24 मई का इतिहास
24 मई 1896 को एक महत्वपूर्ण दिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन, हम सरदार करतार सिंह सराभा
24 मई का इतिहास History of 24 May
24 मई 1896 को एक महत्वपूर्ण दिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन, हम सरदार करतार सिंह सराभा और कुंवर प्रताप सिंह बारहठ जैसे वीर शहीदों को याद करते हैं, जो अपने जीवन को माँ भारती की सेवा में समर्पित किया।
सरदार करतार सिंह सराभा, जो अपनी 19 वर्षीय आयु में ही भारत माता के लिए अपने जीवन की आहुति देने के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने अपनी वीरता और समर्पण के माध्यम से आजादी की लड़ाई में अपना योगदान दिया। उनकी जयंती के दिन, हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके वीरता को स्मरण करते हैं।
उसी प्रकार, कुंवर प्रताप सिंह बारहठ भी अपनी अल्पायु में ही देश के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपनी शौर्य और बलिदान के माध्यम से देश की स्वतंत्रता के लिए लड़ा। उनकी जयंती पर, हम उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके योगदान को समर्थन करते हैं।
इन महान वीरों के बलिदान और समर्पण को याद करते हुए, हमें उनकी प्रेरणा से प्रेरित होकर आगे बढ़ना चाहिए। उनके योगदान को समर्थन करना हमारा कर्तव्य है और उनके त्याग को सराहनीय बनाना हमारा धर्म है। यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान अध्याय का हिस्सा है, जो हमें हमारे देश की विरासत के प्रति समर्पित बनाता है। जय हिंद!
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