आलमपुर विधानसभा के मुख्तारअंसारी की मृत्यु कैसे हुई
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा कि उत्तर प्रदेश में बंधकों या कैदियों की मृत्यु होने के समय

मुख्तार अंसारी: एक आलमपुर विधानसभा क्षेत्र के विपक्षी नेता का परिचय
गेंग एस्टर मुख्तार अंसारी की जन्म और शिक्षा
जन्म और शिक्षा: गेंग एस्टर मुख्तार अंसारी का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था। सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है गेंग एस्टर बन गया
उत्तर प्रदेश में चर्चा का विषय बने मुख्तार अंसारी के मौत के मामले में अखिलेश यादव ने सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच की मांग की है। इस मामले में प्रमुख राजनीतिक व्यक्तित्व ने उत्तर प्रदेश सरकार को घेरा और कड़ी आलोचना की है। इस मामले के संदर्भ में सोशल मीडिया पर अपने विचार व्यक्त करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल चल रहा है और उप्र सरकार इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है।
मुख्तार अंसारी की मौत के मामले में उप्र सरकार पर सवाल उठने के साथ ही अखिलेश यादव ने जज की निगरानी में जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में इस मामले की जांच होनी चाहिए। यहाँ तक कि सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में हर स्थिति में किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व है।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा कि उत्तर प्रदेश में बंधकों या कैदियों की मृत्यु होने के समय, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठ जाएगा। वे न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार करने वाली सरकारों को कड़ी आलोचना करते हुए कहते हैं कि इस तरह का कोई भी हालात पूरी तरह गैर कानूनी हैं।
अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी मौत पर सवाल उठाए हें
इसके अलावा, अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर भी कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि यूपी में सरकारी अराजकता का सबसे बुरा दौर चल रहा है। इस बयान से साफ है कि मुख्तार अंसारी की मौत के मामले में सवाल उठने के साथ ही उत्तर प्रदेश में राजनीतिक हलचल में भी गहराई आ गई है। इस मामले की जांच से जुड़े सभी पक्षों की उम्मीद है कि सत्य की जीत होगी और न्याय होगा।
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