महाराष्ट्र के बीड में पुलिसवालों की नेमप्लेट से सरनेम हटा, अब जाति नहीं, नाम से बुलाएंगे

Maharashtra Police Name Plate Change : महाराष्ट्र के बीड जिले में पुलिसकर्मी जातिगत भेदभाव खत्म करने के लिए बिना सरनेम वाली नेमप्लेट लगाएंगे। SP नवनीत कंवत ने अधिकारियों को एक-दूसरे को नाम से बुलाने और वर्दी पर लगने वाली छोटी नेमप्लेट से भी सरनेम हटाने का निर्देश दिया है। 100 नई नेम प्लेट बांटी गईं।

Mar 14, 2025 - 04:28
 0
महाराष्ट्र के बीड में पुलिसवालों की नेमप्लेट से सरनेम हटा, अब जाति नहीं, नाम से बुलाएंगे
मुंबई : महाराष्ट्र के बीड जिले में पुलिसकर्मी अब जाति आधारित भेदभाव को खत्म करने के लिए बगैर सरनेम वाली नेमप्लेट लगाएंगे। एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि सेंट्रल महाराष्ट्र के थानों और ऑफिसों में ऐसी करीब 100 नेमप्लेट बांटी गई हैं। इससे पहले, जनवरी में बीड के पुलिस अधीक्षक (SP) नवनीत कंवत ने जातिगत पूर्वाग्रह को रोकने के उद्देश्य से अधिकारियों को एक-दूसरे को सरनेम की जगह उनके नाम से बुलाने का निर्देश दिया था।एक अधिकारी ने बताया कि अब SP ऑफिस ने सुरक्षा कर्मियों के ऑफिस में टेबल पर लगने वाली नेमप्लेट से सरनेम हटाकर दी है। वर्दी पर लगने वाली छोटी नेमप्लेट से भी सरनेम हटाने का निर्देश दिया गया है। पिछले साल दिसंबर में मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के बाद नवनीत कंवत को बीड में तैनात किया गया था।

सरपंच मर्डर में आया था जाति का एंगल

सरपंच संतोष देशमुख की पिछले साल 9 दिसंबर को अगवा कर प्रताड़ित करने के बाद हत्या कर दी गई थी। उनकी हत्या में भी जाति का एंगल आया था। संतोष मराठा थे, जबकि हत्या के अधिकतर आरोपी वंजारी हैं। वंजारी बीड का एक प्रमुख समुदाय है।इससे पहले, जनवरी में बीड के पुलिस अधीक्षक नवनीत कंवत ने जातिगत पूर्वाग्रह को रोकने के उद्देश्य से अधिकारियों को एक-दूसरे को उनके उपनाम के बजाय पहले नाम से संबोधित करने का निर्देश दिया था। अधिकारी ने बताया कि अब पुलिस अधीक्षक कार्यालय ने सुरक्षाकर्मियों के कार्यालयों में टेबल पर प्रदर्शित करने के लिए ‘नेमप्लेट’ वितरित की हैं, जिन पर उनके उपनाम का उल्लेख नहीं है।उन्होंने कहा कि इसके साथ ही पुलिसकर्मियों की वर्दी पर लगाने के लिए व्यक्तिगत रूप से छोटी ‘नेमप्लेट’ बनवानी होंगी जिन पर उनके उपनाम नहीं होंगे।पिछले वर्ष दिसंबर में मसाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के बाद कंवत को बीड के पुलिस अधीक्षक के रूप में तैनात किया गया था।

What's Your Reaction?

like

dislike

wow

sad

@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,