राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक सम्पन्न

वर्ष 2012 में आरएसएस ने 'ज्वाइन आरएसएस' नामक ऑनलाइन माध्यम प्रारंभ किया था, जिसके तहत प्रतिवर्ष एक से सवा लाख लोग संघ की विविध गतिविधियों में जुड़ते हैं। इस वर्ष जून के अंत तक 66,529 लोगों ने संघ से जुड़ने की इच्छा व्यक्त की है।

Jul 14, 2024 - 13:15
Jul 14, 2024 - 13:18
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक सम्पन्न

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक सम्पन्न

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक 12 जुलाई से 14 जुलाई तक रांची के सरला बिरला विश्वविद्यालय में आयोजित की गई। इस बैठक में संघ के विभिन्न कार्य योजनाओं पर चर्चा और समीक्षा की गई।

प्रेस वार्ता  में अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख श्री सुनील आंबेकर ने बताया कि संघ के दृष्टिकोण से पूरे देश भर में 46 प्रांत हैं। उन्होंने बताया कि संघ से जुड़ने के लिए युवाओं की संख्या में वृद्धि हो रही है। वर्ष 2012 में आरएसएस ने 'ज्वाइन आरएसएस' नामक ऑनलाइन माध्यम प्रारंभ किया था, जिसके तहत प्रतिवर्ष एक से सवा लाख लोग संघ की विविध गतिविधियों में जुड़ते हैं। इस वर्ष जून के अंत तक 66,529 लोगों ने संघ से जुड़ने की इच्छा व्यक्त की है।

संघ ने इस वर्ष प्रशिक्षण वर्गों की रचना और पाठ्यक्रम में परिवर्तन किया है। 40 वर्ष से कम आयु के स्वयंसेवकों के लिए इस वर्ष 72 वर्ग आयोजित हुए जिनमें 20,615 लोगों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। 40 से 65 वर्ष की आयु के लिए 18 वर्गों में 3,335 शिक्षार्थियों ने भाग लिया। पिछले वर्ष आयोजित प्राथमिक शिक्षा वर्गों में एक लाख नए लोगों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया था।

सुनील आंबेकर ने बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में कुल 227 कार्यकर्ता देशभर से शामिल हुए थे। संगठन के महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श हुआ। बैठक के अंतिम दिन आयोजित प्रेस वार्ता में झारखंड प्रांत संघचालक सच्चिदानंद लाल, अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख द्वय नरेंद्र कुमार और प्रदीप जोशी भी उपस्थित थे।

आगामी योजनाओं के बारे में उन्होंने बताया कि विजयादशमी 2025 तक संघ ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सभी मंडलों और बस्तियों में दैनिक शाखा के विस्तार का लक्ष्य निर्धारित किया है। मार्च 2024 तक 58,981 मंडलों में से 36,823 मंडलों में प्रत्यक्ष दैनिक शाखा हैं। वर्तमान में देश में 73,117 दैनिक शाखाएं और 27,717 साप्ताहिक मिलन चलते हैं। संघ ने जागरण पत्रिकाओं के माध्यम से 1,58,532 गांवों में सकारात्मक संदेश और आध्यात्मिक विचार फैलाने का कार्य किया है।

आगामी योजना के तहत संघ पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होलकर की त्रि-शताब्दी के अवसर पर उनके जीवन संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करेगा।

ग्रामीण क्षेत्रों के विकास हेतु संघ गौ सेवा और ग्राम विकास को मिलाकर विशेष योजना बना रहा है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे गांव में रहकर इन कार्यों में सहभागी बनें।

पर्यावरण संरक्षण के लिए संघ की गतिविधियों को समाज से अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। पंच परिवर्तन के विषयों पर भी संघ की तैयारी और समाज में संपर्क जारी है।

सुनील आंबेकर ने स्पष्ट किया कि संघ सीधे चुनावी कार्य में नहीं लगता, बल्कि लोकमत परिष्कार और जागरण का कार्य करता है। मतांतरण पर उन्होंने कहा कि धोखे, जबरन या लालच से किया गया मतांतरण पूर्णतया गलत है और इसे रोकने के लिए कानून का पालन आवश्यक है।

जनसंख्या असंतुलन पर उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर समाज को भी चिंता करनी चाहिए और संघ उस दिशा में कार्य करेगा। आपातकाल के विरोध में संघ के संघर्ष को भी उन्होंने रेखांकित किया और कहा कि लोकतंत्र में ऐसी बातें नहीं होनी चाहिए।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार