गाजियाबाद में RSS-BJP की समन्वय बैठक: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रहे शामिल

गाजियाबाद में RSS-BJP की समन्वय बैठक: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रहे शामिल, RSS BJP coordination meeting Ghaziabad Chief Minister Yogi Adityanath participated

Apr 2, 2025 - 17:19
Apr 2, 2025 - 17:28
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गाजियाबाद में RSS-BJP की समन्वय बैठक: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रहे शामिल

गाजियाबाद में RSS-BJP की समन्वय बैठक: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रहे शामिल

गाजियाबाद के नेहरू नगर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की महत्वपूर्ण समन्वय बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा और संघ के शीर्ष पदाधिकारी मौजूद रहे। बैठक में विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर गहन चर्चा हुई, जिसमें आगामी योजनाओं और रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया गया।

बैठक की प्रमुख बातें:

  1. डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम को संपूर्ण रूप से उपयोग करने पर जोर

    • संघ ने बैठक में यह सुझाव दिया कि डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम को उनके पूरे नाम "भीमराव रामजी अंबेडकर" के साथ ही लिखा और बोला जाए। संघ का मानना है कि उनके नाम से 'रामजी' शब्द को षड्यंत्रपूर्वक हटाया गया था, जबकि उन्होंने स्वयं संविधान पर अपने पूरे नाम से हस्ताक्षर किए थे।

    • बैठक में यह भी सुझाव दिया गया कि अंबेडकर के नाम के आगे सम्मानसूचक शब्द जैसे "आदरणीय", "परम आदरणीय" या "पूजनीय" जोड़ा जाना चाहिए।

    • अंबेडकर की छवियों में विविधता लाने की भी बात उठाई गई, जिसमें विभिन्न रंगों का उपयोग करने की संभावनाओं पर विचार किया गया।

  2. अंबेडकर जयंती को भव्य रूप से मनाने का निर्णय

    • आगामी 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती को पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर मनाने की योजना बनाई गई।

    • इस अवसर पर डॉ. अंबेडकर की विभिन्न छवियों को प्रदर्शित करने और उनके संपूर्ण नाम के साथ उनकी विरासत को सम्मानित करने के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

  3. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर चर्चा

    • भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार, इस बैठक में प्रदेश भाजपा के नए अध्यक्ष को लेकर भी विचार-विमर्श किया गया।

    • संगठन ने प्रदेश स्तर पर चुनाव प्रक्रिया पूरी कर ली है, जिसमें जिला अध्यक्षों का चुनाव भी शामिल है।

    • सूत्रों के अनुसार, अगले कुछ दिनों में भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है।

  4. चुनावी रणनीति और जातिगत समीकरणों पर चर्चा

    • 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सपा के पीडीए (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक) गठबंधन के कारण झटका लगा था।

    • उत्तर प्रदेश में भाजपा की सीटें 2019 के 62 से घटकर 33 रह गईं, जिससे संगठन को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ा।

    • बैठक में भाजपा के परंपरागत वोट बैंक और नए वोटर्स को साधने की रणनीति पर चर्चा की गई।

  5. संघ और भाजपा के समन्वय पर जोर

    • इस बैठक में संघ और भाजपा के बीच संगठनात्मक समन्वय को मजबूत करने के लिए सुझाव दिए गए।

    • बैठक में RSS के मेरठ और ब्रज क्षेत्र के पदाधिकारी शामिल रहे।

    • भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी समेत अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे।

बैठक में शामिल प्रमुख हस्तियां

  • उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

  • भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी

  • RSS के मेरठ और ब्रज क्षेत्र के प्रमुख पदाधिकारी

  • 6 राष्ट्रीय और 50 प्रदेश स्तरीय संघ पदाधिकारी

  • 36 अनुषांगिक संगठनों के प्रतिनिधि

गाजियाबाद में आयोजित इस समन्वय बैठक का मुख्य उद्देश्य भाजपा और संघ के बीच समन्वय को और मजबूत करना था। इसके अलावा, अंबेडकर की विरासत को नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत करने, प्रदेश भाजपा नेतृत्व में संभावित बदलाव और आगामी चुनावों की रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया।

इस बैठक को उत्तर प्रदेश की राजनीतिक स्थिति को देखते हुए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, और आने वाले दिनों में भाजपा की नीतियों और कार्ययोजनाओं पर इसका प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई देगा।

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