इस्लाम नहीं अपनाने पर दलित दंपती से मारपीट, जान से मारने की दी धमकी
मतांतरण कराने की घटनाओं के बीच मुस्लिम बनने के लिए बाध्य करने की यह घटना गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
इस्लाम नहीं अपनाने पर दलित दंपती से मारपीट, जान से मारने की दी धमकी
झारखंड के गिरिडीह का मामला, मुखिया के पति पर प्रताड़ना का आरोप पुलिस ने कार्रवाई करने के बजाय दोनों पक्षों में करा दिया समझौता
झारखंड के गिरिडीह में एक दलित दंपती ने गांव के ही कुछ लोगों पर जबरन इस्लाम धर्म स्वीकार करने के लिए मारपीट करने व जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। मामला पुलिस तक पहुंचने के बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया है, लेकिन पीड़ित महिला का कहना है कि समझौते के लिए भी उसपर दबाव बनाया गया। झारखंड में इसाई मिशनरियों द्वारा आदिवासियों का बड़े पैमाने पर मतांतरण कराने की घटनाओं के बीच मुस्लिम बनने के लिए बाध्य करने की यह घटना गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
मामला गिरिडीह जिले के धनवार प्रखंड के गुआखंडहर गांव का है। यहां विकास रविदास की पत्नी ललिता देवी ने 29 जुलाई को स्थानीय थाने में जाकर पुलिस से शिकायत की थी कि उसके और उसके पति के साथ मारपीट कर इस्लाम कबूल करने के लिए दबाव बनाया गया। साथ ही जान से मारने की धमकी दी गई। मारपीट करने का आरोप सापामारन पंचायत की मुखिया के पति शाहबान अंसारी और अन्य पर है।
हालांकि पुलिस ने आरोपितों पर कोई कार्रवाई नहीं की। एक दिन बाद पुलिस ने दोनों पक्षों में सुलहनामा करवा दिया। पीड़ित ललिता देवी का कहना है कि वह मुखिया के पति शहबान अंसारी के दबाव मैं आकर सुलहनामा करने पर विवश हो गई। ललिता देवी का कहना है कि सुलहनामा नहीं करने पर मुझे समाज से बेदखल करने तथा सामाजिक दंड देने की धमकी दी गई। महिला के अनुसार, मुखिया ने उससे यह भी कहा कि तुम्हें किसी भी सरकारी योजना का लाभ लेने नहीं देंगे। इसके बाद दबाव में आकर मैंने तथा मेरे पति ने सुलहनामे पर हस्ताक्षर कर दिए।
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