शिमला में 10 मिनट का हुआ ब्लैकआउट:सायरन बजाकर कर दी हवाई हमले से बचाव की ट्रेनिंग, 2 जगह हुई मॉक ड्रिल

हिमाचल की राजधानी शिमला में आज (7 मई) को सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल हुई। इसमें आम नागरिकों को हवाई हमले से बचने की ट्रेनिंग दी गई। शिमला के संजौली और DC ऑफिस परिसर में शाम चार बजे मॉक ड्रिल हुई। इस दौरान हूटर बजाकर लोगों को चतावनी दी गई और उन्हें बताया कि अगर हवाई हमला होता है, तो किस तरह से आप खुद और दूसरों को सुरक्षित रखेंगे। इसके साथ ही उन्हें इसकी ट्रेनिंग दी गई है। इसी तरह शाम 7.20 बजे से 7.30 बजे तक पूरे शिमला शहर में ब्लैकआउट रहा। सरकार ने इसे लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश व एडवाइजरी जारी की है और इनके पालन का अपील की है। मॉक ड्रिल से पहले शाम 4 बजे 2 मिनट तक जोर से सायरन बजाया गया। मॉक ड्रिल का उद्देश्य मॉक ड्रिल का उद्देश्य दुश्मन देश द्वारा संभावित हवाई हमले की स्थिति से निपटने के लिए आम नागरिकों को तैयार करना है। हवाई हमले या अन्य खतरों की स्थिति में लोग क्या कर सकते हैं, इसकी जानकारी मॉक ड्रिल के दौरान लोगों को दी जाएगी। पाकिस्तान से युद्ध की आशंकाओं के बीच यह अभ्यास करवाया जाएगा। इससे पहले 1971 में इस तरह का मॉक ड्रिल करवाया गया था। आतंकी हमले के बाद भारत-पाक में तनाव जम्मू कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इस आतंकी हमले में आतंकी फायरिंग में 26 टूरिस्ट मारे गए थे। तब से युद्ध की अटकलें लगाई जा रही है। डीसी बोले- प्रशासन की एडवाइजरी का करें पालन इससे पहले DC शिमला अनुपम कश्यप ने आम नागरिकों से मॉक ड्रिल के दौरान प्रशासन द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन करने की अपील की। उन्होंने बताया कि शिमला में मॉक ड्रिल "ऑपरेशन अभ्यास" शाम चार बजे होगा। यह अभ्यास डीसी ऑफिस परिसर और संजौली क्षेत्र के पार्किंग में किया जाएगा।

May 8, 2025 - 04:47
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शिमला में 10 मिनट का हुआ ब्लैकआउट:सायरन बजाकर कर दी हवाई हमले से बचाव की ट्रेनिंग, 2 जगह हुई मॉक ड्रिल
हिमाचल की राजधानी शिमला में आज (7 मई) को सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल हुई। इसमें आम नागरिकों को हवाई हमले से बचने की ट्रेनिंग दी गई। शिमला के संजौली और DC ऑफिस परिसर में शाम चार बजे मॉक ड्रिल हुई। इस दौरान हूटर बजाकर लोगों को चतावनी दी गई और उन्हें बताया कि अगर हवाई हमला होता है, तो किस तरह से आप खुद और दूसरों को सुरक्षित रखेंगे। इसके साथ ही उन्हें इसकी ट्रेनिंग दी गई है। इसी तरह शाम 7.20 बजे से 7.30 बजे तक पूरे शिमला शहर में ब्लैकआउट रहा। सरकार ने इसे लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश व एडवाइजरी जारी की है और इनके पालन का अपील की है। मॉक ड्रिल से पहले शाम 4 बजे 2 मिनट तक जोर से सायरन बजाया गया। मॉक ड्रिल का उद्देश्य मॉक ड्रिल का उद्देश्य दुश्मन देश द्वारा संभावित हवाई हमले की स्थिति से निपटने के लिए आम नागरिकों को तैयार करना है। हवाई हमले या अन्य खतरों की स्थिति में लोग क्या कर सकते हैं, इसकी जानकारी मॉक ड्रिल के दौरान लोगों को दी जाएगी। पाकिस्तान से युद्ध की आशंकाओं के बीच यह अभ्यास करवाया जाएगा। इससे पहले 1971 में इस तरह का मॉक ड्रिल करवाया गया था। आतंकी हमले के बाद भारत-पाक में तनाव जम्मू कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इस आतंकी हमले में आतंकी फायरिंग में 26 टूरिस्ट मारे गए थे। तब से युद्ध की अटकलें लगाई जा रही है। डीसी बोले- प्रशासन की एडवाइजरी का करें पालन इससे पहले DC शिमला अनुपम कश्यप ने आम नागरिकों से मॉक ड्रिल के दौरान प्रशासन द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन करने की अपील की। उन्होंने बताया कि शिमला में मॉक ड्रिल "ऑपरेशन अभ्यास" शाम चार बजे होगा। यह अभ्यास डीसी ऑफिस परिसर और संजौली क्षेत्र के पार्किंग में किया जाएगा।
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