कानून से बहुत पहले से ही रहा है निधि का जुड़ाव फिल्मों

डायरेक्टर : अभिषेक बनर्जी का दर्द तब ज्यादा समझ में आता है, जब व्यक्ति खुद उस दौर से गुजरा हो। स्त्री फिल्म में जना के पात्र से प्रसिद्ध हुए अभिनेता अभिषेक बनर्जी सफल कास्टिंग डायरेक्टर भी हैं।

Mar 6, 2024 - 23:23
Mar 6, 2024 - 23:43
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कानून से बहुत पहले से ही रहा है निधि का जुड़ाव   फिल्मों

कानून से बहुत पहले से ही रहा है निधि का जुड़ाव 

किसी विषय के बारे में कलाकार अच्छी जानकारी होती है, तो उससे संबंधित भूमिकाएं निभाना उनके लिए काफी सहज होता है। नेटफ्लिक्स पर हालिया प्रदर्शित वेब सीरीज मामला लीगल में अभिनेत्री निधि वकील सुजाता नेगी की भूमिका में नजर आई। दिलचस्प बात यह है कि अभिनेत्री बनने से पहले वह दो साल दिल्ली हाईकोर्ट में प्रक्टिस कर चुकी हैं। ऐसे में इस शो की दुनिया उनके लिए जानी पहचानी रही। इस बारे में निधि बताती हैं, 'मैंने पहले ला की पढ़ाई की, फिर दिल्ली हाईकोर्ट में दो साल प्रैक्टिस की थी। हालांकि ऐसा नहीं कि मुझे सब कुछ आता था। कोर्ट और कानून को लेकर बहुत सी चीजें अभी भी ऐसी हैं, जो मुझे आज भी नहीं पता है। शो को स्क्रिप्ट इतनी रिसर्च के साथ तैयार की गई थी कि मेरे लिए उसमें कुछ सुधार करने की गुंजाइश नहीं थी। जब में कोर्ट में प्रैक्टिस कर रही थी, तो मुझे कोर्ट के बड़े चक्कर लगाने पड़े थे। उस समय वही तो मेरी नौकरी थी। मेरे पिता दिल्ली पुलिस में नौकरी करते थे, अब रिटावर हो चुके हैं। इसलिए कानून को लेकर दिमाग में वह बातें ती चचपन से थी कि क्या-क्या चीजें नहीं करनी है। यह बाते मैं कानून से बचने या कानून तोड़ने के संदर्भ में नहीं बोल रही हूं। मेरे घर में गैर कानूनी चीजों लिए सख्त मनाई थी। कहां तक बिना हेलमेट स्कूटी चलाने की भी अनुमति नहीं थी।'

भारतीय एजेंट बनेंगे जूनियर एनटीआर


पहले ही तय हो चुका है कि यशराज फिल्म्मा को अभिनेता रितिक रोशन और जूनियर एसटीआर होंगे। इस फ्रेंचाइज की पहली फिल्म वार में रितिक के सामने टाइगर श्राफ थे। टाइगर निगेटिव रोल में थे। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही थी कि जूनियर एनटीआर भी वार 2 में विलेन की भूमिका में दिखेंगे। अब खबरों के मुताबिक जूनियर एनटीआर फिल्म में भारतीय एजेंट को भूमिका में होंगे। इसका मतलब है कि यशराज फिल्म्स के स्पाइ यूनिवर्स में सलमान खान, रितिक रचार 2 में रितिक रोशन के सन होगे जूनियर एसटीआर जिवडे आकर्षण और शाह रुख खान के बाद अब जूनियर एनटीआर की भी एंट्री भारतीय एजेंट के तौर पर हो गई है। फिल्म के निर्माता आदित्य चोपड़ा और निर्देशक अयान मुखजी फिल्म में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते। इस फिल्म के हर किरदार ? में उन्होंने कई रोडस दिखाने का प्रयास किया है। आदित्य ने जूनियर एनटीआर के रोल के लिए वार 2 की दुनिया से आगे जाकर स्पाई यूनिवर्स के लिए शानदार योजनाएं बना र रखी हैं। । वह भारतीय सिनेमा का पैन इंडिया यूनिवर्स बनाना चाह रहे हैं। ऐसे में जूनियर एनटीआर का किरदार वार 2 तक ही सीमित नहीं रहने वाला है। किरदार का स्पिन-आफ (उसके अतीत में जाकर कहानी कहना) और इस स्पाई यूनिवर्स की दूसरी फिल्मों में भी उनका कैमियो होगा।

रितिक की तरह नाचने के लिए कहते थे कास्टिंग डायरेक्टर : अभिषेक बनर्जी का दर्द तब ज्यादा समझ में आता है, जब व्यक्ति खुद उस दौर से गुजरा हो। स्त्री फिल्म में जना के पात्र से प्रसिद्ध हुए अभिनेता अभिषेक बनर्जी सफल कास्टिंग डायरेक्टर भी हैं। हालांकि उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि जो शुरुआत वह कैमरे के सामने करना चाहते थे। यह कैमरे के पीछे शुरू करेंगे। अभिषेक कहते हैं कि जब मैं आडिशन देने जाता था, ती कोई कह देता था नाट फिट, तो कोई बड़े ही चुरी तरह से बात करता था। जब ऐसा होता था, तो बतौर आर्टिस्ट कात चोट पहुंचती थी। कम ही लोग थे, जो नए लोगों जो कास्टिंग डायरेक्टर होते थे, वह कहते थे कि शाह रुख खान की तरह डावलारस रितिक रोशन की तरह नाच के दिखाओ। मुझे लगा मेरे स्त्री में फिर कामेडी अभिषेक। इंस्टाग्राम nowitsabhi करते दिलोंगे को काम देना चाहते थे। आडिशन रूम में बोलकर दिखाओ। एक्टिंग के टीचर्स ने ये सब तो नहीं सिखाया। फिर धीरे-धीरे समझ आया कि उनका कास्ट करने का तरीका गलत था। मुझे लगा कि कास्टिंग की दुनिया का हिस्सा बनना चाहिए। मैं कैमरे पीछे रहकर कलाकारों की मदद कर सकता हूं। मुझे लगा में अभिनय भूल जाऊंगा, क्योंकि कास्टिंग से पैसे कमा रहा था। अभिनय के लिए वक्त नहीं बचा था। एक दिन निर्देशक अमर कौशिक, जो मेरे दीस्त रहे हैं, उन्होंने कहा स्त्री फिल्म बना रहा हूँ। जना की भूमिका के लिए आडिशन दे दी। आडिशन पसंद आया और मैं एक्टर बन गया।

जव दीवारों को तौलिए से साफ किया था कुणाल खेमू ने होते ही याद आ जाता है फिल्म दिल चाहता है का यी गाना, दोस्ती की बात जिसमें तीन दोस्त गोवा घूमने के लिए निकलते हैं, लेकिन हर गौवा की यात्रा सुखद हो ऐसा जरूरी नहीं। सोचिए क्या हो जब गोवा के बड़े होटल के स्वीट वाले रूम में दीवारों को तीलिए से साफ करना पड़े। अभिनेता कुणाल खेमू के साथ तो कुछ ऐसा ही हुआ है। कुणाल बताते हैं कि मैंने दो फिल्में कर ली थीं। उसके बाद पैसे आ गए थे, ती में अपने बचपन के दोस्तों के साथ गोचा गया था। एक अच्छे से होटल में स्वीट (बड़ा सा कमरा) ब्रेक किए, उसके पास उन्हें सेट करने के लिए जेल नहीं था। तो वह कहीं से नारियल का तेल ले आया था। हम सूटबूट पहनकर तैयार खड़े थे।

यह रूम के बीचोबीच खड़े होकर उस बोतल से तेल निकालने की कोशिश कर रहा था। वह बोतल उसके हाथ में फट गई। सारा तेल कमरे की दीवारों और हमारे सूट पर आ गिरा। हमने तुरंत कपड़े उतारे। डिटर्जेंट खरीदा और महगाय एक्सप्रेस से निर्देशक पन कराया था। मेरे एक दोस्त ने बाल गीले गए हे कुणाल ।।  होटल से तौलिए को तौलिए मंगाए। बाथरूम में नहाने वाले टब में झाग बनाया। उसमें डूचाकर दीवार तौलिए से साफ करने लगे। थोड़ी देर बाद दीवारों पर पपड़ी बनने लगी। हमें काफी पैसे भरने पड़े और चहुत माफी मांगनी पड़ी थी। तीन दोस्तों के गोवा जाने पर बनी कामेडी फिल्म मडगांच एक्सप्रेस के जरिए कुणाल ने निर्देशन में कदम रखा है। तो सलमान की जगह शाहिद बनेंगे 

तो सलमान की जगह शाहिद बनेंगे प्रेम

सूरज बडजात्या की अगली फिल्म प्रेम की शादी से सलमान खान के अलग होने को खबरें आई थीं। बताया जाता है कि स्क्रिप्ट के कई पहलुओं पर सहमति नहीं बन पाने के चाद दोनों ने सौहार्दपूर्ण ढंग से इस प्रोजेक्ट से अलग होने का फैसला किया। इससे पहले दोनों की जोड़ी ने मैंने प्यार किया, हम आपके हैं कौन।, हम साथ साथ हैं और प्रेम रतन धन पायो जैसी सफल फिल्में दी हैं। सलमान के अलग होने से फिल्म बंद नहीं हुई है। खबर है कि सुरज ने इस फिल्म के लिए शाहिद कपूर से संपर्क किया है। वह अब स्क्रिप्ट में बदलाव कर रहे हैं और  मुख्य किरदार की उम्र कम कर दी गई है। शाहित इससे पहले सुरज के साथ फिल्म विवाह (2006) कर चुके हैं। दोनों कई बार मिल चुके हैं। अब जो उनकी बातचीत हो रही है, वो 18 साल बाद उनके पुनर्मिलन की संभावना की और इशारा करती है। हालांकि शाहिद ने अभी तक क अपनी अपनी अ अंतिम मंजरी नहीं दी है। अगर शाहिद इस महीने के अंत तक फिल्म साइन कर लेंगे, तो शूटिंग इस साल आरंभ हो सकती है। इसके अलावा शाहिद दी ऐतिहासिक पात्रों अश्वत्थामा और छत्रपति शिवाजी के जीवन पर आधारित प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं।

अब राजनीति का चस्का लग गया है मेरे पात्र को 

जैसे-जैसे वेब सीरीज के सीजन आगे बढ़ते हैं, उसके पात्रों में भी बदलाच होते हैं। महारानी 3 वेब सीरीज में भी कुछ ऐसा ही होगा अभिनेत्री अनुजा साठे के पात्र कीर्ति सिंह के साथ। दूसरे सीजन में कीर्ति का पात्र राजनीति की तरफ आकर्षित नहीं था, लेकिन इस बार राजनीति के रंग उसे पसंद आ गए हैं। अनुजा कहती हैं, 'तीसरे सीजन में राजनीति ने मेरे पात्र कीर्ति सिंह अपनी ओर आकर्षित कर लिया है। हालांकि इस भूमिका में जाना मेरे लिए आसान नहीं था। दूसरे सीजन के बाद तीन-चार प्रोजेक्ट एक साथ शूट कर रही थी। ऐसे में दोबारा उस भूमिका में जाने के लिए उसको पालिश करना पड़ा। डेढ साल का अंतराल था। हम सभी ने वर्कशाप, रीडिंग्स की। यह प्रक्रिया जरूरी होती है। तीसरे सीजन में जो नहीं बदला था, वह श्री साट्रियां। महो वैसे भी स्वाडियां बेहद पसंद है।' महारानी में हुमा कुरैशी शीर्षक भूमिका में हैं। ऐसे में सेकेंड लीड कहलाने से अनुजा को बुरा नहीं लगता है? इस पर वह कहती हैं, 'नहीं मुझे कोई दिक्कत नहीं। जब हम सीरीज देखते हैं, जो उसमें बहुत से किरदार होते हैं। हर पात्र जरूरी होता है। हर किसी का अपना स्क्रीन स्पेस होता है

इसलिए राक आन 2 से अलग हुए थे अभिषेक

कुछ दर्द हमेशा के लिए दिल के किसी । कोने में छुपे रहते हैं। जब उनका जिक्र होता है, तो वह दर्द छलक भी जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ राक आन फिल्म के निर्देशक अभिषेक कपूर के साथ भी। 2008 में रिलीज हुई फिल्म राक आन के लिए अभिषेक को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। लेकिन 2016 में रिलीज हुई इसकी सीक्वल फिल्म एक आन 2 से उन्हें अलग कर दिया गया। इसका कारण बताते हुए अभिषेक कहते हैं, 'मैंने उस फिल्म की पूरी स्क्रिप्ट नहीं लिखी थी। केवल ढांचा तैयार किया था। एवरान एडवेवर फिल्म पर कहानी को कैसे बढ़ाना है इसे लेकर काम कर रहे हैं अभिता मेरे और फरहान अख्तर के बीच कुछ असहमति हो रही थी। फिर उन्होंने किसी और निर्देशक के साथ आगे बढ़ने की सोची। कई  जो जीवन में आपको समृद्ध बनाते हैं। सक आन 2 नहीं देखी। उरा वक्त मैं दुखी था। इन दिनों अभिषेक अपनी एक्शन एडवेंचर फिल्म पर काम कर रहे हैं, जिसमें रवीना टंडन की बेटी राशा थडानी और अजय देवगन के भतीजे अमन देवगन होंगे। क्या अभिषेक दो नए चेहरों को लांच करने की जिम्मेदारी उठा रहे हैं? इस पर उन्होंने कहा, 'नहीं, मैं किसी को लांच करने के लिए फिल्म नहीं बनाता। में उन कहानियों को कहने के लिए फिल्म बनाता हूं, जो कई वर्षों से मेरे साथ होती हैं। राशा और अपन दोनों मेहनती हैं। युवा कलाकारों की

रामलली पर फिल्म बनाएंगे ओमंग 

दी सिनेमा लगागर महिलाओं को साहसिक कहानी को सामने ला रहा है। अब निर्देशक ओमंग कुमार उत्तर प्रदेश में चित्रकूट सीमा के पास पाठा की अशिक्षित महिला रामलली पर फिल्म बनाने की तैयारी में है। रामलली न सिर्फ खूंखार डकैत के खिलाफ खड़ी हुई बल्कि अपने गांव की महिलाओं को हिंसा के खिलाफ खड़े होने के लिए प्रेरित भी किया। यह डकैत ददुआ के खिलाफ खड़ी हुई थी, जिसके आतंक का शासन उत्तर प्रदेश के बीहड़ों में था। ओमंग इससे पहले फिल्म मैरी काम, सरबजीत और पीएम नरेन्द्र मोदी का निर्देशन कर चुके हैं। साल 2001 में, ददुआ ने एक बैंक मैनेजर के बेटे का अपहरण कार लिया था। लड़का भागने में सफल रहा और उसने रामलली के घर में शरण ली थी। जब ददुआ और उसके डाकू रामलली के दरवाजे पर आए, तो उसने लड़के को छोड़ने से इन्कार कर दिया। उसकी बहादुरी का यह किस्सा काफी चर्चित है।

 

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