राज्यसभा की 12 सीटों पर उपचुनाव में सभी उम्मीदवारों का निर्विरोध चुनाव, , कांग्रेस को एक सीट
राज्यसभा की 12 सीटों पर उपचुनाव में सभी उम्मीदवारों का निर्विरोध चुनाव हो गया है, जिसमें एनडीए को 11 सीटों पर जीत हासिल हुई है. वहीं, कांग्रेस के खाते में एक सीट गई है. ऐसे में BJP की पकड़ राज्यसभा में मजबूत हुई है और उसका गठबंधन बहुमत तक पहुंच गया है. इतिहास में पहली बार है कि एनडीए राज्यसभा में आत्मनिर्भर हुई है. राज्यसभा उपचुनाव में बीजेपी के 9 और उसके सहयोगी दलों के 2 सदस्य निर्विरोध चुने गए हैं.
राज्यसभा की 12 सीटों पर हाल ही में हुए उपचुनाव में सभी उम्मीदवारों का निर्विरोध चुनाव हो गया है, जिसमें एनडीए ने 11 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की है। वहीं, कांग्रेस के खाते में केवल एक सीट गई है। इस उपचुनाव के परिणामों ने राज्यसभा में बीजेपी की पकड़ और मजबूत कर दी है, जिससे एनडीए का गठबंधन पहली बार बहुमत के आंकड़े को पार कर गया है।
इन चुनावों में बीजेपी के 9 और उसके सहयोगी दलों के 2 सदस्य निर्विरोध चुने गए हैं, जो एनडीए की शक्ति को और बढ़ाते हैं। एनडीए की इस सफलता ने राज्यसभा में उसकी आत्मनिर्भरता सुनिश्चित की है। इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि एनडीए को राज्यसभा में बहुमत मिल गया है, जिससे वह किसी भी महत्वपूर्ण विधेयक को पारित कराने में सक्षम होगी।
राज्यसभा में एनडीए की इस बड़ी जीत को आगामी चुनावों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस जीत से यह भी साफ हो गया है कि बीजेपी का राज्यसभा में दबदबा और प्रभाव बढ़ता जा रहा है। वहीं, कांग्रेस की एकमात्र सीट हासिल करना उसके लिए चिंता का विषय है और विपक्ष के कमजोर होने का संकेत भी देता है।
इस उपचुनाव के नतीजों ने राज्यसभा में सत्ता के समीकरणों को बदल दिया है और एनडीए को अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने का मजबूत आधार प्रदान किया है। एनडीए के लिए यह चुनावी जीत उसकी आगामी रणनीतियों और नीतियों को लागू करने में सहायक सिद्ध हो सकती है।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राज्यसभा में सीटों की संख्या अलग-अलग वर्षों में बदलती रही है, जो पार्टी की ताकत और राज्य विधानसभा चुनावों के परिणामों पर निर्भर करती है। चूंकि BJP की स्थापना 1980 में हुई थी, इसलिए इसके बाद के वर्षों में राज्यसभा में उनकी सीटों का विवरण दिया जा सकता है। हालांकि, 1980 से पहले भारतीय जनसंघ के नाम से उनकी सीटें थीं।
मुख्य वर्षों में BJP की राज्यसभा सीटों का विवरण:
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1980: BJP की स्थापना के बाद राज्यसभा में उनकी उपस्थिति कम थी। इस साल पार्टी के पास केवल 1-2 सीटें थीं।
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1989: इस साल BJP की सीटों की संख्या बढ़कर लगभग 5-7 हो गई थी, जब पार्टी ने देशभर में अपनी उपस्थिति मजबूत करनी शुरू की।
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1998: NDA सरकार बनने के समय, BJP की सीटें 25-30 के बीच थीं।
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2004: इस साल BJP की सीटें लगभग 49-50 थीं, जब पार्टी विपक्ष में थी।
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2014: नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद BJP की राज्यसभा में सीटें बढ़कर लगभग 45-50 हो गई थीं।
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2018: इस साल BJP की राज्यसभा सीटें 69 थीं, जो पार्टी की अब तक की सबसे अधिक संख्या थी।
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2020: BJP की सीटों की संख्या बढ़कर 86 हो गई, जो उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि थी।
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2024: अब तक की ताजा जानकारी के अनुसार, BJP के नेतृत्व वाले NDA की राज्यसभा में सीटें 100 के करीब हो गई हैं, जो पहली बार उन्हें बहुमत में ले जाती है।
राज्यसभा में BJP की सीटों की संख्या का विस्तार और वृद्धि राज्य विधानसभा चुनावों और पार्टी की लोकप्रियता के साथ-साथ गठबंधन की रणनीति पर भी निर्भर करती रही है।
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