भारत में राष्ट्रहित के खिलाफ विचारधारा का फैलाव

जो लोग इस राष्ट्र को तोड़ना चाहते हैं, जिनका सनातन में विश्वास नहीं है और जो सनातन को एक संकट मानते हैं, वो नासमझी के परिचायक हैं। गंभीर बात यह है कि ऐसे लोगों को कुंठित करने वाली आवाज़ शिथिल नहीं होनी चाहिए!

Sep 27, 2024 - 20:42
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भारत में राष्ट्रहित के खिलाफ विचारधारा का फैलाव

भारत में राष्ट्रहित के खिलाफ विचारधारा का फैलाव

हाल ही में, देश में कुछ ऐसे घटनाक्रम सामने आए हैं जो यह दर्शाते हैं कि कैसे कुछ लोग राष्ट्र के मूल्यों और पहचान के खिलाफ विचारधाराओं को अपनाने का साहस दिखा रहे हैं। यह चिंता का विषय है कि ये लोग न केवल भारत के अंदर, बल्कि विदेशों में भी उन तत्वों के साथ बैठने की कोशिश कर रहे हैं जो राष्ट्रहित के खिलाफ हैं।

इन व्यक्तियों की मानसिकता और उनके कृत्य केवल नासमझी का परिचायक नहीं हैं, बल्कि वे उन ताकतों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो सनातन धर्म को संकट में डालने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि ये लोग अपनी कुंठाओं को बाहर लाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उनका उद्देश्य केवल भटकाव और भ्रम फैलाना है।

गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है कि ऐसे विचारों और गतिविधियों को उचित मंच और समर्थन मिल रहा है। यह समय चुप रहने का नहीं है। समाज के हर वर्ग को एकजुट होकर इन विचारों का मुकाबला करने के लिए आगे आना होगा। यह शताब्दी भारत की है, यह शताब्दी सनातन धर्म की भूमि की है, और हमें इसे सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।

सामाजिक एकता और सहयोग की आवश्यकता है ताकि हम उन विचारधाराओं का सामना कर सकें जो राष्ट्र को तोड़ने का प्रयास कर रही हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति की प्रतिष्ठा बरकरार रहे, हमें सक्रिय रूप से अपने विचार और आवाज उठाने की जरूरत है।

इसलिए, यह आवश्यक है कि हम इस मुद्दे पर जागरूकता बढ़ाएं और अपने भीतर एक सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास करें। हमारे देश की महानता और संस्कृति की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है, और हमें इसे निभाने के लिए तत्पर रहना चाहिए।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,