आईआईएम रोड से किसान पथ तक 70 फीसदी बन गया ग्रीन कॉरिडोर का दूसरा हिस्सा, लखनऊ के लोगों को मिलेगी राहत

IIM Road to Kisan Path Green Corridor Latest Update: लखनऊ में बन रहे ग्रीन कॉरिडोर के काम को काफी तेज गति से पूरा कराया जा रहा है। इस रोड के दूसरे चरण के निर्माण का कार्य पूरा कराया गया है। पांच चरणों में इसके काम को पूरा कराया जा रहा है। इसके निर्माण से लोगों को जाम की समस्या से राहत मिलेगी।

आईआईएम रोड से किसान पथ तक 70 फीसदी बन गया ग्रीन कॉरिडोर का दूसरा हिस्सा, लखनऊ के लोगों को मिलेगी राहत
अभिषेक पांडेय, लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को जाम से बचाने की योजना पर काम चल रहा है। आईआईएम रोड से किसान पथ तक 28 किलोमीटर लंबे ग्रीन कॉरिडोर के पहले चरण में आईआईएम रोड से पक्का पुल तक रास्ता बन चुका है। अब पक्का पुल से समतामूलक चौराहे तक 6 चरणों में निर्माण हो रहा है। इसका करीब 70 फीसदी काम पूरा हो चुका है। बचा निर्माण दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है। इसके बाद तीसरे चरण में दिलकुशा से शहीद पथ तक 6 किलोमीटर लंबे चार लेन के बंधा रोड का निर्माण होगा। इसके लिए 150 करोड़ रुपये का टेंडर भी जारी हो गया है।

5 चरणों में हो रहा काम

  1. पक्का पुल से डालीगंज तक 210 करोड़ की लागत से 1.8 किलोमीटर में फ्लाईओवर और आरओबी बनाया जा रहा है। इस रूट पर कई मजार और मंदिर होने से निर्माण में थोड़ी अड़चन आ रही है, लेकिन सभी पक्षों से वार्ता कर काम तेजी से करवाया जा रहा है। 60 फीसदी काम हो चुका है।
  2. निशातगंज में 210 मीटर लंबे चार लेन के ब्रिज का निर्माण हो है। करीब 49 करोड़ से बनने वाले ब्रिज का काम 70 फीसदी काम हो गया है।
  3. निशातगंज से कुकरैल पुल के बीच एक किमी में बंधा चौड़ीकरण और चार लेन सड़क का निर्माण 55 फीसदी तक हो गया है।
  4. कुकरैल नदी पर 50 करोड़ की लागत से 240 मीटर लंबाई में चार लेन का ब्रिज बन रहा है। इसका निर्माण 65 फीसदी तक पूरा हो गया है।
  5. कुकरैल पुल से बैकुंठ धाम के बीच 330 मीटर लंबे चार लेन के ब्रिज का निर्माण 35 फीसदी हो चुका है।

3 जगह बनेगा लैंडिंग रोटरी चौराहा

दूसरे हिस्से में ग्रीन कॉरिडोर पर एंट्री के लिए चार जगह लैंडिंग रोटरी चौराहे बनाए जाएंगे। एलडीए के चीफ इंजिनियर अवनेंद्र सिंह ने बताया कि इन तीन चौराहों पर ही ग्रीन कॉरिडोर को शहर के दूसरे रास्तों से कनेक्ट किया जाएगा। इनके निर्माण के लिए संबंधित विभागों से एनओसी मांगी गई है।
  • हनुमान सेतु मंदिर के पार्किंग स्थल के पास रोटरी चौराहा बनेगा।
  • निशातगंज पुल के एक छोर पर मौजूद स्मृति वाटिका के पास चौराहा बनाकर दूसरे रास्तों को ग्रीन कॉरिडोर से कनेक्ट किया जाएगा।
  • गोमतीनगर में नगर निगम के आरआर कार्यशाला के पास रोटरी चौराहे बनेगा। पहले यह रोटरी एंट्री समतामूलक चौराहे पर प्रस्तावित था, लेकिन चौराहे पर कई स्मारक होने के कारण बंधा रोड पर सेंट्रल अकादमी स्कूली के पास रोटरी चौराहे का निर्माण होगा।

रोटरी एंट्री और बंधे का निर्माण बाकी

पक्का पुल से आरआर कार्यशाला तक करीब 6 किलोमीटर के ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण पूरा करने की मियाद दिसंबर 2025 तय है। परियोजना अधिकारी एके सेंगर का कहना है कि इस रूट पर ज्यादातर निर्माण पूरा हो गया है। अब सिर्फ चौराहे पर रोटरी एंट्री और कुकरैल बंधे पर निर्माण बचा है।

40 मिनट में IIM रोड से शहीद पथ

ग्रीन कॉरिडोर के परियोजना अधिकारी एके सेंगर का कहना है कि पहले चरण का निर्माण पूरा होने के बाद आईआईएम रोड से पक्का पुल का सफर 15 मिनट में पूरा हो रहा है। दूसरे चरण के काम के बाद पक्का पुल से शहीद पथ तक का सफर महज 40 मिनट में पूरा होगा।रोटरी चौराहे को राउंडअबाउट या ट्रैफिक सर्कल भी कहा जाता है। एक वृत्ताकार चौराहे या जंक्शन जैसा होता है। जहां ट्रैफिक एक चौराहे के चारों ओर चलता है।