पाकिस्तान बॉर्डर से सटे 3 जिलों में 40 जगह बन रहे फर्जी आधार कार्ड पर बड़ा खुलासा
फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, हाथों की बजाय पैरों के निशान व कॉर्निया का उल्टे कैमरे से स्कैन कर फर्जी आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं। यह सबकुछ फर्जी लोन उठाने व जीएसटी में फर्जीवाड़े के लिए हो रहा है।
पाकिस्तान बॉर्डर से सटे 3 जिलों में 40 जगह बन रहे फर्जी आधार कार्ड पर बड़ा खुलासा
पाकिस्तान बॉर्डर से सटे 3 जिलों में 40 जगह बन रहे फर्जी आधार कार्ड पर बड़ा खुलासा 25 हजार में फर्जी आधार कार्ड; हाथों की बजाय पैरों के निशान लेकर उल्टे कैमरे से कॉर्निया स्कैन कर रहे
नाम, पता फर्जी भर दिया, साक्षी बन संचालक के भाई ने अंगूठा लगाया, लेकिन वे फिंगर प्रिंट किसी और महिला के नाम से थे
जीएसटी में घपला, लोन के लिए बना रहे फर्जी आधार
पाकिस्तान बॉर्डर से सटे 3 जिलों बाड़मेर, जालोर, सांचौर के अधिकृत सेंटर पर आधार कार्ड जैसे सबसे सुरक्षित माने जाने वाले पहचान पत्र में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा हो रहा है। फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, हाथों की बजाय पैरों के निशान व कॉर्निया का उल्टे कैमरे से स्कैन कर फर्जी आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं। यह सबकुछ फर्जी लोन उठाने व जीएसटी में फर्जीवाड़े के लिए हो रहा है।
रिपोर्टर इन तीनों जिलों के 40 सेंटर पर पहुंचा, जो 20 से 25 हजार रुपए में फर्जी आधार कार्ड बनाने के लिए तैयार हो गए। रिपोर्टर ने सांचौर के डूंगरी गांव के सेंटर पर 25 हजार रुपए देकर फर्जी नाम, पते से आधार कार्ड बनवा लिया। गत 8 जून को आवेदन के 3 दिन बाद 10 जून को भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) की वेबसाइट से आधार कार्ड डाउनलोड हो गया।
सबसे पहले फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाया। भास्कर रिपोर्टर का नाम : राकेश कुमार पिता का नाम: कांतिलाल, पता : छाबरा (बारां) व जन्मतिथि 18 वर्ष दर्ज की। इसे प्रिंट कर दस्तावेज के रूप में काम लिया। उम्र 18 वर्ष ही क्यों? तो जवाब मिला-जारी होने के 5 दिन बाद अपडेट कर उम्र बढ़ा देंगे।
रामदेव ई मित्र-सेंटर डूंगरी, सांचौर (पाक बॉर्डर से 20 किमी दूर) सबकुछ करना, लेकिन तस्करी मत करना
रिपोर्टर: फर्जी आधार कार्ड बनवाना है। संचालक : 30 मिनट बैठो आप।
(30 मिनट बाद ग्राहक गए तो अंदर बुलाया।) रिपोर्टर: मुझे बेंगलुरु में जीएसटी में फर्जीवाड़ा करना है। वहां के दोस्त ने आपका एड्रेस दिया। संचालक : वैसे बिना पहचान वालों के तो हम बनाते भी नहीं।
रिपोर्टर: हमें केवल फर्जी जीएसटी में काम लेना है। किसी को नहीं बताएंगे
संचालक: आप जीएसटी, बैंकों से फर्जी लोन बाकी कुछ भी करना पकड़े नहीं जाओगे केवल दारू-डोडा तस्करी में उपयोग मत लेना। 25 हजार रु. लगेंगे। आधार व पेन कार्ड दोनों बना देंगे। अधिकतर फर्जी जीएसटी वाले मेरे पास से ही बनवाते हैं। रिपोर्टर : अगर किसी और के बनवाने हैं तो बना
दोगे?
संचालक : ऑरिजनल बनाने में केवल 20 रुपए मिलते हैं। 25 हजार रुपए दो तो किसी का भी बना देंगे।
(...उसके बाद प्रक्रिया पूरी कर 20 मिनट में आवेदन कर दिया।)
ग्राम पंचायत दूठवा (चितलवाना
शक होने पर बाद में आने को कहा रिपोर्टर: आधार कार्ड बनवाना है फर्जी? संचालक : किसने रिपोर्टर: एक व्यक्ति का नाम बताया? संचालक: उस व्यक्ति को तो मैं नहीं जानता हूं। क्यों बनवाना है?का कारोबार है।
संचालक: कोई रेफरेंस दिलवाओ या फिर आपके नंबर दो आपका पता कर वापस वॉट्सएप पर कॉल कर दूंगा।
केस-1 जालोर में ग्रेनाइट ट्रेडर्स फर्म ने 1.50 करोड़ का कारोबार कर इनपुट नहीं भरा। मालिक रणजीत सिंह के नाम से कोई है ही नहीं।
केस-2 शिवा स्टोनेक्स फर्म ने 6 करोड़ का कारोबार किया। मालिक का नाम दिनाकरण पी था। फर्जी आधार पर पेन कार्ड का इस्तेमाल।
केस-3 गुजरात में गाड़ी पर फाडू नेंस हुआ। यह गाड़ी जालोर के रमेश के नाम से थी। ईएमआई जमा नहीं हुई तब फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ।
स्टेप 4 साक्षी के तौर पर संचालक के भाई ने अंगूठा लगाया, तो भगवती देवी नाम आया। उस महिला के आधार कार्ड में उसने फिंगर प्रिंट जोड़ रखे थे।और 3 दिन में बन गया रिपोर्टर का फर्जी आधार कार्ड
• रिपोर्टर ने कहा कि मेरा आधार कार्ड पहले से है। जीएसटी में फर्जीवाड़े के लिए फर्जी आधार कार्ड बनाना है। सांचौर के डूंगरी सेंटर से प्रोसेस के 3 दिन बाद यूआईडीएआई की वेबसाइट से आधार कार्ड डाउनलोड हो गया।
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