भारत ने तीन दुश्मनों से एक साथ लिया मोर्चा आपरेशन सिंदूर की हर जानकारी पाक को दे रहा था चीन, तुर्किये भी था साथ

भारत ने तीन दुश्मनों से एक साथ लिया मोर्चा आपरेशन सिंदूर की हर जानकारी पाक को दे रहा था चीन, तुर्किये भी था साथ, India took on three enemies simultaneously, China was giving every information about Operation Sindoor to Pakistan, Turkey was also with it,

Jul 5, 2025 - 06:50
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भारत ने तीन दुश्मनों से एक साथ लिया मोर्चा आपरेशन सिंदूर की हर जानकारी पाक को दे रहा था चीन, तुर्किये भी था साथ
भारत ने तीन दुश्मनों से एक साथ लिया मोर्चा आपरेशन सिंदूर की हर जानकारी पाक को दे रहा था चीन, तुर्किये भी था साथ

भारत ने तीन दुश्मनों से एक साथ लिया मोर्चा आपरेशन सिंदूर की हर जानकारी पाक को दे रहा था चीन, तुर्किये भी था साथ

भारतीय सेना ने कहा है कि आपरेशन सिंदूर के दौरान चीन ने भारत को नुकसान पहुंचाने के लिए पर्दे के पीछे से पाकिस्तान की रणनीति का पल-पल संचालन किया। चीन ने न केवल पाकिस्तान की हर संभव मदद की, बल्कि उसने सदियों पुरानी सैन्य रणनीति अपनाई, जिसमें दुश्मन को पराजित करने के लिए किसी तीसरे पक्ष का इस्तेमाल किया जाता है।


उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने आपरेशन सिंदूर के दौरान चीन की कारस्तानी से पहली बार पर्दा हटाते हुए कहा कि 87 घंटे के इस संघर्ष से कई सबक सीखे जा सकते हैं। सबसे बड़ा सबक यह है कि जंग की सीमा तो एक ही थी, मगर सामने कम से कम तीन विरोधी थे। चीन ने भारत-पाक संघर्ष को अपनी हथियार प्रणालियों का परीक्षण करने के लिए एक 'लाइव लैब' की तरह इस्तेमाल किया। इतना ही नहीं, चीन पाकिस्तान को भारत के हर कदम की जानकारी दे रहा था। तुर्किये ने भी इस संघर्ष में पाकिस्तान को सक्रिय सहयोग दिया।


लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने फिक्की द्वारा शुक्रवार को आयोजित 'न्यू एज मिलिट्री टेक्नोलाजी' कार्यक्रम में पाकिस्तान के खिलाफ आपेरशन सिंदूर का मूल्यांकन करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा-सबसे पहले एक सीमा, दो विरोधी। इसलिए हमने पाकिस्तान को एक तरफ देखा। लेकिन विरोधी दो थे, वास्तव में चार, या यूं कहें कि तीन। बेशक इसमें पाकिस्तान सबसे आगे था, मगर चीन ने उसे हर संभव सहायता प्रदान की। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है, क्योंकि पिछले पांच वर्षों में पाकिस्तान को जो सैन्य उपकरण मिला है, उसका 81 प्रतिशत हिस्सा चीनी है। इसलिए वह उत्तरी सीमा पर कीचड़ उछालने की होड़ में शामिल होने के बजाय हमें दर्द देने के लिए पड़ोसी देश का इस्तेमाल करना पसंद करेगा। चीन दूसरों के खिलाफ अपने हथियारों का परीक्षण करने में सक्षम है। इसलिए यह उसके लिए उपलब्ध एक जीवंत प्रयोगशाला की तरह है।


चीन-पाकिस्तान के बाद भारत के सामने आए तीसरे विरोधी के तौर पर तुर्किये का नाम लेते हुए उप सेना प्रमुख ने कहा कि उसने पाकिस्तान को सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पाकिस्तानी सेना द्वारा तुर्किये के ड्रोन का इस्तेमाल इसका प्रमाण है। आपरेशन सिंदूर के दौरान चीन के उपग्रहों द्वारा 

भारतीय सैन्य गतिविधियों की निरंतर निगरानी के संबंध में लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने अपनी राय जाहिर करने से गुरेज नहीं किया। कहा कि यह रक्षा और सुरक्षा प्रतिष्ठान के भीतर प्राथमिक चिंता के रूप में उभरा है कि क्या भारतीय सैन्य तैनाती की निगरानी के लिए चीन अपने उपग्रहों का इस्तेमाल कर रहा है। आपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की जवाबी सैन्य कार्रवाई के संचालन में चीन की भूमिका पर उप सेना प्रमुख ने कहा कि जब डीजीएमओ स्तरीय वार्ता चल रही थी, तो पाकिस्तान वास्तव में यह उल्लेख कर रहा था कि हम जानते हैं कि भारत का ऐसा-ऐसा वेक्टर (हथियार प्रणाली) हमले के तैयार है। हम आपसे अनुरोध करेंगे कि इसे रोक लीजिए। पाक को यह अग्रिम जानकारी मिल रही थी। ऐसा इसलिए क्योंकि उसे चीन से लाइव इनपुट मिल रहा था।

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