सहारनपुर की नंबर-1 लोकसभा सीट से ठाकुर प्रत्याशी?
भाजपा सूत्रों की माने तो दिल्ली में पूर्व सांसद राघव लखनपाल शर्मा, सुरेश राणा और अभय राणा डेरा डाले हुए हैं।
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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सहारनपुर मंडल के मुजफ्फरनगर और शामली से अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है, लेकिन सहारनपुर सीट पर कौन होगा प्रत्याशी, इस पर अब तक मंथन जारी है। इस समय, लोगों की उत्सुकता बढ़ रही है कि क्या भाजपा इस बार सहारनपुर लोकसभा सीट पर कोई नया चेहरा प्रस्तुत करेगी। उनकी आंशिक हार के बाद, भाजपा का इस सीट पर अगला कदम किस दिशा में होगा, यह देखने लायक है।
सहारनपुर सीट राजनीतिक चरणों के लिए एक रोमांचक स्थल रही है, क्योंकि यहां कई राजनीतिक पार्टियों का महत्वपूर्ण केंद्र रहा है। इस सीट पर भाजपा और गठबंधन ने अभी तक अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है, जिससे इसका रोमांच और बढ़ गया है। सहारनपुर सीट गठबंधन में कांग्रेस के खाते गई है, जिसके लिए कांग्रेस ने इमरान मसूद को उम्मीदवार बनाने का प्रस्ताव रखा है।
बहरहाल, भाजपा ने अभी तक अपने प्रत्याशियों की दो लिस्ट जारी कर दी है। भाजपा सूत्रों की माने तो दिल्ली में पूर्व सांसद राघव लखनपाल शर्मा, सुरेश राणा और अभय राणा डेरा डाले हुए हैं। वहीं कई नाम ओर हैं, जो अपनी दावेदारी सहारनपुर सीट से कर रहे हैं। लेकिन इस सीट पर काफी मंथन चल रहा है। वहीं सूत्रों की माने तो भाजपा इस सीट से किसी ठाकुर को चुनावी मैदान में उतार सकती है।
हालांकि सहारनपुर लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर पूर्व सांसद राघव लाखनपाल शर्मा और अभय राणा ने सड़कों पर पोस्टर भी चस्पा कर दिए है। जिससे लोगों में भी शंका पैदा हो गई है कि कौन इस बार चुनाव लड़ेगा। राघव लखनपाल का पॉलिटिकल बैकग्राउंट और सफर रहा है तो वहीं अभय राणा का पॉलिटिकल बैकग्राउंड। जिस कारण दोनों अपने दावेदारी पेश कर रहे हैं। राघव दो बार के विधायक और एक बार के सांसद रहे हैं। जबकि अभय राणा के ताऊ स्व. जगदीश राणा विधायक, सांसद और पूर्व मंत्री रहे हैं। वहीं पिता स्व. महावीर राणा भी विधायक रहे हैं।
पार्टी सूत्रों की माने तो भाजपा इस बार इन दोनों की लड़ाई में यह सीट हारना नहीं चाहती। क्योंकि 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राघव लखनपाल शर्मा को टिकट दिया था। लेकिन वह बसपा कैंडिडेट हाजी फजलुर्रहमान से हार गए थे। हालांकि चर्चा है कि इस बार यूपी में भाजपा जिन सीटों पर हारी थी, उन सीटों पर वह नए चेहरे उतारने का मन बना चुकी है। लेकिन सहारनपुर सीट से कौन चेहरा होगा, यह भविष्य के गर्भ में छुपा है?
हालांकि, राजनीतिक टीकाकारों के अनुसार, कांग्रेस को इस बार सहारनपुर सीट से इमरान मसूद को चुनाव मैदान में उतारने में कठिनाई हो सकती है। इमरान को किसी अन्य सीट से उतारने का विसहारनपुर सहारनपुर ijचार भी है, जो उनके लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसके अलावा, सहारनपुर में इमरान मसूद के नाम पर सन्नाटा चल रहा है, जिससे उनकी चुनौती और बढ़ गई है।
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