प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय गौरव दिवस पर भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती समारोह की शुरुआत की

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Nov 20, 2024 - 20:08
Nov 20, 2024 - 20:09
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय गौरव दिवस पर भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती समारोह की शुरुआत की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय गौरव दिवस पर भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती समारोह की शुरुआत की

15 नवंबर 2024 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के जमुई में जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष समारोह की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने लगभग 6640 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।

प्रधानमंत्री ने इस समारोह में देश के विभिन्न राज्यों के राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों का स्वागत किया, जो जनजातीय गौरव दिवस के आयोजन में भाग ले रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर को अत्यंत पवित्र बताते हुए कहा कि आज का दिन देव दीपावली, कार्तिक पूर्णिमा और गुरु नानक देव जी की 555वीं जयंती से जुड़ा हुआ है।

उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में विशेष रूप से जनजातीय समाज के योगदान का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जनजातीय समाज ने भारत की संस्कृति और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए सदियों तक संघर्ष किया। उन्होंने याद किया कि किस प्रकार राजकुमार राम को भगवान राम में बदलने में जनजातीय समाज ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत देश के सबसे पिछड़े जनजातीय समूहों के लिए किए गए कार्यों पर भी चर्चा की, जिनसे इन समुदायों के जीवन में सुधार हो रहा है। उन्होंने इस योजना के तहत आदिवासी बस्तियों के लिए पक्के घर, स्वास्थ्य सुविधाएं, शिक्षा और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के प्रयासों को रेखांकित किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों में जनजातीय समाज का महान योगदान रहा है और अब सरकार इस धरोहर को संरक्षित करते हुए नई पहल कर रही है, जैसे कि लेह में राष्ट्रीय सोवा-रिग्पा संस्थान की स्थापना और अरुणाचल प्रदेश में पूर्वोत्तर आयुर्वेद और लोक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान का उन्नयन।

इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा के विकास को लेकर सरकार के प्रयासों पर भी बात की। उन्होंने बताया कि पिछले एक दशक में आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा के ढांचे में महत्वपूर्ण सुधार किए गए हैं, जैसे कि नए आदिवासी विश्वविद्यालयों का निर्माण और आईटीआई, मेडिकल कॉलेज जैसे संस्थानों की स्थापना।

उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने जनजातीय कलाकारों को सम्मानित किया है और उनकी विरासत को संरक्षित करने के लिए कई पहल की हैं, जैसे रांची में भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर आदिवासी संग्रहालय की स्थापना।

प्रधानमंत्री मोदी ने जनजातीय समाज के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि उनकी सरकार आदिवासियों के लिए लगातार काम कर रही है और उनकी भलाई के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार