राहुल गांधी के बयान पर लोकसभा में हंगामा
"हिंदुस्तान अहिंसा का देश है, यह डरता नहीं है. हमारे महापुरुषों ने यह संदेश दिया- डरो मत, डराओ मत. शिवजी कहते हैं- डरो मत, डराओ मत और त्रिशूल को जमीन में गाड़ देते हैं. दूसरी तरफ जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा, नफरत-नफरत-नफरत. आप हिंदू हो ही नहीं. हिंदू धर्म में साफ लिखा है सच का साथ देना चाहिए." : राहुल गांधी
राहुल गांधी के बयान ने लोकसभा में भारी हंगामा मचा दिया। उन्होंने हिंदुस्तान के अहिंसा के सिद्धांत और महापुरुषों के संदेश का उल्लेख करते हुए कहा कि "हिंदुस्तान अहिंसा का देश है, यह डरता नहीं है। हमारे महापुरुषों ने यह संदेश दिया- डरो मत, डराओ मत। शिवजी कहते हैं- डरो मत, डराओ मत और त्रिशूल को जमीन में गाड़ देते हैं।"
राहुल गांधी ने वर्तमान समय में देश में फैली हिंसा और नफरत की राजनीति पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि कुछ लोग जो खुद को हिंदू कहते हैं, वे 24 घंटे हिंसा और नफरत फैलाने में लगे रहते हैं। उन्होंने कहा, "आप हिंदू हो ही नहीं। हिंदू धर्म में साफ लिखा है सच का साथ देना चाहिए।"
राहुल गांधी के इस बयान से विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी बहस छिड़ गई। सत्ता पक्ष ने उनके बयान को हिंदू धर्म का अपमान बताते हुए कड़ी निंदा की और उनसे माफी की मांग की। वहीं, राहुल गांधी के समर्थकों ने उनके बयान को देश की वर्तमान स्थिति के खिलाफ एक सच्चाई का आइना बताते हुए समर्थन किया।
इस बयान के बाद लोकसभा में हंगामा बढ़ गया, और कार्यवाही को कई बार स्थगित करना पड़ा। विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच बढ़ते तनाव ने संसद की कार्यवाही को बाधित किया, और यह मामला मीडिया में भी सुर्खियों में छा गया।
राहुल गांधी के इस बयान ने देशभर में एक नई बहस को जन्म दे दिया है, जहां लोग धर्म, हिंसा, और राजनीति के मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बयान के बाद राजनीतिक परिदृश्य में क्या बदलाव आते हैं और दोनों पक्ष इस मुद्दे को कैसे संभालते हैं।