अब्दाली मिसाइल का टेस्ट कर पाकिस्तान ने भारत को ललकारा... जानिए पृथ्वी मिसाइल के सामने कितनी है क्षमता?

अब्दाली मिसाइल को पाकिस्तान भारत के साथ लगने वाली सीमावर्ती इलाकों में तैनात कर सकता है। भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों के लिए ये मिसाइल एक खतरा बन सकती है।

May 3, 2025 - 13:33
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अब्दाली मिसाइल का टेस्ट कर पाकिस्तान ने भारत को ललकारा... जानिए पृथ्वी मिसाइल के सामने कितनी है क्षमता?
इस्लामाबाद/नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत को उकसाते हुए पाकिस्तान ने अब्दाली मिसाइल का परीक्षण किया है। पाकिस्तान के सोशल मीडिया यूजर्स और एक्सपर्ट्स लगातार भारत को गीदड़भभकी दे रहे हैं। जबकि भारत, पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने के लिए ऑप्शन तलाश रहा है। पाकिस्तान ने दावा किया है कि अब्दाली मिसाइल का रेंज 450 किलोमीटर के करीब है। अब्दाली मिसाइल को लेकर पाकिस्तान का दावा है कि ये एक एक छोटी दूरी की, ठोस प्रणोदक बैलिस्टिक मिसाइल है, जबकि पृथ्वी श्रृंखला की मिसाइलें भारत द्वारा विकसित छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल हैं। ये दोनों मिसाइलें युद्ध के मैदान से इस्तेमाल होने वाली मिसाइले हैं और इन्हें स्ट्रैटजिक प्रॉपर्टी माना जाता है।पाकिस्तान, भारत के खिलाफ इन मिसाइलों को सरहदी इलाकों में तैनात कर सकता है। पृथ्वी और अब्दाली जैसी मिसाइलों का इस्तेमाल युद्ध के मैदान में दुश्मनों के स्ट्रैटजिट ठिकानों, महत्वपूर्य सैन्य ठिकानों, बंकरों और हथियार सिस्टम पर हमला करने के लिए किया जाता है। अब्दाली को एक बैटलफील्ड मिसाइल माना जा रहा है, जिसकी रेंज सीमित है और इसका इस्तेमाल सीमावर्ती इलाके में ठिकानों को नष्ट करने के लिए बनाया गया है। अब्दाली मिसाइल का विश्लेषण करने पर ऐसा लग रहा है कि इसपर चीन और उत्तर कोरिया का गहरा प्रभाव है।अब्दाली बनाम पृथ्वी मिसाइलपृथ्वी, एक टन के वारहेड के साथ 150 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली सामरिक सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल है, जिसका मार्च 2003 में भारत ने परीक्षण किया था। पृथ्वी मिसाइल का डेवलपमेंट भारत ने 1980 के दशक में डीआरडीओ ने शुरू किया था। जबकि अब्दाली मिसाइल का डेवलपमेंट पाकिस्तान ने 2002 के बाद शुरू किया था। हालांकि अब्दाली मिसाइल का आज तक युद्ध के मैदान में टेस्ट नहीं किया गया है, जबकि भारत कई बार पृथ्वी का परीक्षण कर चुका है। पृथ्वी-2 मिसाइल में जीपीएस गाइडेड मिसाइल है, जिससे इसका CEP (Circular Error Probable) काफी बेहतर है, जबकि अब्दाली मिसाइल में सिर्फ inertial guidance है, जिससे इसकी सटीकता कम हो जाती है। ये 100 मीटर की दूरी तक से अपने टारगेट से चुक सकती है। जबकि पृथ्वी मिसाइल की ये रेंज 10 से 50 मीटर है।
  • पृथ्वी मिसाइल को 1000 किलो तक का पेलोड के साथ हमला करने के लिए लॉन्च किया जा सकता है और टेक्टिकल हमले से लेकर स्ट्रैटजिक हमला तक इससे किया जा सकता है।
  • अब्दाली मिसाइल की क्षमता 500 किलो तक के वारहेड ले जाने की है। ये मिसाइल एडवांस पारंपरिक गोला-बारूद (ICM) ले जाने में सक्षम है।
  • पृथ्वी मिसाइल को भारत ने अपने न्यूक्लियर डेटरेंट के हिस्से के रूप में बनाया है।
  • पृथ्वी और अब्दाली दोनों मिसाइलें शॉर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (SRBM) हैं।
  • अब्दाली मिसाइल पाकिस्तान की टेक्टिकल न्यूक्लियर पोस्चर का हिस्सा है। इसकी कामयाबी पर अभी भी शक।
  • पृथ्वी मिसाइल को भारत पनडुब्बियों से भी लॉंच कर सकता है, अब्दाली मिसाइल में ये क्षमता नहीं।
पृथ्वी मिसाइल को अभी भी अब्दाली मिसाइल की तुलना में ज्यादा परिपक्व,सटीक और सामरिक युद्ध में ज्यादा प्रभावी माना जा रहा है। अब्दाली मिसाइल की टारगेट हिटिंग क्षमता से लेकर हथियार प्रणाली तक सीमित है, जबकि पृथ्वी भारत के न्यूक्लियर डेटरेंस प्रोग्राम का हिस्सा है।

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