस्जिद और दूसरी हाईटेक बिल्डिंग के लिए जाना  जाता था अब उसकी पहचान में एक और  सांस्कृतिक अध्याय जुड़ गया है मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे इससे यूएई आने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ेगी और पीपल टू पीपल कनेक्ट भी बढ़ेगा मैं पूरे भारत और विश्व भर में रहने वाले करोड़ों  भारतवासियों की ओर से प्रेसिडेंट हिज हाईनेस शेख मोहम्मद को और यूएई सरकार को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं

मैं आप से प्रार्थना करता हूं हम सब यई के प्रेसिडेंट को यहां से स्टैंडिंग ओवेशन  दे  बहुत-बहुत धन्यवाद मैं यूएई के लोगों का भी उनके सहयोग के  लिए हृदय से आभार व्यक्त करता हूं  साथियों भारत और यूएई की दोस्ती को आज पूरी दुनिया  में आपसी विश्वास और सहयोग के एक उदाहरण के रूप में देखा जाता है खासकर बीते वर्षों में हमारे संबंधों ने एक नई ऊंचाई हासिल  की है लेकिन भारत अपने इन रिश्तों केवल वर्तमान संदर्भ में ही नहीं  देखता हमारे लिए इन रिश्तों की  जड़े हजारों साल पुरानी है अरब जगत सैकड़ों वर्ष पहले भारत और यूरोप के  बीच व्यापार में एक ब्रिज की भूमिका निभाता था मैं जिस गुजरात से आता हूं वहां के व्यापारियों के लिए हमारे पूर्वजों के लिए तो अरब जगत व्यापारिक रिश्तों का प्रमुख केंद्र होता था सभ्यताओं के इस समागम से ही नई संभावनाओं का जन्म होता है इसी संगम से कला सा संस्कृति की नई धाराए निकलती है इसलिए अबू धाबी में बना यह भव्य मंदिर इसलिए इतना महत्त्वपूर्ण है इस मंदिर ने हमारे प्राचीन रिश्तों में नई सांस्कृतिक ऊर्जा भर दी है साथियों अब धाबी का विशाल मंदिर केवल एक उपासना स्थली नहीं है यह मानवता की सांझी विरासत का शड हेरिटेज का प्रतीक है यह भारत और अरब के लोगों के आपसी प्रेम का भी प्रतीक  है इसमें भारत यूएई के रिश्तों का एक आध्यात्मिक प्रतिबिंब भी है इस अद्भुत निर्माण के लिए मैं बीएपीएस  संस्था और उनके सदस्यों की सराहना करता हूं हरि भक्तों की सराहना करता हूं  एपीएस संस्था के लोगों द्वारा हमारे पूज्य संतों के द्वारा पूरे विश्व में मंदिर बनाए गए हैं इन मंदिरों में जितना ध्यान वैदिक बारीकियों का रखा जाता है  उतनी ही आधुनिकता भी उसमें झलकती है कठोर प्राचीन नियमों का पालन करते हुए आप आधुनिक जगत से कैसे जुड़ सकते हैं स्वामिनारायण सन्यास परंपरा इसका उदाहरण है

आपका प्रबंध कौशल व्यवस्था संचालन और उसके साथ-साथ हर श्रद्धालु को लेकर संवेदनशीलता हर कोई इससे बहुत कुछ सीख सकता है यह सब भगवान स्वामिनारायण की कृपा का ही परिणाम है मैं इस महान अवसर पर भगवान स्वामीनारायण के चरणों में भी प्रणाम करता हूं मैं आप सभी को और देश विशेष विदेश के सभी श्रद्धालुओं को बधाई देता हूं साथियों यह समय भारत के अमृत काल का समय है ये हमारी आस्था और संस्कृति के लिए भी अमृत काल का समय है और अभी पिछले महीने ही अयोध्या में अयोध्या में भव्य राम मंदिर का सदियों पुराना सपना पूरा हुआ है रामलला अपने भवन में   राजमान हुए हैं पूरा भारत और हर भारतीय उस प्रेम में उस भाव में अभी तक डूबा हुआ है और अभी मेरे मित्र ब्रह्म बयारी स्वामी कह रहे थे कि मोदी जी तो सबसे बड़े पुजारी है मैं जानता नहीं हूं मैं मंदिरों की पूजारी की योग्यता  रखता हूं या नहीं रखता हूं लेकिन मैं इस बात का गर्व अनुभव करता हूं कि मैं मां भारती का पुजारी हूं की की भारत माता की परमात्मा ने जितना समय दिया है उसकी हर पल और परमात्मा ने जो शरीर दिया है उसका कण कण सिर्फ और सिर्फ मां भारती के लिए है 140 करोड़ देशवासी मेरे आराध्य देव है साथियों अयोध्या के हमारे उस परम आनंद को आज अबू धाबी में मिली खुशी की लहर ने और बढ़ा दिया और मेरा सौभाग्य है मैंने पहले अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर और फिर अब अबू धाबी में इस मंदिर का साक्षी  बनाए साथियों हमारे वेदों ने कहा है एकम सत्य विप्रा बहुदा वदंती एकम सत विप्र बहुदा बदती अर्थात एक ही ईश्वर को एक ही सत्य को विद्वान लोग अलग अलग तरह से बता यह दर्शन भारत की मूल चेतना का हिस्सा है इसलिए हम स्वभाव से ही न केवल सबको स्वीकार करते हैं बल्कि सबका गत भी करते हैं हमें विविधता में बैर नहीं दिखता हमें विविधता ही विशेषता लगती है

आज वैश्विक संघर्षों और चुनौतियों के सामने यह विचार हमें एक विश्वास देता है मानवता में हमारे विश्वास को मजबूत करता है इस मंदिर में आपको पग पग पर विविधता में विश्वास की जलक दिखेगी मंदिर की दीवारों पर हिंदू धर्म के साथ-साथ इजिप्त की हायरो ग्लिफ और बाइबल की कुरान की कहानियां भी उकेरी गई है मैं देख रहा था मंदिर में प्रवेश करते ही वॉल ऑफ हार्मोनी के दर्शन होते हैं इसे हमारे बहरा मुस्लिम समाज के भाइयों ने बनवाया है इसके बाद इस बिल्डिंग का इंप्रेसिव थ्रीडी एक्सपीरियंस होता है इसे पारसी समाज ने शुरू करवाया है या लंगर की जिम्मेदारी के लिए हमारे सिख भाई बहन सामने आए हैं मंदिर के निर्माण में हर धर्म संप्रदाय के लोगों ने काम किया है मुझे यह भी बताया गया है कि मंदिर के सात स्तंभ या मिनारे यूएई के साथ अमीरात के प्रतीक है यही यही भारत के लोगों का स्वभाव भी है हम जहां जाते हैं वहां के संस्कृति को वहां के मूल्यों को सम्मान भी देते हैं और उन्हे आत्म साथ भी करते हैं और यह देखना कितना सुखद है कि सबके सम्मान का यही भाव ज हाईनेस शेख मोहम्मद के जीवन में भी साफ दिखता है मेरे ब्रदर मेरे मित्र शेख मोहम्मद बिन जायद का भी विजन है वी आर ऑल ब्रदर्स उन्होंने अबू धाबी में उस ऑफ अब्राम फैमिली बनाया इस एक साथियों आज इस भव्य और पवित्र जगह से मैं एक और  शखबरी देना चाहता हूं आज सुबह यूएई के उपराष्ट्रपति हिज हाईनेस शेख मोहम्मद बिन राशिद ने दुबई में भारतीय श्रमिकों के लिए एक अस्पताल बनाने के लिए जमीन देने की घोषणा की है मैं उनका और मेरे ब्रदर जा शेख मोहम्मद बिन जायद का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं

साथियों हमारे वेद हमें सिखाते हैं कि समानो मंत्र समिति समानी समान मनः सह चित्रम  शम  अर्थात हमारे विचार एकजुट हो हमारे मन एक  दूसरे से  जुड़े हमारे संकल्प एकजुट हो मानवीय एकता का यह आवान ही हमारे आध्यात्म का मूल भाव रहा है हमारे मंदिर इन शिक्षाओं के इन संकल्पों के केंद्र रहे हैं इन मंदिरों में हम एक स्वर में ये घोष करते हैं कि प्राणियों में सद्भावना हो विश्व का कल्याण हो मंदिरों में वेद की जिन रचाओ का पाठ होता है वह हमें सिखाती है वसुधैव कुटुंब कम अर्थात पूरी पृथ्वी ही हमारा परिवार है इस विचार को लेकर आज भारत विश्व शांति के अपने मिशन के लिए प्रयास कर रहा है भारत की प्रेसिडेंसी में इस बार जी 20 देशों ने वन अर्थ वन फैमिली वन फ्यूचर के संकल्प को और मजबूत बनाया है आगे बढ़ाया है हमारे यह प्रयास वन सन वन वर्ल्ड वन ग्रीड जैसे अभियानों को दिशा दे रहे हैं सर्वे भवंतु सुखन सर्वे संत निरामया का भाव  लेकर भारत वन अर्थ वन हेल्थ इस मिशन के लिए भी काम कर रहा है

हमारी संस्कृति हमारी आस्था हमें  विश्व कल्याण के इन संकल्पों का हौसला देती है भारत दिशा में सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र पर काम कर रहा है मुझे विश्वास है कि अबू धाबी के मंदिर की मानवीय प्रेरणा हमारे इन संकल्पों को ऊर्जा देगी उन्हें साकार करेगी इसी के साथ आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं भव्य दिव्य विशाल मंदिर को पूर पूरी मानवता को समर्पित करता हूं पूज्य महंत स्वामी के श्री चरणों में प्रणाम करता हूं पूज्य प्रमुख स्वामी का पुण्य स्मरण करते हुए मैं श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं और सभी हर भक्तों को जय श्री स्वामिनारायण

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार