छत्तीसगढ़: 80 दिन में 113 नक्सली ढेर, डेडलाइन से पहले एक्शन में जवान

Chhattisgarh News Today: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के बीजापुर और कांकेर जिलों में गुरुवार को सुरक्षा बलों ने दो मुठभेड़ों में 30 माओवादी मारे गए। इस दौरान एक जवान की भी मौत हो गई। गंगालूर में हुई मुठभेड़ में 26 माओवादी मारे गए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा बलों की सराहना की और नक्सल-फ्री इंडिया अभियान को समर्थन दिया।

Mar 21, 2025 - 07:08
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छत्तीसगढ़: 80 दिन में 113 नक्सली ढेर, डेडलाइन से पहले एक्शन में जवान
रायपुर: बस्तर में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। गुरुवार को बीजापुर और कांकेर जिलों में दो अलग-अलग मुठभेड़ों में कम से कम 30 माओवादी मारे गए। दुर्भाग्य से, इस मुठभेड़ में एक जवान भी शहीद हो गया। बस्तर रेंज के IG पी. सुंदरराज ने बताया कि सबसे बड़ी मुठभेड़ बीजापुर के गंगालूर में हुई। यह इलाका नक्सलियों का गढ़ माना जाता है और यहां पहले भी बहुत खून-खराबा हुआ है।

कमांडर के सरेंडर के बाद पहली बड़ी कार्रवाई

यह गंगालूर में मार्च में माओवादी कमांडर दिनेश मोदियाम के आत्मसमर्पण के बाद पहली बड़ी कार्रवाई है। मोदियाम कभी इस इलाके में नक्सलियों का नेतृत्व करता था। इस मुठभेड़ में मोदियाम के 26 पूर्व साथियों को मार गिराया गया। बीजापुर और कांकेर में लगभग 300 किलोमीटर की दूरी पर एक साथ ऑपरेशन शुरू किए गए थे।

80 दिन में 113 माओवादी ढेर

छत्तीसगढ़ में सिर्फ 80 दिनों में सुरक्षा बलों ने 113 माओवादियों को मार गिराया है, जिनमें से 91 बीजापुर में मारे गए हैं। पिछले साल बस्तर डिवीजन में 287 माओवादियों को मार गिराया गया था।

गृहमंत्री अमित शाह ने की तारीफ

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बलों की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा, 'हमारे जवानों ने 'नक्सल-मुक्त भारत अभियान' की दिशा में एक और बड़ी सफलता हासिल की है। छत्तीसगढ़ के बीजापुर और कांकेर में हमारी सुरक्षा बलों द्वारा दो अभियानों में कई नक्सली मारे गए। मोदी सरकार नक्सलियों के खिलाफ सख्त रवैया अपना रही है, और आत्मसमर्पण और पुनर्वास के लिए विभिन्न सुविधाओं के बावजूद, यह उन नक्सलियों के खिलाफ जीरो-टॉलरेंस नीति अपना रही है जो आत्मसमर्पण करने से इनकार करते हैं। देश 31 मार्च तक नक्सल मुक्त होने के लिए तैयार है।'

सुबह 7 बजे चली पहली गोली

IG सुंदरराज ने बताया कि बीजापुर और सुकमा DRG, CoBRA कमांडो और CRPF के जवानों की एक संयुक्त टीम ने गंगालूर में माओवादियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने पर ऑपरेशन शुरू किया। पहली गोली सुबह करीब 7 बजे चली और दोपहर तक रुक-रुक कर फायरिंग होती रही। जब गोलियां शांत हुईं, तो बलों को युद्ध के मैदान में 26 माओवादियों के शव बिखरे हुए मिले।

अभी भी चल रही है सर्चिंग

सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने जंगल में कुछ वरिष्ठ कैडरों को भी पकड़ा है और तलाशी अभी भी जारी है। मुठभेड़ में शहीद हुए DRG जवान राजू ओयाम का शव बरामद कर लिया गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, 'उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।'

तलाशी में कई आधुनिक हथियार बरामद

कांकेर में DRG और BSF की एक संयुक्त टीम ने उत्तर बस्तर मारह डिवीजन के माओवादियों पर हमला किया। कांकेर SP कल्याण एलेसेला ने बताया कि कांकेर और नारायणपुर जिलों की सीमा से लगे जंगलों में चार शव मिले हैं। दोनों जगहों से बड़ी मात्रा में विस्फोटक और इंसास, AK-47 और SLR जैसे कई आधुनिक हथियार बरामद किए गए हैं।

दोहराया नक्सलमुक्त देश का नारा

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सरकार नक्सलियों के खिलाफ सख्त है। जो नक्सली हथियार नहीं डालेंगे, उनके साथ कोई रियायत नहीं बरती जाएगी। सरकार का लक्ष्य है कि अगले साल 31 मार्च तक देश को नक्सलवाद से मुक्त कर दिया जाए।

खुफिया सूत्रों के हवाले से मिली थी जानकारी

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सुरक्षा बलों को नक्सलियों के खिलाफ यह सफलता खुफिया जानकारी के आधार पर मिली। पुलिस को पता चला था कि गंगालूर के जंगलों में बड़ी संख्या में नक्सली मौजूद हैं। इसी सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने यह ऑपरेशन चलाया।

DRG, CoBRA और CRPF के जवानों का ज्वॉइंट ऑपरेशन

इस ऑपरेशन में DRG, CoBRA और CRPF के जवानों ने मिलकर काम किया। DRG के जवान स्थानीय होते हैं और उन्हें जंगल की अच्छी जानकारी होती है। CoBRA कमांडो विशेष रूप से नक्सल विरोधी अभियानों के लिए प्रशिक्षित होते हैं। CRPF देश का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल है और यह आंतरिक सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,