यूपीएससी CSE टॉपर्स 2025: शक्ति दुबे ने किया टॉप | रैंक वाइज टॉपर लिस्ट और आईएएस टॉपर्स इंटरव्यू

हिंदी: यूपीएससी CSE 2024 की टॉपर बनीं बलिया की शक्ति दुबे। जानिए उनकी संघर्ष भरी यात्रा, टॉप करने का मंत्र, रैंक वाइज टॉपर सूची और आईएएस इंटरव्यू से जुड़े खास पहलू। उनके अनुभव हर UPSC अभ्यर्थी के लिए प्रेरणा हैं। UPSC CSE Toppers 2025 Power Couple Toppers Rating Topper List Rating Toppers Interview, यूपीएससी CSE टॉपर्स 2025 शक्ति दुबे ने किया टॉप | रैंक वाइज टॉपर लिस्ट और आईएएस टॉपर्स इंटरव्यू

Apr 23, 2025 - 06:26
Apr 23, 2025 - 06:52
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यूपीएससी CSE टॉपर्स 2025: शक्ति दुबे ने किया टॉप | रैंक वाइज टॉपर लिस्ट और आईएएस टॉपर्स इंटरव्यू
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UPSC CSE 2024 Toppers : शक्ति दुबे बनीं AIR 1 | रैंक वाइज टॉपर सूची और IAS टॉपर्स इंटरव्यू


यूपीएससी सीएसई परिणाम 2025 घोषित होने के साथ ही सभी की निगाहें उन टॉपर्स पर टिकी हैं जिन्होंने परीक्षा में शानदार अंक प्राप्त किए हैं। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने आज सीएसई फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है। हर साल, हजारों उम्मीदवार परीक्षा के लिए उपस्थित होते हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही फाइनल रिजल्ट तक पहुँच पाते हैं। इस साल, शक्ति दुबे ने पहला स्थान हासिल किया है और ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल की है और यूपीएससी सीएसई टॉपर 2025 के रूप में उभरे हैं। दूसरे और तीसरे स्थान पर हर्षिता गोयल और डोंगरे अर्चित पराग हैं।... और पढ़ें: https://www.adda247.com/exams/upsc/upsc-toppers-list-2025/

इंटरव्यू के बाद आई मिस द कट ऑफ बाय 12 मार्क्स उसने यही कहा था कि तुम चिंता मत करो तुम फिर से लिख जाओगी तो यू विल अगेनक्लियर इट और तुम्हें भगवान ने रैंक वन के लिए ही बचा के रखा है एंड आई थिंक आज उसकी बात सच भी हो गई कहीं ना कहीं सो हां येभाई ने मेरे कहा था मैंने तो कभी नहीं सोचा था सबको मालूम था कि आज रिजल्ट्स आने वाले हैं आपने भी मतलब अंदाजा लगा करकेरखा होगा कि ठीक इस समय मैं लैपटॉप खोल करके बैठूंगी और यूपीएससी के साइट पर जाना है

चेक करना है लोगों के भी एंटीिसिपेशनहोंगे कि इस बार शक्ति क्लियर कर लेगी जैसे ही आपने अपना नाम देखा किसको पहला फोन किया कितनी खुशी अंदर से क्या कुछनिकल करके आया किसको किसको फोन किया हां आई एक्चुअली सुबह से ही आज था कि रिजल्ट आ जाएगा एंड वी न्यू कि 1 ओ क्लॉक से 2 ओक्लॉक के बीच में आना है तो पहले तो मैंने कोशिश की कि मैं फोन साइड में रख के सो जाती हूं बट वो हो नहीं पा रहा था एंडजैसे ही रिजल्ट का पीडीएफ अपलोड हुआ और मैंने डाउनलोड किया तो मुझे सबसे पहले मैंने पापा को फोन किया पापा को बतायाउसके बाद मम्मी को फोन किया उसके बाद मुझे इंस्टट्यूट से ही कॉल आया था

जब मैं काफी घबराई हुई थी कि सर पता नहीं पीडीएफ गलतहै या फेक है सर ने फिर बोला नहीं हमने आपका रोल नंबर क्रॉस वेरीफाई किया है आप ही का रोल नंबर है तो दैट्स व्हेन फाइनलीआई एक्सेप्टेड कि इट्स डन इट्स हैपनिंग हिंदुस्तान में हर एक युवा का सपना होताहै 12वीं तक तो कम से कम होता ही है कि उसे यूपीएससी क्रैक करना है और उत्तर प्रदेश और बिहार आप तो उत्तर प्रदेश प्रयागराज की धरती से आती है अपने इंटरव्यू के दौरान भी जो मॉक इंटरव्यू मैंने देखा उसमें प्रयाग से रिलेटेडक्वेश्चन पूछा गया था 

तो प्रयाग को क्या कुछ और उन तमाम जो एस्पिरेंट्स हैं जो आपकी तरफ आज देख रहे हैं उनको क्या मैसेज देना चाहेंगे प्रयागराज तो मेरी जन्म भूमिभी है सो इट्स ऑलवेज वै क्लोज टू माय हार्ट आई थिंक दैट प्लेस हैज़ प्लेड अ लॉट ऑफ़ रोल इन शेपिंग मी हु आई एम आई थिंकएस्पिरेंट्स की बात करें अगर तो हर बच्चा आई थिंक अपने मेहनत अपने एंड से तो पूरी कोशिश ही करता है थोड़ी सी कमियां हैं जोअगर इंसान में रह जाती हैं जिस वजह से मे बी हम चूक जाते हैं किसी पर्टिकुलर अटेम्प्ट में व्हाट वी नीड टू डू इज़ जस्ट रिफ्लेक्ट बैक क्या गलतियां हुई उस पे कामकरेंगे वरना ये हमेशा दिमाग में रखना है कि यूपीएससी सिर्फ एक एग्जाम है इट्स नॉटमोर देन लाइफ नॉट एनीथिंग मोरेंट देन योर लाइफ इट इज़ सो आई थिंक ये चीजें हैं जो बच्चों को अपने दिमाग में रखनी चाहिए मम्मी पापा से बात हुई जी हां

बिल्कुल सबसे पहले उन्हीं से बात हुई हां जी और आज कोई मंदिर जाने की तैयारी है ढोल नगाड़ेकुछ बज रहे हैं घर पे मंदिर तो मैं आज सुबह ही हो के आई यहां पे तो इसलिए हां डेफिनेटली इसके बाद मैं यहां से निकलूूंगीतो मंदिर ही जाऊंगी अच्छा ये आपका पांचवा अटेम्प्ट था पांच अटेम्प्ट्स आप मतलब ये पांचवा अटेम्प्ट था चार एग्जाम्स आपनेलिखे फेलोर को कैसे हैंडल किया जाए एक मैसेज अगर आई थिंक अगर आपको अपने ऊपरकॉन्फिडेंस है कि यू कैन वर्क ऑन इट कि जो गलतियां हुई मुझसे सुधारी जा सकती हैं खुद के ऊपर सेल्फ कॉन्फिडेंस पेरेंट्स कासपोर्ट आई थिंक फैमिली का साथ इतने से हो जाती हैं चीजें हैंडल हो जाती हैं दो से तीन टिप्स अगर आप जल्दी से आप देना चाहेएस्पिरेंट्स को जो तैयारी कर रहे हैं आज आपकी तरफ देखना चाह रहे हैं तो वो क्या होंगे बहुत ही मिनिमम नंबर ऑफ बुक लिस्टहोनी चाहिए प्रीवियस ईयर क्वेश्चंस और सिलेबस का हमेशा गाइडेंस लेकर चलना चाहिए एंड आई थिंक इनफ नंबर ऑफ मॉक्स प्रैक्टिसकरना भी बहुत जरूरी है सो दैट यू गेट यूज्ड टू द एग्जाम कंडीशंस जो यूपीएससी को रिक्वायर्ड है खुशी तो बहुत हो रही हैबाकी मैं ज्यादा खुश हूं अपने परिवार को देख के अपने दोस्तों को देख के जो इस खुशी में शामिल हुए हैं किस तरीके का संघर्षआपने देखा अपनी जर्नी में संघर्ष तो बहुत देखा है अप्स एंड डाउन्स काफी रहे हैं पांचवा अटेम्प्ट रहा है मेरा ये और तीसरीबार इंटरव्यू था पिछले दो प्रयासों में जब नहीं हुआ था

 इंटरव्यू में तो बहुत बुरा लगा था बट मैंने कभी हास कभी छोड़ा नहींहै इस चीज को हमेशा अपने लगे रहे हैं और मेडिटेशन के थ्रू हमेशा मन को शांत रखनेकी कोशिश की है हेल्थ पे फोकस किया है पूरा जिससे कभी टूटा नहीं है शरीर तो उसी से लगे हुए हैं जब आपने उनसे पहले भी जोअटेम्प्ट दिए थे वो आपके नहीं हो पाए तो आप अपने आपको कैसे मोटिवेट कर पाए हेलोमोटिवेशन से मैं ज्यादा कहूंगा मोटिवेशन छोटे टाइम के लिए काम करता है अगर किसी इंसान का रूटीन रहेगा तो वो ज्यादा लंबेटाइम तक काम कर पाएगा तो रूटीन यही रहता था कि सुबह उठकर लाइब्रेरी जाना है पूरे दिन वहीं रहना है पढ़ाई करनी है और शाम कोघर पे वापस आ जाना है तो ये रूटीन अगर रहेगा तो यह लंबे टाइम तक चलता रहता है और मन में अगर दृढ़ निश्चय हो कि मुझे यहीकरना है तो रूटीन के साथ अपने चलते रहें और सफलता मिल जाएगी आपकी सफलता पीछे सबसेमुख्य हाथ किसका है आपके परिवार से मैं एक का नाम किसी का नहीं ले सकता बट माता-पिता और बड़ी बहन का साथ रहा मैं यही कहूंगानहीं अभी इसमें तो रिजल्ट में मेरा रैंक 607 आया है तो अभी भी प्रिपरेशन शुरू हीरहेगी और नेक्स्ट टाइम आईएएस बनने के लिए अभी भी प्रयास जारी रहेंगे वो शुरू किया वो ऐसे एज अ फैमिली रिस्पांसिबिलिटी शुरूकिया जब मैंने शुरू किया था तब मेरी जो मदर थी वो हमारे गांव में ही एक जगह पर वोकहते हैं कि वो टॉयज की जो लारी होती है वो करते थे और मेरे पापा उस समय पर एलआईसीमें पी ऑन थे तो वहां से जर्नी शुरू हुई तब ऐसा गोल नहीं था कि यूपीएससी करेंगे जोछोटे शहर से आते हैं तो इतने बड़े गोल नहीं होते लेकिन जैसे-जैसे एज अ सीनियर क्लर्क शुरू किया फिर म्युनिसिपल चीफऑफिसर तो लगा कि अभी भी स्कोप है इस फील्ड में तो फिर मैंने जॉब में से रिजाइन कर कर फिर से यूपीएससी की जर्नी शुरू की और इससाल जीपीएससी में रैंक टू और यूपीएससी में रिजल्ट आया कहे ना तो कि मेरी पूरी जर्नी है वो गवर्नमेंट में रही है स्कूल होकॉलेज हो और यूपीएससी की भी जर्नी मैंने यहां पर सरदार पटेल इंस्टट्यूट में रह के की है तो डेफिनेटली वो गवर्नमेंट मेंपेबैक करने की वो पूरी-पूरी भावना है तो और जिस समाज में से और जिस जगह से आते होतो गोल है कि लास्ट माइल तक पहुंचने का हमेशा प्रयास करते रहेंगे बैकग्राउंड तो आप लोअर मिडिल क्लास में से आते हो तोआपके सपने भी उस समय बहुत छोटे होते हैं लेकिन जैसे-जैसे आप एक्सपीरियंस लेते जाते हो तो लगता है कि भ लगता है कि इस फील्डमें आगे जाएंगे तो बहुत सारे लोगों की हेल्प कर सकते हैं तो वही मोटिव है और इसी मोटिव से आए हैंसर फैमिली में तो मैं पहली हूं जो सिविल सर्विज में आई हूं और क्रैक किया है और मेरी फैमिली का भरपूर सपोर्ट था

सर एस्पेशली मेरे पापा का मेरे मम्मा नहीं है तो पापा ने पूरा घर संभाला है मेरा छोटा भाई है उसको संभाला है दादा-दादी कोसंभाला है और मुझे बस इतना कहा है कि बेटा तू जाके पढ़ाई कर अपना सपना अचीव कर तो मेरे पापा का बहुत ज्यादा सपोर्ट रहा हैसर उसकी वजह से और मेरे यहां पे फ्रेंड्स का बहुत सपोर्ट रहा है स्पीपा ने एक इकोसिस्टम प्रोवाइड किया जहां पे मेरेफ्रेंड्स के सपोर्ट की मदद से मैं कर पाई तो ओवरऑल सर सबके मदद से मैं क्रैक कर पाईहूं सिविल सर्विस में जुड़ेंगे कहीं ना कहीं क्या टारगेट के साथ क्या अचीव करेंगेऔर क्या अपना गोल आप रखेंगे जिसके कारण सोसाइटी को या गवर्नमेंट को लोगों का क्याटारगेट है सर मैं आईएएस बनना चाहती थी और मेरा गोल यही था कि मैं लोगों के लिए कैसेउनकी लाइफ बेटर बना सकूं और मेरा स्पेशल फोकस रहेगा औरतों की लाइफ को बेटर करनाअपलिफ्ट करना उनको अपलिफ्ट करना कि मैं एक इंस्पिरेशन बन सकूं जिनसे वो भी आगे आए औरआगे आके अपने परिवार का नाम भी रोशन कर पाए और सर साथ ही में जो बच्चे हैं जो स्लम्स में रहते हैं जिनके पासअपॉर्चुनिटीज नहीं होती बेसिक अम्युनिटीज नहीं होती एजुकेशन का स्कोप नहीं होता उनके लिए मैं कैसे एक ब्रिज की तरह काम करसकती हूं गवर्नमेंट ने जो भी सुविधाएं दी है उनको कैसे लोगों तक पहुंचा सकती हूं

वो सब चीजों में सर मेरा योगदान रहेगा एकमहिला होके आपको इस तरह से मिलेगी आप किस तरह से पूरे फुलफिल कर पाओगे क्या स्ट्रांग बनके और महिलाओं को एक मजबूतबनाने की कोशिश सर महिलाओं में बहुत ज्यादा ताकत होती है एक किसी महिला को पता नहीं होता है क्योंकि एक पेट्रियाार्कलसोसाइटी है जहां पे काफी सारे प्रॉब्लम्स होते हैं जिसकी वजह से महिला अपने आप को आगे नहीं रख पाती है और मैं यही चाहूंगीकि यही जो टैबू है उसको मैं ब्रेक कर पाऊं और महिलाओं को प्रोत्साहन कर पाऊं और उसके के साथ-साथ महिलाओं के जो मेल फैमिलीमेंबर्स हैं उनको इंस्पायर कर पाऊं कि वो अपनी घर की महिलाओं को इंस्पायर करें कि ताकि वो आगे आ सके उनका सपोर्ट सिस्टम बनसके सर क्योंकि मेरी सफलता का कारण भी सर मेरे पापा हैं तो ऐसे ही मैं सबको इंस्पायर करना चाहूंगी यूपीएससी क्लियरकिया किस तरह से आपको पूरे किस एजुकेशन और बुक्स या किस तरह से मोबाइल या किस तरह सेसोशल मीडिया किस तरह से सपोर्ट मिला यादव तो जिसके कारण आप आज सफल हो पाए सर मैंनेमेरा जो फाउंडेशन कोर्स था वो विज़न आईएएस से किया था तो वो मेरा बेसिक था उसके बादसर मेंस के लिए मैंने टेस्ट सीरीज ली थी यहां पे अहमदाबाद में सिंबासिस आईएस है विवेक ठाकर सर का तो उनकी मैंने मेंस कीटेस्ट सीरीज की थी और इंटरव्यू में काफी सारे क्लासेस के मॉक इंटरव्यूज किए थे तो ये सब की मदद से सर मेरी पढ़ाई रही औरसेल्फ स्टडी है बाकी स्टूडेंट्स के साथ जो डिस्कशंस होते हैं यहां पे स्पीपा में वो भी काफी ज्यादा फ्रूटफुल होते हैं एक आपकाअगर प्रिया ग्रुप होता है तो तो वो सब की वजह से सर काफी हेल्प हुआ क्या गोल रहेगाक्या आगे जाके किस तरह से पूरा एक नई सिस्टम के साथ जुड़ने के लिएसर हमारे ऑनरेबल प्राइम मिनिस्टर का एक विज़न है कि वो विकसित भारत की तरफ बढ़ रहे हैं तो मेरा यही गोल रहेगा कि मैं उसमेंअपना एक पॉजिटिव कंट्रीब्यूशन कर पाऊं ये जो अथॉरिटी मुझे सिविल सर्विज प्रोवाइड करेगी सो फॉर द सर्विस ऑफ़ द पीपल मैं उसकोयूज़ कर पाऊं इन अ ऑनेस्ट एंड जुडिशियल मैनर सर तो यही मेरा गोल रहेगा

हर एक स्टेप पे सर ये स्टोरी तो 2017 में हीचालू हुई थी 10थ के बाद मैंने सोचा था कि आर्ट्स लेके अभी यूपीएससी करता हूं और इसमें अगर सक्सेस का कोई पार्ट है तो मेराबड़ा भाई है और इसके अलावा मेरे मां-बाप है जिन्होंने मेरे को कंप्लीट सपोर्ट दियाइस थ्रूउ जर्नी में और हार्ड वर्क का कोई सब्स्टट्यूट है नहीं वही है आठ साल सेमेहनत कर रहा हूं तो अभी हुआ है यही क्या सोच के उसमें जुड़ेंगे तो क्या टारगेट के साथ क्या अचीवमेंट क्या कुछ नया करने कासोच के साथ पहले से ही पब्लिक सर्विस में आना था पब्लिक सर्विस का ही अभी आगे जो भीपोजीशन दिए गए तो जैसे बोलते हैं सेल्फलेसनेस ही रखना है उसी गोल को आगेलेके जाऊंगा और लोगों को ज्यादा से ज्यादा सर्व कर पाऊं उसी गोल से आगे जाना है क्याटारगेट रखा है क्या गोल रखा है कि जिसके कारण कहीं ना कुछ अलग बनने के अभी तो सहीमें बताऊं तो मैं अभी प्रोसेस ही कर रहा हूं कि रैंक आया है तो अभी बट यही है सर्विस का ही है मोटिव ज्यादा तो अभी सोचानहीं अभी 2 घंटे हुए हैं पर सोचूंगा इस चीज है बिकॉज़ ये मेरी काफी सालों की मेहनत है तो फीलिंग तो बहुत अच्छी थी घर पे भीबताया सब बहुत खुश हैं अभी तो थोड़ी देर के लिए विश्वास नहीं हो रहा था बट नाउ स्लोली स्लोली द फीलिंग इज सिंकिंग इन यातैयारियों के बीच में कभी सोचा था आपने कि ठीक है यूपीएससी तो निकल जाएगा आप आईएएसबन जाओगे लेकिन रैंक वन इस बारे में सोचा था आपने मैंने तो नहीं पर मेरे भाई नेहमेशा से ही सोचा था लास्ट ईयर भी जब मैंने इंटरव्यू के बाद आई मिस द कट ऑफ बाय 12 मार्क्स उसने यही कहा था कि तुम चिंतामत करो तुम फिर से लिख जाओगी तो यू विल अगेन क्लियर इट और तुम्हें भगवान ने रैंक वन के लिए ही बचा के रखा है एंड आई थिंकआज उसकी बात सच भी हो गई कहीं ना कहीं सो हां यह भाई ने मेरे कहा था मैंने तो कभी नहीं सोचा था सबको मालूम था कि आजरिजल्ट्स आने वाले हैं आप आपने भी मतलब अंदाजा लगा करके रखा होगा कि ठीक इस समय मैं लैपटॉप खोल करके बैठूंगी और यूपीएससीके साइट पर जाना है चेक करना है लोगों के भी एंटीिसिपेशन होंगे कि इस बार शक्तिक्लियर कर लेगी जैसे ही आपने अपना नाम देखा किसको पहला फोन किया कितनी खुशी अंदरसे क्या कुछ निकल कर के आया किसको-किसको फोन किया अ हां आई एक्चुअली सुबह से ही आज था कि रिजल्ट आ जाएगा एंड वी न्यू कि 1 ओक्लॉक से 2 ओ क्लॉक के बीच में आना है तो पहले तो मैंने कोशिश की कि मैं फोन साइड में रख के सो जाती हूं बट वो हो नहीं पारहा था

 एंड जैसे ही रिजल्ट का पीडीएफ अपलोड हुआ और मैंने डाउनलोड किया तो मुझे सबसे पहले मैंने पापा को फोन किया पापा कोबताया उसके बाद मम्मी को फोन किया उसके बाद मुझे इंस्टट्यूट से ही कॉल आया था जब मैं काफी घबराई हुई थी कि सर पता नहींपीडीएफ गलत है या फेक है सर ने फिर बोला नहीं हमने आपका रोल नंबर क्रॉस वेरीफाई किया है आप ही का रोल नंबर है तो दैट्सव्हेन फाइनली आई एक्सेप्टेड कि इट्स डन इट्स हैपनिंग हिंदुस्तान में हर एक युवाका सपना होता है 12वीं तक तो कम से कम होता ही है कि उसे यूपीएससी क्रैक करना है और उत्तर प्रदेश और बिहार आप तो उत्तरप्रदेश प्रयागराज की धरती से आती है अपने इंटरव्यू के दौरान भी जो मॉक इंटरव्यू मैंने देखा उसमें प्रयाग से रिलेटेडक्वेश्चन पूछा गया था तो प्रयाग को क्या कुछ और उन तमाम जो एस्पिरेंट्स हैं जोआपकी तरफ आज देख रहे हैं उनको क्या मैसेज देना चाहेंगे प्रयागराज तो मेरी जन्मभूमिभी है सो इट्स ऑलवेज वै क्लोज टू माय हार्ट आई थिंक दैट प्लेस हैज़ प्लेड अ लॉट ऑफ़ रोल इन शेपिंग मी हु आई एम आई थिंकएस्पिरेंट्स की बात करें अगर तो हर बच्चा आई थिंक अपने मेहनत अपने एंड से तो पूरी कोशिश ही करता है थोड़ी सी कमियां हैं जोअगर इंसान में रह जाती हैं जिस वजह से मे बी हम चूक जाते हैं किसी पर्टिकुलर अटेम्प्ट में व्हाट वी नीड टू डू इज़ जस्ट रिफ्लेक्ट बैक क्या गलतियां हुई उस पे कामकरेंगे वरना ये हमेशा दिमाग में रखना है कि यूपीएससी सिर्फ एक एग्जाम है इट्स नॉटमोर देन लाइफ नॉट एनीथिंग मोरेंट देन योर लाइफ इट इज़ सो आई थिंक ये चीजें हैं जो बच्चों को अपने दिमाग में रखनी चाहिएमम्मी पापा से बात हुई जी हां बिल्कुल सबसे पहले उन्हीं से बात हुई हां जी और आज कोई मंदिर जाने की तैयारी है

ढोल नगाड़ेकुछ बज रहे हैं घर पे मंदिर तो मैं आज सुबह ही होके आई यहां पे तो इसलिए हां डेफिनेटली इसके बाद मैं यहां से निकलूूंगीतो मंदिर ही जाऊंगी अच्छा ये आपका पांचवा अटेम्प्ट था पांच अटेम्प्ट्स आप मतलब ये पांचवा अटेम्प्ट था चार एग्जाम्स आपनेलिखे फेलोर को कैसे हैंडल किया जाए एक मैसेज अगर आई थिंक अगर आपको अपने ऊपरकॉन्फिडेंस है कि यू कैन वर्क ऑन इट कि जो गलतियां हुई मुझसे सुधारी जा सकती हैं खुद के ऊपर सेल्फ कॉन्फिडेंस पेरेंट्स कासपोर्ट आई थिंक फैमिली का साथ इतने से हो जाती हैं चीजें हैंडल हो जाती हैं दो से तीन टिप्स अगर आप जल्दी से आप देना चाहेएस्पिरेंट्स को जो तैयारी कर रहे हैं आज आपकी तरफ देखना चाह रहे हैं तो वो क्या होंगे बहुत ही मिनिमम नंबर ऑफ बुक लिस्टहोनी चाहिए प्रीवियस ईयर क्वेश्चंस और सिलेबस का हमेशा गाइडेंस लेकर चलना चाहिए एंड आई थिंक इनफ नंबर ऑफ मॉक्स प्रैक्टिसकरना भी बहुत जरूरी है सो दैट यू गेट यूज्ड टू द एग्जाम कंडीशंस जो यूपीएससी को रिक्वायर्ड है खुशी तो बहुत हो रही हैबाकी मैं ज्यादा खुश हूं अपने परिवार को देख के अपने दोस्तों को देख के जो इस खुशी में शामिल हुए हैं किस तरीके का संघर्षआपने देखा अपनी जर्नी में संघर्ष तो बहुत देखा है अप्स एंड डाउन्स काफी रहे हैं पांचवा अटेम्प्ट रहा है मेरा ये और तीसरीबार इंटरव्यू था पिछले दो प्रयासों में जब नहीं हुआ था इंटरव्यू में तो बहुत बुरा लगा था बट मैंने कभी हास कभी छोड़ा नहींहै इस चीज को हमेशा अपने लगे रहे हैं और मेडिटेशन के थ्रू हमेशा मन को शांत रखनेकी कोशिश की है

हेल्थ पे फोकस किया है पूरा जिससे कभी टूटा नहीं है शरीर तो उसी से लगे हुए हैं जब आपने उनसे पहले भी जोअटेम्प्ट दिए थे वो आपके नहीं हो पाए तो आप अपने आपको कैसे मोटिवेट कर पाए हेलोमोटिवेशन से मैं ज्यादा कहूंगा मोटिवेशन छोटे टाइम के लिए काम करता है अगर किसी इंसान का रूटीन रहेगा तो वो ज्यादा लंबेटाइम तक काम कर पाएगा तो रूटीन यही रहता था कि सुबह उठकर लाइब्रेरी जाना है पूरे दिन वहीं रहना है पढ़ाई करनी है और शाम कोघर पे वापस आ जाना है तो ये रूटीन अगर रहेगा तो यह लंबे टाइम तक चलता रहता है और मन में अगर दृढ़ निश्चय हो कि मुझे यहीकरना है तो रूटीन के साथ अपने चलते रहें और सफलता मिल जाएगी आपकी सफलता पीछे सबसेमुख्य हाथ किसका रहा आपके परिवार से मैं एक का नाम किसी का नहीं ले सकता बट माता-पिता और बड़ी बहन का साथ रहा मैं यहीकहूंगा नहीं अभी इसमें तो रिजल्ट में मेरा रैंक 607 आया है तो अभी भी प्रिपरेशन शुरू हीरहेगी और नेक्स्ट टाइम आईएएस बनने के लिए अभी भी प्रयास जारी रहेंगे वो शुरू किया वो ऐसे एज अ फैमिली रिस्पांसिबिलिटी शुरूकिया जब मैंने शुरू किया था तब मेरी जो मदर थी वो हमारे गांव में ही एक जगह पर वोकहते हैं कि वो टॉयज की जो लारी होती है वो करते थे और मेरे पापा उस समय पर एलआईसीमें पी ऑन थे तो वहां से जर्नी शुरू हुई तब ऐसा गोल नहीं था कि यूपीएससी करेंगे सोछोटे शहर से आते हैं तो इतने बड़े गोल नहीं होते लेकिन जैसे-जैसे एज अ सीनियर क्लर्क शुरू किया फिर म्युनिसिपल चीफऑफिसर तो लगा कि अभी भी स्कोप है इस फील्ड में तो फिर मैंने जॉब में से रिजाइन कर कर फिर से यूपीएससी की जर्नी शुरू की और इससाल जीपीएससी में रैंक टू और यूपीएससी में रिजल्ट आया कहे ना तो कि मेरी पूरी जर्नी है वो गवर्नमेंट में रही है स्कूल होकॉलेज हो और यूपीएससी की भी जर्नी मैंने यहां पर सरदार पटेल इंस्टट्यूट में रह के की है तो डेफिनेटली वो गवर्नमेंट मेंपेबैक करने की वो पूरी-पूरी भावना है तो और जिस समाज में से और जिस जगह से आते होतो गोल है कि लास्ट माइल तक पहुंचने का हमेशा प्रयास करते रहेंगे

 बैकग्राउंड तो आप लोअर मिडिल क्लास में से आते हो तोआपके सपने भी उस समय बहुत छोटे होते हैं लेकिन जैसे-जैसे आप एक्सपीरियंस लेते जाते हो तो लगता है कि भ लगता है कि इस फील्डमें आगे जाएंगे तो बहुत सारे लोगों की हेल्प कर सकते हैं तो वही मोटिव है और इसी मोटिव से आए हैंओकेसर फैमिली में तो मैं पहली हूं जो सिविल सर्विज में आई हूं और क्रैक किया है और मेरी फैमिली का भरपूर सपोर्ट था सरएस्पेशली मेरे पापा का मेरे मम्मा नहीं है तो पापा ने पूरा घर संभाला है मेरा छोटा भाई है उसको संभाला है दादादादी को संभालाहै और मुझे बस इतना कहा है कि बेटा तू जाके पढ़ाई कर अपना सपना अचीव कर तो मेरे पापा का बहुत ज्यादा सपोर्ट रहा है सरउसकी वजह से और मेरे यहां पे फ्रेंड्स का बहुत सपोर्ट रहा है स्पीपा ने एक इकोसिस्टम प्रोवाइड किया जहां पे मेरेफ्रेंड्स के सपोर्ट की मदद से मैं कर पाई तो ओवरऑल सर सबके मदद से मैं क्रैक कर पाईहूं सिविल सर्विस में जुड़ेंगे कहीं ना कहीं क्या टारगेट के साथ क्या अचीव करेंगेऔर क्या अपना गोल आप रखेंगे जिसके कारण सोसाइटी को या गवर्नमेंट को लोगों का क्याटारगेट है सर मैं आईएएस बनना चाहती थी और मेरा गोल यही था कि मैं लोगों के लिए कैसेउनकी लाइफ बेटर बना सकूं और मेरा स्पेशल फोकस रहेगा औरतों की लाइफ को बेटर करनाअपलिफ्ट करना उनको अपलिफ्ट करना कि मैं एक इंस्पिरेशन बन सकूं जिनसे वो भी आगे आए औरआगे आके अपने परिवार का नाम भी रोशन कर पाए और सर साथ ही में जो बच्चे हैं जो स्लम्स में रहते हैं जिनके पासअपॉर्चुनिटीज नहीं होती बेसिक अम्युनिटीज नहीं होती एजुकेशन का स्कोप नहीं होता उनके लिए मैं कैसे एक ब्रिज की तरह काम करसकती हूं गवर्नमेंट ने जो भी सुविधाएं दी है उनको कैसे लोगों तक पहुंचा सकती हूं वो सब चीजों में सर मेरा योगदान रहेगा एकमहिला होके आपको इस तरह से मिलेगी आप किस तरह से पूरे कर पाओगे क्या स्ट्रांग बनकेऔर महिलाओं को एक मजबूत बनाने की कोशिश सर महिलाओं में बहुत ज्यादा ताकत होती है एक किसी महिला को पता नहीं होता है क्योंकिएक पेट्रियाार्कल सोसाइटी है जहां पे काफी सारे प्रॉब्लम्स होते हैं जिसकी वजह से महिला अपने आप को आगे नहीं रख पाती है औरमैं यही चाहूंगी कि यही जो टैबू है उसको मैं ब्रेक कर पाऊं और महिलाओं को प्रोत्साहन कर पाऊं और उसके के साथ-साथमहिलाओं के जो मेल फैमिली मेंबर्स हैं उनको इंस्पायर कर पाऊं कि वो अपनी घर की महिलाओं को इंस्पायर करें कि ताकि वो आगेआ सके उनका सपोर्ट सिस्टम बन सके सर क्योंकि मेरी सफलता का कारण भी सर मेरे पापा हैं तो ऐसे ही मैं सबको इंस्पायरकरना चाहूंगी यूपीएससी क्लियर किया किस तरह से आपको पूरे किस एजुकेशन और बुक्स याकिस तरह से मोबाइल या किस तरह से सोशल मीडिया किस तरह से सपोर्ट मिला यादव तो जिसके कारण आप आज सफल हो पाए सर मैंनेमेरा जो फाउंडेशन कोर्स था वो विज़ आईएस से किया था तो वो मेरा बेसिक था उसके बाद सरमेंस के लिए मैंने टेस्ट सीरीज ली थी यहां पे अहमदाबाद में सिंबासिस आईएस है विवेक ठाकर सर का तो उनकी मैंने मेंस की टेस्टसीरीज की थी और इंटरव्यू में काफी सारे क्लासेस के मॉक इंटरव्यूज किए थे तो ये सब की मदद से सर मेरी पढ़ाई रही और सेल्फस्टडी है बाकी स्टूडेंट्स के साथ जो डिस्कशंस होते हैं यहां पे स्पीपा में वो भी काफी ज्यादा फ्रूटफुल होते हैं एक आपकाअगर प्रिया ग्रुप होता है तो तो वो सब की वजह से सर काफी हेल्प हुआ क्या गोल रहेगा

क्या आगे जाके किस तरह से पूरा एक नई सिस्टम के साथ जुड़ने के लिएसर हमारे ऑनरेबल प्राइम मिनिस्टर का एक विज़न है कि वो विकसित भारत की तरफ बढ़ रहे हैं तो मेरा यही गोल रहेगा कि मैं उसमेंअपना एक पॉजिटिव कंट्रीब्यूशन कर पाऊं ये जो अथॉरिटी मुझे सिविल सर्विज प्रोवाइड करेगी सो फॉर द सर्विस ऑफ़ द पीपल मैं उसकोयूज़ कर पाऊं इन अ ऑनेस्ट एंड जुडिशियल मैनर सर तो यही मेरा गोल रहेगा हर एक सेट पे सर ये स्टोरी तो 2017 में ही चालू हुईथी 10थ के बाद मैंने सोचा था कि आर्ट्स लेके अभी यूपीएससी करता हूं और इसमें अगर सक्सेस का कोई पार्ट है तो मेरा बड़ा भाईहै और इसके अलावा मेरे मां-बाप है जिन्होंने मेरे को कंप्लीट सपोर्ट दिया इसथ्रूउ जर्नी में और हार्ड वर्क का कोई सब्स्टट्यूट है नहीं वही है आठ साल सेमेहनत कर रहा हूं तो अभी हुआ है यही क्या सोच उसमें जुड़ेंगे तो क्या टारगेट के साथक्या अचीवमेंट क्या कुछ नया करने का सोच के साथ पहले से ही पब्लिक सर्विस में आनाथा पब्लिक सर्विस का ही अभी आगे जो भी पोजीशन दिए गए तो जैसे बोलते हैं सेल्फलेसनेस ही रखना है उसी के गोल को आगेलेके जाऊंगा और लोगों को ज्यादा से ज्यादा सर्व कर पाऊं उसी गोल से आगे जाना है क्याटारगेट रखा है क्या गोल रखा है कि जिसके कारण कहीं ना कुछ अलग बनने के अभी तो सहीमें बताऊं तो मैं अभी प्रोसेस ही कर रहा हूं कि रैंक आया है तो अभी बट यही है सर्विस का ही है मोटिव ज्यादा तो अभी सोचानहीं अभी 2 घंटे हुए हैं पर सोचूंगा इस चीज है बिकॉज़ ये मेरी काफी सालों की मेहनत है तो फीलिंग तो बहुत अच्छी थी घर पे भीबताया सब बहुत खुश हैं अभी तो थोड़ी देर के लिए विश्वास नहीं हो रहा था बट नाउ स्लोली स्लोली द फीलिंग इज सिंकिंग इन यातैयारियों के बीच में कभी सोचा था आपने कि ठीक है यूपीएससी तो निकल जाएगा आप आईएएसबन जाओगी लेकिन रैंक वन इस बारे में सोचा था आपने मैंने तो नहीं पर मेरे भाई नेहमेशा से ही सोचा था लास्ट ईयर भी जब मैंने इंटरव्यू के बाद आई मिस द कट ऑफ बाय 12 मार्क्स उसने यही कहा था कि तुम चिंतामत करो तुम फिर से लिख जाओगी तो यू विल अगेन क्लियर इट और तुम्हें भगवान ने रैंक वन के लिए ही बचा के रखा है एंड आई थिंकआज उसकी बात सच भी हो गई कहीं ना कहीं सो हां ये भाई ने मेरे मैंने कहा था मैंने तो कभी नहीं सोचा था सबको मालूम था कि आजरिजल्ट्स आने वाले हैं आप आपने भी मतलब अंदाजा लगा करके रखा होगा कि ठीक इस समय मैं लैपटॉप खोल करके बैठूंगी और यूपीएससीके साइट पर जाना है चेक करना है लोगों के भी एंटीिसिपेशन होंगे कि इस बार शक्तिक्लियर कर लेगी जैसे ही आपने अपना नाम देखा किसको पहला फोन किया कितनी खुशी अंदरसे क्या कुछ निकल कर के आया किसको-किसको फोन किया हां आई एक्चुअली सुबह से ही आज था कि रिजल्ट आ जाएगा एंड वी न्यू कि 1 ओक्लॉक से 2 ओ क्लॉक के बीच में आना है तो पहले तो मैंने कोशिश की कि मैं फोन साइड में रख के सो जाती हूं बट वो हो नहीं पारहा था एंड जैसे ही रिजल्ट का पीडीएफ अपलोड हुआ और मैंने डाउनलोड किया तो मुझे सबसे पहले मैंने पापा को फोन किया पापा कोबताया उसके बाद मम्मी को फोन किया उसके बाद मुझे इंस्टट्यूट से ही कॉल आया था जब मैं काफी घबराई हुई थी कि सर पता नहींपीडीएफ गलत है या फेक है सर ने फिर बोला नहीं हमने आपका रोल नंबर क्रॉस वेरीफाई किया है आप ही का रोल नंबर है तो दैट्सव्हेन फाइनली आई एक्सेप्टेड कि इट्स डन इट्स हैपनिंग हिंदुस्तान में हर एक युवाका सपना होता है 12वीं तक तो कम से कम होता ही है कि उसे यूपीएससी क्रैक करना है और उत्तर प्रदेश और बिहार आप तो उत्तर प्रदेश प्रयागराज की धरती से आती है

अपने इंटरव्यू के दौरान भी जो मॉक इंटरव्यू मैंने देखा उसमें प्रयाग से रिलेटेडक्वेश्चन पूछा गया था तो प्रयाग को लेकर के क्या कुछ मैसेज और उन तमाम जोएस्पिरेंट्स हैं जो आपकी तरफ आज देख रहे हैं उनको क्या मैसेज देना चाहेंगे प्रयागराज तो मेरी जन्मभूमि भी है सो इट्सऑलवेज वैरी क्लोज टू माय हार्ट आई थिंक दैट प्लेस हैज़ प्लेड अ लॉट ऑफ़ रोल इन शेपिंग मी हु आई एम आई थिंक एस्पिरेंट्सकी बात करें अगर तो हर बच्चा आई थिंक अपने मेहनत अपने एंड से तो पूरी कोशिश ही करता है थोड़ी सी कमियां हैं जो अगर इंसान मेंरह जाती हैं जिस वजह से मे बी हम चूक जाते हैं किसी पर्टिकुलर अटेम्प्ट में व्हाट वी नीड टू डू इज़ जस्ट रिफ्लेक्ट बैक क्यागलतियां हुई उस पे काम करेंगे वरना ये हमेशा दिमाग में रखना है कि यूपीएससी सिर्फ एक एग्जाम है इट्स नॉट मोर देन लाइफनॉट एनीथिंग मोरेंट देन योर लाइफ इट इज सो आई थिंक ये चीजें हैं जो बच्चों को अपने दिमाग में रखनी चाहिए मम्मी पापा से बातहुई जी हां बिल्कुल सबसे पहले उन्हीं से बात हुई हां जी और आज कोई मंदिर जाने की तैयारी है ढोल नगाड़े कुछ बज रहे हैं घर पेमंदिर तो मैं आज सुबह ही हो के आई यहां पे तो इसलिए हां डेफिनेटली इसके बाद मैं यहां से निकलूूंगी तो मंदिर ही जाऊंगी अच्छा येआपका पांचवा अटेम्प्ट था पांच अटेम्प्ट्स आप मतलब ये पांचवा अटेम्प्ट था चार एग्जाम्स आपने लिखे फेलोर को कैसे हैंडलकिया जाए एक मैसेज अगर आई थिंक अगर आपको अपने ऊपर कॉन्फिडेंस है कि यू कैन वर्क ऑनइट कि जो गलतियां हुई मुझसे सुधारी जा सकती हैं खुद के ऊपर सेल्फ कॉन्फिडेंस पेरेंट्स का सपोर्ट आई थिंक फैमिली का साथइतने से हो जाती हैं चीजें हैंडल हो जाती हैं दो से तीन टिप्स अगर आप जल्दी से आप देना चाहें एस्पिरेंट्स को जो तैयारी कररहे हैं आज आपकी तरफ देखना चाह रहे हैं तो वो क्या होंगे बहुत ही मिनिमम नंबर ऑफ बुक लिस्ट होनी चाहिए प्रीवियस ईयर क्वेश्चंसऔर सिलेबस का हमेशा गाइडेंस लेकर चलना चाहिए एंड आई थिंक इनफ नंबर ऑफ मॉक्स प्रैक्टिस करना भी बहुत जरूरी है सो दैटयू गेट यूज्ड टू द एग्जाम कंडीशंस जो यूपीएससी को रिक्वायर्ड है अभी खुशी तो बहुत हो रही है बाकी मैं ज्यादा खुश हूंअपने परिवार को देख के अपने दोस्तों को देख के जो इस खुशी में शामिल हुए हैं किस तरीके का संघर्ष आपने देखा अपनी जर्नी मेंसंघर्ष तो बहुत देखा है अप्स एंड डाउन्स काफी रहे हैं पांचवा अटेम्प्ट रहा है मेरा ये और तीसरी बार इंटरव्यू था पिछले दोप्रयासों में जब नहीं हुआ था इंटरव्यू में तो बहुत बुरा लगा था बट मैंने कभी हास कभीछोड़ा नहीं है इस चीज को हमेशा अपने लगे रहे हैं और मेडिटेशन के थ्रू हमेशा मन कोशांत रखने की कोशिश की है हेल्थ पे फोकस किया है पूरा जिससे कभी टूटा नहीं है शरीर तो उसी से लगे हुए हैं जब आपने उनसे पहलेभी जो अटेम्प्ट दिए थे वो आपके नहीं हो पाए तो आप अपने आपको कैसे मोटिवेट कर पाएहेलो मोटिवेशन से मैं ज्यादा कहूंगा मोटिवेशन छोटे टाइम के लिए काम करता है अगर किसी इंसान का रूटीन रहेगा तो वोज्यादा लंबे टाइम तक काम कर पाएगा तो रूटीन यही रहता था कि सुबह उठकर लाइब्रेरी जाना है पूरे दिन वहीं रहना है पढ़ाई करनीहै और शाम को घर पे वापस आ जाना है तो ये रूटीन अगर रहेगा तो यह लंबे टाइम तक चलता रहता है और मन में अगर दृढ़ निश्चय हो किमुझे यही करना है तो रूटीन के साथ अपने चलते रहें और सफलता मिल जाएगी आपकी सफलता पीछे सबसे मुख्य हाथ किसका है आपके परिवारसे मैं एक का नाम किसी का नहीं ले सकता बट माता-पिता और बड़ी बहन का साथ रहा मैं यही कहूंगानहीं अभी इसमें तो रिजल्ट में मेरा रैंक 607 आया है तो अभी भी प्रिपरेशन शुरू हीरहेगी और नेक्स्ट टाइम आईएएस बनने के लिए अभी भी प्रयास जारी रहेंगे

वो शुरू किया वो ऐसे एज अ फैमिली रिस्पांसिबिलिटी शुरूकिया जब मैंने शुरू किया था तब मेरी जो मदर थी वो हमारे गांव में ही एक जगह पर वोकहते हैं कि वो टॉयज की जो लारी होती है वो करते थे और मेरे पापा उस समय पर एलआईसीमें पी ऑन थे तो वहां से जर्नी शुरू हुई तब ऐसा गोल नहीं था कि यूपीएससी करेंगे सोछोटे शहर से आते हैं तो इतने बड़े गोल नहीं होते लेकिन जैसे-जैसे एज अ सीनियर क्लर्क शुरू किया फिर म्युनिसिपल चीफऑफिसर तो लगा कि अभी भी स्कोप है इस फील्ड में तो फिर मैंने जॉब में से रिजाइन कर कर फिर से यूपीएससी की जर्नी शुरू की और इससाल जीपीएससी में रैंक टू और यूपीएससी में रिजल्ट आया कहे ना तो कि मेरी पूरी जर्नी है वो गवर्नमेंट में रही है स्कूल होकॉलेज हो और यूपीएससी की भी जर्नी मैंने यहां पर सरदार पटेल इंस्टट्यूट में रह के की है तो डेफिनेटली वो गवर्नमेंट मेंपेबैक करने की वो पूरी-पूरी भावना है तो और जिस समाज में से और जिस जगह से आते होतो गोल है कि लास्ट माइल तक पहुंचने का हमेशा प्रयास करते रहेंगे बैकग्राउंड तो आप लोअर मिडिल क्लास में से आते हो तोआपके सपने भी उस समय बहुत छोटे होते हैं लेकिन जैसे-जैसे आप एक्सपीरियंस लेते जाते हो तो लगता है कि भ लगता है कि इस फील्डमें आगे जाएंगे तो बहुत सारे लोगों की हेल्प कर सकते हैं तो वही मोटिव है और इसी मोटिव से आए हैंसर फैमिली में तो मैं पहली हूं जो सिविल सर्विज में आई हूं और क्रैक किया है और मेरी फैमिली का भरपूर सपोर्ट था सरएस्पेशली मेरे पापा का मेरे मम्मा नहीं है तो पापा ने पूरा घर संभाला है मेरा छोटा भाई है उसको संभाला है दादा-दादी कोसंभाला है और मुझे बस इतना कहा है कि बेटा तू जाके पढ़ाई कर अपना सपना अचीव कर तो मेरे पापा का बहुत ज्यादा सपोर्ट रहा हैसर उसकी वजह से और मेरे यहां पे फ्रेंड्स का बहुत सपोर्ट रहा है स्पीपा ने एक इकोसिस्टम प्रोवाइड किया जहां पे मेरेफ्रेंड्स के सपोर्ट की मदद से मैं कर पाई तो ओवरऑल सर सबके मदद से मैं क्रैक कर पाईहूं सिविल सर्विस में जुड़ेंगे कहीं ना कहीं क्या टारगेट के साथ क्या अचीव करेंगेऔर क्या अपना गोल आप रखेंगे जिसके कारण सोसाइटी को या गवर्नमेंट को लोगों का क्याटारगेट है सर मैं आईएएस बनना चाहती थी और मेरा गोल यही था कि मैं लोगों के लिए कैसेउनकी लाइफ बेटर बना सकूं और मेरा स्पेशल फोकस रहेगा औरतों की लाइफ को बेटर करनाअपलिफ्ट करना उनको अपलिफ्ट करना कि मैं एक इंस्पिरेशन बन सकूं जिनसे वो भी आगे आए औरआगे आके अपने परिवार का नाम भी रोशन कर पाए और सर साथ ही में जो बच्चे हैं

जो स्लम्स में रहते हैं जिनके पासअपॉर्चुनिटीज नहीं होती बेसिक अम्युनिटीज नहीं होती एजुकेशन का स्कोप नहीं होता उनके लिए मैं कैसे एक ब्रिज की तरह काम करसकती हूं गवर्नमेंट ने जो भी सुविधाएं दी है उनको कैसे लोगों तक पहुंचा सकती हूं वो सब चीजों में सर मेरा योगदान रहेगा एकमहिला होके आपको इस तरह से सुविधा मिलेगी आप किस तरह से पूरे कर पाओगे क्या स्ट्रांग बनके और महिलाओं को एक मजबूतबनाने की कोशिश सर महिलाओं में बहुत ज्यादा ताकत होती है एक किसी महिला को पता नहीं होता है क्योंकि एक पेट्रियाार्कलसोसाइटी है जहां पे काफी सारे प्रॉब्लम्स होते हैं जिसकी वजह से महिला अपने आप को आगे नहीं रख पाती है और मैं यही चाहूंगीकि यही जो टैबू है उसको मैं ब्रेक कर पाऊं और महिलाओं को प्रोत्साहन कर पाऊं और उसके के साथ-साथ महिलाओं के जो मेल फैमिलीमेंबर्स हैं उनको इंस्पायर कर पाऊं कि वो अपनी घर की महिलाओं को इंस्पायर करें कि ताकि वो आगे आ सके उनका सपोर्ट सिस्टम बनसके सर क्योंकि मेरी सफलता का कारण भी सर मेरे पापा हैं तो ऐसे ही मैं सबको इंस्पायर करना चाहूंगी यूपीएससी क्लियरकिया किस तरह से आपको पूरे किस एजुकेशन और बुक्स या किस तरह से मोबाइल या किस तरह सेसोशल मीडिया किस तरह से सपोर्ट मिला तो जिसके कारण आप आज सफल हो गए सर मैंने मेराजो फाउंडेशन कोर्स था वो विज़ आईएस से किया था तो वो मेरा बेसिक था उसके बाद सर मेंसके लिए मैंने टेस्ट सीरीज ली थी यहां पे अहमदाबाद में सिंबासिस आईएस है विवेक ठाकर सर का तो उनकी मैंने मेंस की टेस्ट सीरीजकी थी और इंटरव्यू में काफी सारे क्लासेस के मॉक इंटरव्यूज किए थे तो ये सब की मददसे सर मेरी पढ़ाई रही और सेल्फ स्टडी है बाकी स्टूडेंट्स के साथ जो डिस्कशंस होतेहैं यहां पे स्पीपा में वो भी काफी ज्यादा फ्रूटफुल होते हैं एक आपका अगर प्रिया ग्रुप होता है तो तो वो सब की वजह से सरकाफी हेल्प हुआ क्या गोल रहेगा क्या आगे जाके किस तरह से पूरा एक नई सिस्टम के साथजुड़ने के लिए सर हमारे ऑनरेबल प्राइम मिनिस्टर का एक विज़न है कि वो विकसित भारत की तरफ बढ़ रहेहैं तो मेरा यही गोल रहेगा कि मैं उसमें अपना एक पॉजिटिव कंट्रीब्यूशन कर पाऊं ये जो अथॉरिटी मुझे सिविल सर्विज प्रोवाइडकरेगी सो फॉर द सर्विस ऑफ़ द पीपल मैं उसको यूज़ कर पाऊं इन अ ऑनेस्ट एंड जुडिशियल मैनर सर तो यही मेरा गोल रहेगा हर एकस्टेप पे सर ये स्टोरी तो 2017 में ही चालू हुई थी 10थ के बाद मैंने सोचा था किआर्ट्स लेके अभी यूपीएससी करता हूं और इसमें अगर सक्सेस का कोई पार्ट है तो मेरा बड़ा भाई है और इसके अलावा मेरे मां-बापहै जिन्होंने मेरे को कंप्लीट सपोर्ट दिया इस थ्रूउ जर्नी में और हार्ड वर्क का कोईसब्स्टट्यूट है नहीं वही है आठ साल से मेहनत कर रहा हूं तो अभी हुआ है यही क्या सोच उसमें जुड़ेंगे तो क्या टारगेट के साथक्या अचीवमेंट क्या कुछ नया करने का सोच के साथ पहले से ही पब्लिक सर्विस में आनाथा पब्लिक सर्विस का ही अभी आगे जो भी पोजीशन दिए गए तो जैसे बोलते हैं सेल्फलेसनेस ही रखना है उसी गोल को आगेलेके जाऊंगा और लोगों को ज्यादा से ज्यादा सर्व कर पाऊं उसी गोल से आगे जाना है क्याटारगेट रखा है क्या गोल रखा है कि जिसके कारण कहीं ना कहीं कुछ अलग बनने के अभी तोसही में बताऊं तो मैं अभी प्रोसेस ही कर रहा हूं कि रैंक आया है तो अभी बट यही है सर्विस का ही है मोटिव ज्यादा तो अभी सोचानहीं अभी 2 घंटे हुए हैं पर सोचूंगा इस चीज है बिकॉज़ ये मेरी काफी सालों की मेहनत है तो फीलिंग तो बहुत अच्छी थी घर पे भीबताया सब बहुत खुश हैं अभी तो थोड़ी देर के लिए विश्वास नहीं हो रहा था बट नाउ स्लोली स्लोली द फीलिंग इज सिंकिंग इन यातैयारियों के बीच में कभी सोचा था आपने कि ठीक है यूपीएससी तो निकल जाएगा आप आईएएसबन जाओगी लेकिन रैंक वन इस बारे में सोचा था आपने मैंने तो नहीं पर मेरे भाई नेहमेशा से ही सोचा था

 लास्ट ईयर भी जब मैंने इंटरव्यू के बाद आई मिस द कट ऑफ बाय 12 मार्क्स उसने यही कहा था कि तुम चिंतामत करो तुम फिर से लिख जाओगी तो यू विल अगेन क्लियर इट और तुम्हें भगवान ने रैंक वन के लिए ही बचा के रखा है एंड आई थिंकआज उसकी बात सच भी हो गई कहीं ना कहीं सो हां यह भाई ने मेरे कहा था मैंने तो कभी नहीं सोचा था सबको मालूम था कि आजरिजल्ट्स आने वाले हैं आप आपने भी मतलब अंदाजा लगा करके रखा होगा कि ठीक इस समय मैं लैपटॉप खोल करके बैठूंगी और यूपीएससीके साइट पर जाना है चेक करना है लोगों के भी एंटीिसिपेशन होंगे कि इस बार शक्तिक्लियर कर लेगी जैसे ही आपने अपना नाम देखा किसको पहला फोन किया कितनी खुशी अंदरसे क्या कुछ निकल कर के आया किसको-किसको फोन किया अ हां आई एक्चुअली सुबह से ही आज था कि रिजल्ट आ जाएगा एंड वी न्यू कि 1 ओक्लॉक से 2 ओ क्लॉक के बीच में आना है तो पहले तो मैंने कोशिश की कि मैं फोन साइड में रख के सो जाती हूं बट वो हो नहीं पारहा था एंड जैसे ही रिजल्ट का पीडीएफ अपलोड हुआ और मैंने डाउनलोड किया तो मुझे सबसे पहले मैंने पापा को फोन किया पापा कोबताया उसके बाद मम्मी को फोन किया उसके बाद मुझे इंस्टट्यूट से ही कॉल आया था जब मैं काफी घबराई हुई थी कि सर पता नहींपीडीएफ गलत है या फेक है सर ने फिर बोला नहीं हमने आपका रोल नंबर क्रॉस वेरीफाई किया है आप ही का रोल नंबर है तो दैट्सव्हेन फाइनली आई एक्सेप्टेड कि इट्स डन इट्स हैपनिंग हिंदुस्तान में हर एक युवाका सपना होता है 12वीं तक तो कम से कम होता ही है कि उसे यूपीएससी क्रैक करना है और उत्तर प्रदेश और बिहार आप तो उत्तरप्रदेश प्रयागराज की धरती से आती है अपने इंटरव्यू के दौरान भी जो मॉक इंटरव्यू मैंने देखा उसमें प्रयाग से रिलेटेडक्वेश्चन पूछा गया था तो प्रयाग क्या कुछ और उन तमाम जोएस्पिरेंट्स हैं जो आपकी तरफ आज देख रहे हैं उनको क्या मैसेज देना चाहेंगे प्रयागराज तो मेरी जन्मभूमि भी है सो इट्सऑलवेज वै क्लोज टू माय हार्ट आई थिंक दैट प्लेस हैज़ प्लेड अ लॉट ऑफ़ रोल इन शेपिंग मी हु आई एम आई थिंक एस्पिरेंट्स की बातकरें अगर तो हर बच्चा आई थिंक अपने मेहनत अपने एंड से तो पूरी कोशिश ही करता है थोड़ी सी कमियां हैं जो अगर इंसान में रहजाती हैं जिस वजह से मे बी हम चूक जाते हैं किसी पर्टिकुलर अटेम्प्ट में व्हाट वी नीड टू डू इज़ जस्ट रिफ्लेक्ट बैक क्यागलतियां हुई उस पे काम करेंगे वरना ये हमेशा दिमाग में रखना है कि यूपीएससी सिर्फ एक एग्जाम है इट्स नॉट मोर देन लाइफनॉट एनीथिंग मोरेंट देन योर लाइफ इट इज़ सो आई थिंक ये चीजें हैं जो बच्चों को अपने दिमाग में रखनी चाहिए मम्मी पापा से बातहुई जी हां बिल्कुल सबसे पहले उन्हीं से बात हुई हां जी और आज कोई मंदिर जाने की तैयारी है ढोल नगाड़े कुछ बज रहे हैं घर पेमंदिर तो मैं आज सुबह ही होके आई यहां पे तो इसलिए हां डेफिनेटली इसके बाद मैं यहां से निकलूूंगी तो मंदिर ही जाऊंगी अच्छा येआपका पांचवा अटेम्प्ट था पांच अटेम्प्ट्स आप मतलब ये पांचवा अटेम्प्ट था चार एग्जाम्स आपने लिखे फेलोर को कैसे हैं

डलकिया जाए एक मैसेज अगर आई थिंक अगर आपको अपने ऊपर कॉन्फिडेंस है कि यू कैन वर्क ऑनइट कि जो गलतियां हुई मुझसे सुधारी जा सकती हैं खुद के ऊपर सेल्फ कॉन्फिडेंस पेरेंट्स का सपोर्ट आई थिंक फैमिली का साथइतने से हो जाती हैं चीजें हैंडल हो जाती हैं दो से तीन टिप्स अगर आप जल्दी से आप देना चाहे एस्पिरेंट्स को जो तैयारी कररहे हैं आज आपकी तरफ देखना चाह रहे हैं तो वो क्या होंगे बहुत ही मिनिमम नंबर ऑफ बुक लिस्ट होनी चाहिए प्रीवियस ईयर क्वेश्चंसऔर सिलेबस का हमेशा गाइडेंस लेकर चलना चाहिए एंड आई थिंक इनफ नंबर ऑफ मॉक्स प्रैक्टिस करना भी बहुत जरूरी है सो दैटयू गेट यूज्ड टू द एग्जाम कंडीशंस जो यूपीएससी को रिक्वायर्ड है खुशी तो बहुतहो रही है बाकी मैं ज्यादा खुश हूं अपने परिवार को देख के अपने दोस्तों को देख के जो इस खुशी में शामिल हुए हैं किस तरीकेका संघर्ष आपने देखा अपनी जर्नी में संघर्ष तो बहुत देखा है अप्स एंड डाउन्स काफी रहे हैं पांचवा अटेम्प्ट रहा है मेराये और तीसरी बार इंटरव्यू था पिछले दो प्रयासों में जब नहीं हुआ था इंटरव्यू में तो बहुत बुरा लगा था बट मैंने कभी हास कभीछोड़ा नहीं है इस चीज को हमेशा अपने लगे रहे हैं और मेडिटेशन के थ्रू हमेशा मन कोशांत रखने की कोशिश की है हेल्थ पे फोकस किया है पूरा जिससे कभी टूटा नहीं है शरीर तो उसी से लगे हुए हैं जब आपने उनसे पहलेभी जो अटेम्प्ट दिए थे वो आपके नहीं हो पाए तो आप अपने आपको कैसे मोटिवेट कर पाएहेलो मोटिवेशन से मैं ज्यादा कहूंगा मोटिवेशन छोटे टाइम के लिए काम करता है अगर किसी इंसान का रूटीन रहेगा तो वोज्यादा लंबे टाइम तक काम कर पाएगा तो रूटीन यही रहता था कि सुबह उठकर लाइब्रेरी जाना है पूरे दिन वहीं रहना है पढ़ाई करनीहै और शाम को घर पे वापस आ जाना है तो ये रूटीन अगर रहेगा तो यह लंबे टाइम तक चलता रहता है और मन में अगर दृढ़ निश्चय हो किमुझे यही करना है तो रूटीन के साथ अपने चलते रहें और सफलता मिल जाएगी आपकी सफलता पीछे सबसे मुख्य हाथ किसका है आपके परिवारसे मैं एक का नाम किसी का नहीं ले सकता बट माता-पिता और बड़ी बहन का साथ रहा मैं यही कहूंगानहीं अभी इसमें तो रिजल्ट में मेरा रैंक 607 आया है तो अभी भी प्रिपरेशन शुरू हीरहेगी और नेक्स्ट टाइम आईएएस बनने के लिए अभी भी प्रयास जारी रहेंगे वो शुरू किया वो ऐसे एज अ फैमिली रिस्पांसिबिलिटी शुरूकिया जब मैंने शुरू किया था तब मेरी जो मदर थी वो हमारे गांव में ही एक जगह पर वोकहते हैं कि वो टॉयज की जो लारी होती है वो करते थे और मेरे पापा उस समय पर एलआईसीमें पी ऑन थे तो वहां से जर्नी शुरू हुई तब ऐसा गोल नहीं था कि यूपीएससी करेंगे सोछोटे शहर से आते हैं तो इतने बड़े गोल नहीं होते लेकिन जैसे-जैसे एज अ सीनियर क्लर्क शुरू किया फिर म्युनिसिपल चीफऑफिसर तो लगा कि अभी भी स्कोप है इस फील्ड में तो फिर मैंने जॉब में से रिजाइन कर कर फिर से यूपीएससी की जर्नी शुरू की और इससाल जीपीएससी में रैंक टू और यूपीएससी में रिजल्ट आया कहे ना तो कि मेरी पूरी जर्नी है वो गवर्नमेंट में रही है स्कूल होकॉलेज हो और यूपीएससी की भी जर्नी मैंने यहां पर सरदार पटेल इंस्टट्यूट में रह के की है तो डेफिनेटली वो गवर्नमेंट मेंपेबैक करने की वो पूरी-पूरी भावना है तो और जिस समाज में से और जिस जगह से आते होतो गोल है कि लास्ट माइल तक पहुंचने का हमेशा प्रयास करते रहेंगे बैकग्राउंड तो आप लोअर मिडिल क्लास में से आते हो तोआपके सपने भी उस समय बहुत छोटे होते हैं लेकिन जैसे-जैसे आप एक्सपीरियंस लेते जाते हो तो लगता है कि भ लगता है कि इस फील्डमें आगे जाएंगे तो बहुत सारे लोगों की हेल्प कर सकते हैं तो वही मोटिव है और इसी मोटिव से आए हैंओकेसर फैमिली में तो मैं पहली हूं जो सिविल सर्विज में आई हूं और क्रैक किया है और मेरी फैमिली का भरपूर सपोर्ट था सरएस्पेशली मेरे पापा का मेरे मम्मा नहीं है तो पापा ने पूरा घर संभाला है मेरा छोटा भाई है उसको संभाला है दादादी को संभालाहै और मुझे बस इतना कहा है कि बेटा तू जाके पढ़ाई कर अपना सपना अचीव कर तो मेरे पापा का बहुत ज्यादा सपोर्ट रहा है सरउसकी वजह से और मेरे यहां पे फ्रेंड्स का बहुत सपोर्ट रहा है स्पीपा ने एक इकोसिस्टम प्रोवाइड किया जहां पे मेरेफ्रेंड्स के सपोर्ट की मदद से मैं कर पाई तो ओवरऑल सर सबके मदद से मैं क्रैक कर पाईहूं सिविल सर्विस में जुड़ेंगे कहीं ना कहीं क्या टारगेट के साथ क्या अचीव करेंगेऔर क्या अपना गोल आप रखेंगे जिसके कारण सोसाइटी को या गवर्नमेंट को लोगों का क्याटारगेट है सर मैं आईएएस बनना चाहती थी और मेरा गोल यही था कि मैं लोगों के लिए कैसेउनकी लाइफ बेटर बना सकूं और मेरा स्पेशल फोकस रहेगा औरतों की लाइफ को बेटर करनाअपलिफ्ट करना उनको अपलिफ्ट करना कि मैं एक इंस्पिरेशन बन सकूं जिनसे वो भी आगे आए औरआगे आके अपने परिवार का नाम भी रोशन कर पाए और सर साथ ही में जो बच्चे हैं जो स्लम्स में रहते हैं जिनके पास अपॉर्चुनिटीज नहीं होती बेसिक अम्युनिटीज नहीं होती एजुकेशन का स्कोप नहीं होता उनके लिए मैं कैसे एक ब्रिज की तरह काम करसकती हूं गवर्नमेंट ने जो भी सुविधाएं दी है उनको कैसे लोगों तक पहुंचा सकती हूं वो सब चीजों में सर मेरा योगदान रहेगा एकमहिला होके आपको इस तरह से मिलेगी आप किस तरह से पूरे फुलफिल कर पाओगे क्या स्ट्रांग बनके और महिलाओं को एक मजबूतबनाने की कोशिश सर महिलाओं में बहुत ज्यादा ताकत होती है एक किसी महिला को पता नहीं होता है क्योंकि एक पेट्रियाार्कलसोसाइटी है जहां पे काफी सारे प्रॉब्लम्स होते हैं जिसकी वजह से महिला अपने आप को आगे नहीं रख पाती है

और मैं यही चाहूंगी कि यही जो टैबू है उसको मैं ब्रेक कर पाऊं और महिलाओं को प्रोत्साहन कर पाऊं और उसके के साथ-साथ महिलाओं के जो मेल फैमिलीमेंबर्स हैं उनको इंस्पायर कर पाऊं कि वो अपनी घर की महिलाओं को इंस्पायर करें कि ताकि वो आगे आ सके उनका सपोर्ट सिस्टम बनसके सर क्योंकि मेरी सफलता का कारण भी सर मेरे पापा हैं तो ऐसे ही मैं सबको इंस्पायर करना चाहूंगी यूपीएससी क्लियरकिया किस तरह से आपको पूरे किस एजुकेशन और बुक्स या किस तरह से मोबाइल या किस तरह सेसोशल मीडिया किस तरह से सपोर्ट मिला यादव तो जिसके कारण आप आज सफल हो पाए सर मैंनेमेरा जो फाउंडेशन कोर्स था वो विज़ आईएस से किया था तो वो मेरा बेसिक था उसके बाद सरमेंस के लिए मैंने टेस्ट सीरीज ली थी यहां पे अहमदाबाद में सिंबासिस आईएस है विवेक ठाकर सर का तो उनकी मैंने मेंस की टेस्टसीरीज की थी और इंटरव्यू में काफी सारे क्लासेस के मॉक इंटरव्यूज किए थे तो ये सबकी मदद से सर मेरी पढ़ाई रही और सेल्फ स्टडी है बाकी स्टूडेंट्स के साथ जोडिस्कशंस होते हैं

यहां पे स्पीपा में वो भी काफी ज्यादा फ्रूटफुल होते हैं एक आपका अगर प्रिया ग्रुप होता है तो तो वो सब कीवजह से सर काफी हेल्प हुआ क्या गोल रहेगा क्या आगे जाके किस तरह से पूरा एक नईसिस्टम के साथ जुड़ने की सर हमारे ऑनरेबल प्राइम मिनिस्टर का एकविज़न है कि वो विकसित भारत की तरफ बढ़ रहे हैं तो मेरा यही गोल रहेगा कि मैं उसमें अपना एक पॉजिटिव कंट्रीब्यूशन कर पाऊं येजो अथॉरिटी मुझे सिविल सर्विज प्रोवाइड करेगी सो फॉर द सर्विस ऑफ़ द पीपल मैं उसको यूज़ कर पाऊं इन अ ऑनेस्ट एंड जुडिशियलमैनर सर तो यही मेरा गोल रहेगा हर एक स्टेप पे सर ये स्टोरी तो 2017 में हीचालू हुई थी 10थ के बाद मैंने सोचा था कि आर्ट्स लेके अभी यूपीएससी करता हूं और इसमें अगर सक्सेस का कोई पार्ट है तो मेराबड़ा भाई है और इसके अलावा मेरे मां-बाप है जिन्होंने मेरे को कंप्लीट सपोर्ट दियाइस थ्रूउ जर्नी में और हार्ड वर्क का कोई सब्स्टट्यूट है नहीं वही है आठ साल सेमेहनत कर रहा हूं तो अभी हुआ है यही

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,