MR : मुंबई की महिला से 25 करोड़ की साइबर ठगी
मुंबई में रहने वाली पीड़िता को वाट्सएप काल आया, जिसमें काल करने वाले ने खुद को दूरसंचार विभाग का अधिकारी बताया।
मुंबई की महिला से 25 करोड़ की साइबर ठगी
खुद को सीबीआइ अधिकारी बता निशाना बनाया
एमएनसी की पूर्व निदेशक है पीड़ित महिला
मुंबई: साइबर ठगों ने खुद को पुलिस और सीबीआइ अधिकारी बताकर एक बहुराष्ट्रीय कंपनी (एमएनसी) की सेवानिवृत्त निदेशक के साथ 25 करोड़ रुपये की ठगी की। सेवानिवृत्त निदेशक को यह कहकर डराया कि उनके खिलाफ मनी लांड्रिंग मामले की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि यह हाल के दिनों में शहर में सबसे बड़े साइबर धोखाधड़ी मामलों में से एक है। अधिकारियों ने गुरुवार को कहा, पीड़िता ने ठगों को पैसे देने के लिए अपने और अपनी मां के शेयर व म्यूचुअल फंड में किए निवेश बेच दिए। गोल्ड लोन भी लिया। यह घटना फरवरी 2024 की है।
अधिकारी ने बताया, मुंबई में रहने वाली पीड़िता को वाट्सएप काल आया, जिसमें काल करने वाले ने खुद को दूरसंचार विभाग का अधिकारी बताया। कालर ने कहा, उनके तीन मोबाइल नंबर निष्क्रिय कर दिए जाएंगे। पीड़िता ने कारण जानना चाहा, तो काल करने वाले ने कहा, वह एक पुलिस अधिकारी को काल कनेक्ट कर रहा है। उसके बाद एक अन्य व्यक्ति ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए कहा, उनके (महिला के) खिलाफ मनी लांड्रिंग की शिकायत मिली है। उनके मोबाइल नंबर व आधार कार्ड मामले से जुड़े हुए पाए गए हैं।
काल करने वाले ने फिर काल को दूसरे व्यक्ति को ट्रांसफर कर दिया, जिसने खुद को सीबीआइ अधिकारी बताया और मनी लांड्रिंग मामले को लेकर डराया और कहा, अगर वह मामले को निपटाना चाहती हैं तो वह दिए गए बैंक खातों में पैसे जमा करें। ठगों ने पीड़िता के नाम पर चालू खाता खोला और उन्हें वहां पैसे जमा करने को कहा। बोले-उनका पैसा भारतीय रिजर्व बैंक को भेजा जाएगा। स्थानीय पुलिस स्टेशन से भुगतान की रसीद प्राप्त कर लें। महिला ने खाते में करीब 25 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए, लेकिन इसे वापस पाने में असफल रहीं तो मुंबई पुलिस से संपर्क किया और ठगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। मुंबई अपराध शाखा के साइबर पुलिस स्टेशन ने मामले की जांच शुरू की और अब तक 31 बैंक खाते फ्रीज कर दिए हैं।
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