यमन-सऊदी नहीं, यह है सबसे ज्यादा भारतीयों को फांसी देने वाला देश

Nimisha Priya Case: यमन में भारतीय नर्स निमिषा प्रिया की फांसी भले ही टल गई हो, लेकिन देश में ऐसे मामलों की चर्चा शुरू हो गई है. पिछले साल सालों में विदेश में 47 भारतीयों को सजा-ए-मौत मिली. विदेश के मंत्रालय के आंकड़े इस पर मुहर भी लगाते हैं. जानिए, कितने देशों में भारतीयों को फांसी दी गई, सबसे ज्यादा सजा-ए-मौत कहां दी गई और कितने देशों की जेल में बंद भारतीयों पर फैसला होना बाकी है.

Jul 16, 2025 - 19:11
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यमन-सऊदी नहीं, यह है सबसे ज्यादा भारतीयों को फांसी देने वाला देश
यमन-सऊदी नहीं, यह है सबसे ज्यादा भारतीयों को फांसी देने वाला देश

यमन में सजा-ए-मौत का सामना कर रही भारतीय नर्स निमिषा प्रिया की फांसी टल गई है. निमिषा यमन की राजधानी सना की केंद्रीय जेल में बंद है. निमिषा पर तलाल अब्दो महदी का कत्ल करने का अरोप है. जिसका शव साल 2017 में पानी की टंकी से बरामद किया गया था. वहीं, निमिषा का दावा है कि तलाल ने उनका शोषण किया और पासपोर्ट अपने कब्जे में किया था. अब आगे क्या होगा, इस पर बड़ा अपडेट आना बाकी है. हालांकि, किसी भारतीय की विदेश में फांसी की सजा का यह कोई पहला मामला नहीं है.

कई देशों में भारतीयों की फांसी के मामले सामने आ चुके हैं. कई देश ऐसे भी हैं जहां की जेलों में दर्जनों भारतीय बंद हैं. विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़े इस पर मुहर लगाते हैं. जानिए, कितने देशों में भारतीयों को फांसी दी गई, सबसे ज्यादा सजा-ए-मौत कहां दी गई और कितने देशों की जेल में बंद भारतीयों पर फैसला होना बाकी है.

भारतीयों को फांसी देने वाले देश

सबसे ज्यादा भारतीयों को फांसी देने वाले देशों में न तो यमन है और न ही सऊदी अरब है. इसकी खुलासा राज्सभा में पेश किए गए आंकड़ों में किया गया था. विदेश मंत्रालय (MEA) की तरफ से जारी आंकड़े कहते हैं, वर्तमान में कम से कम 10,152 भारतीय हैं जो विदेश में विचाराधीन कैदी हैं. आंकड़े बताते हैं कि पिछले पांच सालों में 47 भारतीयों को विदेश में फांसी की सजा सुनाकर सजा-ए-मौत दी गई. भारतीयों को मौत की सजा देने वाले देशों में मलेशिया, कुवैत, कतर, सऊदी अरब, जिम्बाब्वे और जमैका शामिल हैं.

सबसे ज्यादा भारतीयों को फांसी किस देश में दी गई?

कुवैत वो देश है जहां सबसे ज्यादा भारतीयों को फांसी दी गई. साल 2020-2024 के बीच कुवैत में 25 भारतीयों को फांसी दी गई. हालांकि, सरकार का कहना था कि संयुक्त अरब अमीरात में फांसी दिए जाने वाले भारतीय कैदियों का कोई आंकड़ा विदेश मंत्रालय के पास उपलब्ध नहीं है.

हालांकि, मीडिया रिपोर्ट में संयुक्त अरब अमीरात में कई भारतीयों को फांसी दिए जाने का दावा किया गया. इसमें शहजादी खान, मुहम्मद रिनाश अरंगीलोट्टू और मुरलीधरन पेरुमथट्टा वलाप्पिल जैसे नामों का जिक्र किया गया.

कहांलटकीसजा-ए-मौत की तलवार?

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में 25 भारतीय नागरिक मौत की सज़ा का इंतज़ार कर रहे हैं, जबकि सऊदी अरब में 11 भारतीय नागरिक हैं. सबसे ज़्यादा 2,633 भारतीय विचाराधीन और दोषी कैदी सऊदी अरब की जेलों में बंद हैं, उसके बाद 2,518 संयुक्त अरब अमीरात की जेलों में. इसके अलावा, 1,317 क़ैदी नेपाल की जेलों में बंद हैं.

Death Penalty

साल 2020-2024 के बीच कुवैत में 25 भारतीयों को फांसी दी गई. फोटो: Getty Images

विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह का कहना है, जैसे ही किसी भारतीय नागरिक की हिरासत/गिरफ्तारी की सूचना किसी भारतीय मिशन/केंद्र को प्राप्त होती है, तो वह तुरंत स्थानीय विदेश कार्यालय और अन्य संबंधित स्थानीय प्राधिकारियों से संपर्क करता है, ताकि हिरासत में लिए गए/गिरफ्तार किए गए भारतीय नागरिक तक कांसुलर की मदद पहुंच सके. मामले के तथ्यों का पता लगाया जा सके. उसकी भारतीय राष्ट्रीयता की पुष्टि की जा सके.

उनका कहना है, सरकार जहां तक संभव हो, विदेश में बंद कैदियों को कानूनी सहायता और काउंसलर पहुंच प्रदान करने में सहायता करती है. सरकार नियमित रूप से उनकी रिहाई और स्वदेश वापसी पर भी नज़र रखती है. इसके अलावा अपील और दया याचिकाएं दायर करने समेत कानूनी उपायों में भी मदद करती है.

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