सिर्फ हिंदू आस्था के प्रतीकों के विरुद्ध बोलते हैं विपक्षी नेता : मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसको लेकर राहुल गांधी और कांग्रेस समेत पूरे आइएनडीआइए पर हमलावर हैं।
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सिर्फ हिंदू आस्था के प्रतीकों के विरुद्ध बोलते हैं विपक्षी नेता : मोदी
- कहा, अन्य धर्म से जुड़े प्रतीकों के विरुद्ध नहीं बोलते एक भी शब्द
- तमिलनाडु के सेलम में मंच पर 11 साथ नजर आए पीएम
- जयललिता के अपमान को द्रमुक की नारी विरोधी मानसिकता से जोड़ा
पीएम ने केरल के पलक्कड़ में किया रोडशो पथानमथिट्टा में 15 मार्च को रोडशो करने के बाद मोदी ने मंगलवार को केरल के पलक्कड में भी एक रोडशो किया। लगभग एक किलोमीटर के इस रोडशो के दौरान सडक के दोनों ओर बडी संख्या में लोग उपस्थित थे। इस दौरान प्रधानमंत्री के वाहन पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के. सुरेंद्रन, पलक्कड़ से राजग प्रत्याशी सी. कृष्णकुमार और पोन्नानी सीट से प्रत्याशी निवेदिता सुब्रमण्यन मौजूद थे।
शक्ति के विनाश के राहुल गांधी के बयान को भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनाव का बड़ा मुद्दा बना दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसको लेकर राहुल गांधी और कांग्रेस समेत पूरे आइएनडीआइए पर हमलावर हैं। लोकसभा चुनाव को शक्ति के विनाशक और शक्ति के उपासक के बीच बता रहे मोदी मंगलवार को तमिलनाडु के सेलम में मंच पर शक्ति स्वरूप में 11 महिलाओं (शक्ति अम्माओं) के बीच नजर आए।
प्रधानमंत्री ने साफ किया कि उदयनिधि स्टालिन, ए. राजा से लेकर राहुल गांधी तक विपक्षी नेता जानबूझकर सिर्फ हिंदू आस्था के प्रतीकों के विरुद्ध बोलते हैं, अन्य धर्म से जुड़े प्रतीकों के विरुद्ध वे एक शब्द भी नहीं बोलते। हिंदू धर्म के विरुद्ध विपक्षी नेता का हर बयान बहुत सोचा-समझा है। उन्होंने कहा कि शक्ति का विनाश करने के लिए निकली कांग्रेस, द्रमुक समेत अपने सहयोगियों के साथ खत्म हो जाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने सलेम में माताओं और बहनों को फिर शक्ति स्वरूपा बताते हुए तमिलनाडु में मदुरई से लेकर कन्याकुमारी तक देवी से जुड़े मंदिरों को गिनाया। याद दिलाया कि सुब्रह्मण्यम भारती ने अपनी कविताओं में भारत को मातृ देवी के रूप में प्रस्तुत किया था। हिंदू धर्म में शक्ति का मतलब है मातृ शक्ति, नारी शक्ति; लेकिन कांग्रेस और द्रमुक वाला आइएनडीआइए कहता है कि वे इसका विनाश कर देंगे। हमारे महाकाव्य इस बात के प्रमाण हैं कि जो लोग शक्ति को समाप्त करना चाहते हैं वे नष्ट हो जाते हैं।
मोदी ने तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के महिला होने के कारण द्रमुक द्वारा किए अपमान का भी जिक्र किया। कहा कि यह कांग्रेस और द्रमुक की नारी विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। रैली में बड़ी संख्या में उपस्थित महिलाओं की ओर इंगित करते हुए प्रधानमंत्री ने पिछले 10 वर्षों में अपनी सरकार द्वारा महिला सशक्तीकरण के लिए उठाए गए कदमों को भी गिनाया। तमिल मनीला कांग्रेस (टीएमसी) और पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) के साथ समझौते के बाद उनके नेता भी प्रधानमंत्री के साथ मंच पर मौजूद थे।
राजग नेताओं की मौजूदगी में प्रधानमंत्री ने भाषा के मुद्दे पर भाजपा और तमिलनाडु के बीच खाई को भी पाटने की कोशिश की। इस सिलसिले में उन्होंने भारत की आजादी के प्रतीक बने सेंगोल का भी
जिक्र किया। कहा कि तमिलनाडु के मठों
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