छत्तीसगढ़ में हेलीकॉप्टर से बोर्ड परीक्षा का पेपर पहुंचाना: सुकमा जिले में शिक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता
छत्तीसगढ़ में इस अनोखे कदम का आयोजन दूसरे साल से किया जा रहा है, जिससे सुकमा जिले के छात्रों को भी समान शिक्षा का अधिकार है।
![छत्तीसगढ़ में हेलीकॉप्टर से बोर्ड परीक्षा का पेपर पहुंचाना: सुकमा जिले में शिक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता](https://bharatiya.news/uploads/images/202403/image_870x_65e1ffcb830b0.jpg)
छत्तीसगढ़ में हेलीकॉप्टर से बोर्ड परीक्षा का पेपर पहुंचाना: सुकमा जिले में शिक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता
-
शिक्षा का प्रोत्साहन: छत्तीसगढ़ सरकार ने सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित इलाके में हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करके विद्यार्थियों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करने का प्रयास किया है।
-
सुरक्षा और सुगमता: इस कदम से सुरक्षा और सुगमता के साथ परीक्षा केंद्र तक पहुंचाई जा रही है, जिससे छात्रों को परीक्षा में शांति मिलती है और उनका ध्यान पूरी तरह से पढ़ाई पर होता है।
-
समय की बचत: हेलीकॉप्टर से प्रश्नपत्र पहुंचाने से यात्रा में हुई समय की बचत हो रही है, जिससे छात्रों को परीक्षा के लिए अधिक समय मिलता है।
-
समाज में सकारात्मक प्रतिक्रिया: सोशल मीडिया पर हेलीकॉप्टर से पेपर पहुंचाने की तस्वीरें साझा करने से लोगों में सकारात्मक प्रतिक्रिया आ रही है, जिससे इस प्रयास को समर्थन मिल रहा है और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की दिशा में प्रेरणा मिल रही है।
रायपुर, 3 मार्च 2024: छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले के एक आदिवासी इलाके में विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया है। जगरगुंडा स्थित एक परीक्षा केंद्र में हो रही छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CGBSE) की 12वीं कक्षा की परीक्षा के प्रश्नपत्र उसी इलाके में पहुंचाए गए हैं।
छत्तीसगढ़ में इस अनोखे कदम का आयोजन दूसरे साल से किया जा रहा है, जिससे सुकमा जिले के छात्रों को भी समान शिक्षा का अधिकार है। इस वर्ष, हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करने से सुरक्षा और सुगमता के साथ ही समय की बचत की जा रही है।
इस मुख्यालय की घड़ी के अनुसार, CGBSE की 10वीं कक्षा की परीक्षाएं शनिवार को शुरू हो रही हैं, जबकि 12वीं कक्षा की परीक्षा शुक्रवार से आरंभ हो गई है। यह पहली बार नहीं है कि हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल सुकमा जिले में परीक्षा प्रश्नपत्रों को पहुंचाने में किया जा रहा है, लेकिन इस बार इसे सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए कदम उठाया गया है।
सोशल मीडिया पर साझा की गई तस्वीरों से सुधार की गई सुविधा पर लोगों की सकारात्मक प्रतिक्रिया आ रही है, जिससे यह उम्मीद है कि इस कदम से आगे भी छत्तीसगढ़ में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार होगा।*
What's Your Reaction?
![like](https://bharatiya.news/assets/img/reactions/like.png)
![dislike](https://bharatiya.news/assets/img/reactions/dislike.png)
![wow](https://bharatiya.news/assets/img/reactions/wow.png)
![sad](https://bharatiya.news/assets/img/reactions/sad.png)