MP भोपाल :भोजशाला के भीतरी क्षेत्र में मिली दीवारनुमा आकृति
मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद ने बताया कि उत्तर व दक्षिण क्षेत्र में खोदाई का कार्य जारी रहा।
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भोजशाला के भीतरी क्षेत्र में मिली दीवारनुमा आकृति
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने सर्वे के लिए आठ सप्ताह के अतिरिक्त समय देने को लेकर किया आवेदन
ऐतिहासिक भोजशाला के सर्वे के 35वें दिन गुरुवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) की टीम को भीतरी परिसर में दीवारनुमा संरचना मिली, जिसकी तीन दीवारें एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं। अब खोदाई कर यह संरचना क्या है, इसका पता लगाया जाएगा। हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा ने बताया कि टीम ने भीतरी परिसर में आठ स्थानों का चयन किया है। इसमें पांच स्थान पर मिट्टी हटाने का काम चल रहा है और साक्ष्य सामने आ रहे हैं।
टीम ने बाहरी परिसर की उत्तर व दक्षिण-उत्तर दिशा में लेवलिंग के साथ मिट्टी हटाने का भी काम किया। मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद ने बताया कि उत्तर व दक्षिण क्षेत्र में खोदाई का कार्य जारी रहा। दरगाह परिसर में टीम द्वारा शिलालेख की क्लीनिंग की गई। आगामी दिनों में टीम में नए विशेषज्ञ जुड़ने वाले हैं। वे उर्दू, अरबी व फारसी के जानकार होंगे। बता दें कि 22 मार्च से भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा सर्वे किया जा रहा है। 35 दिनों में 40 प्रतिशत काम भी पूरा नहीं हो पाया है।
एएसआइ ने सर्वे के लिए आठ सप्ताह के अतिरिक्त समय देने को लेकर हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ में आवेदन दिया है, इस पर सुनवाई 29 अप्रैल को होगी। हिंदू पक्ष ने मांग की है कि ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) सहित अन्य मशीनों के माध्यम से सर्वे किया जाए। जीपीआर मशीन से सर्वे के लिए कोर्ट ने भी आदेशित किया है। 35 दिन बाद भी इसका उपयोग नहीं हो पाया है। इसके माध्यम से जमीन के अंदर की धरोहर का पता लगाया जा सकता है।
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