अजमल खां पार्क में कबाड़ से दिखाई जाएगी विरासत
भारत दर्शन और शहीदी पार्क की सफलता के बाद दिल्ली नगर निगम का चौथा वेस्ट टू आर्ट पार्क नागरिकों के लिए शनिवार से खुल गया है।
अजमल खां पार्क में कबाड़ से दिखाई जाएगी विरासत
3.22 करोड़ की लागत से तैयार हुआ है हेरीटेज पार्क, दिल्ली का चौथा वेस्ट टू आर्ट पार्क बनकर हुआ तैयार वेस्ट टू वंडर, भारत दर्शन और शहीदी पार्क की सफलता के बाद दिल्ली नगर निगम का चौथा वेस्ट टू आर्ट पार्क नागरिकों के लिए शनिवार से खुल गया है। पार्क में यूनेस्कों की सूची में शामिल भारत की ऐतिहासिक इमारतों और स्थलों की प्रतिकृतियों को कबाड़ से बनाया गया है। इसमें 200 टन के करीब पुराने लोहे की टीन, साइकिल, कारों के पूर्जी को शामिल किया गया है। करोल बाग के अजमल खां पार्क में स्थित श्रीराम वाटिका में यह अजमल खां पार्क बनाया गया है। खास बात यह है कि सबसे कम समय में बनने वाले पार्कों में से एक हैं।
29 सितंबर 2023 को स्थानीय सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने इसका शिलान्यास किया था। शुक्रवार को नागरिकों के बीच पहुंचकर लेखी ने इसे जनता के लिए समर्पित कर दिया। हालांकि जल्दबाजी में हुए इस कार्य में बहुत काम अभी बाकी है। लाइटिंग की व्यवस्था भी अभी पूरी तरह चालू नहीं हुई है। इतना ही नहीं कलाकृतियों के पीछे का जो ढांचा यह भी सामने से दिख रहा है जो कि देखने में अच्छा नहीं लग रहा है। साढ़े चार एकड़ भूमि में इस पार्क में कबाड़ से बनी ही प्रतिकृतियां लगाई गई हैं। इसमें दिल्ली का लाल किला, अहमदाबाद का तीन दरवाजा, मध्य प्रदेश का विष्णु मंदिर, कर्नाटक का दुर्गा मंदिर, जयपुर का अमेर किला, पश्चिम बंगाल का शांति निकेतन, गुजरात का चंपनेर, आगरा का किला, बिहार का महाबोधी मंदिर समेत अन्य राज्यों के प्रमुख स्थानों की कबाड़ से बनी प्रतिकृतिया लगाई है। इसी प्रकार श्री डी व्हील भी लगाए गए हैं। कोणार्क चक्र, धर्म चक्र, हंपी चक्र, एनीसेंट व्हील चक्र हैं। कुल 20 कलाकृति हैं। इसमें पांच चक्र हैं। पार्क में 22 हजार से अधिक सजावटी पौधे भी लगाए गए हैं ताकि लोग इनसे आकर्षित हो सकें।
हमेशा सबके सब काम हो जाएं, यह संभव नहीं है: मीनाक्षी लेखी
नई दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी हेरीटेज पार्क का उद्घाटन करने पहुंची। उनकी सांसद निधि से यह पार्क बनाया गया है। पार्क के उद्घाटन के मौके पर मीनाक्षी लेखी भरे मन से कार्यक्रम में मौजूद थीं। चूंकि उनकी सांसद निवि का इसमें उपयोग हुआ तो आचार संहिता लगने से पहले उन्होंने इस पार्क को जनता को समर्पित कर दिया। कार्यक्रम के उद्घाटन के दौरान एक तरफ वह मंच से भाषण दे रही थी तो वहीं दूसरी ओर केंद्रीय कार्यालय में लोकसभा चुनावों के प्रत्याशियों की घोषणा हो रही थी।
भाषण के दौरान बांसुरी स्वराज को नई दिल्ली से लोकसभा प्रत्याशी बनाने की घोषणा हुई तो वहां मौजूद उनके चाहने वालों के चेहरे उतर गए। हालाकि कार्यकर्ताओं और लेखी के हाव-भाव से लग रहा था कि उन्हें प्रत्याशी न बनाए जाने का पहले से आभास था। लेखी ने इस दौरान अपने कार्यकर्ताओं को नाम से मंच से पुकार कहा कि वह सभी कार्यकर्ताओं को नाम से जानती है। उन्होंने कहा कि उनका लगातार प्रयास रहा कि अपने क्षेत्र की जनता की सेवा में लगे रहे हैं और जो बन पाए वह कार्य करते हैं। हमेशा सब के सब काम हो जाए, ऐसा संभव नहीं हो पाता है लेकिन ऐसा प्रयास रहता है कि सभी के सब काम हो जाए।
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