पंजाब सीएम और केजरीवाल के खिलाफ शिकायत:कांग्रेस नेता बाजवा ने वीडियो से छेड़छाड़ के आरोप लगाए, पुलिस को सौंपी पेन ड्राइव

पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल, प्रदेश प्रधान अमन अरोड़ा और फाइनेंस मंत्री हरपाल सिंह चीमा के खिलाफ चंडीगढ़ पुलिस को शिकायत दी है। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है कि उक्त नेताओं और उनके सहयोगियों ने उनके वीडियो के साथ छेड़छाड़ की है। उन्होंने इस संबंध में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। चंडीगढ़ पुलिस द्वारा इस मामले की पड़ताल की जा रही है। बाजवा ने अपने पत्र में मुख्य रूप से उठाए 3 प्वाइंट - 1. बाजवा की तरफ से लिखे पत्र में कहा गया है कि पूर्व मंत्री और सीनियर अकाली नेता विजिलेंस के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो की तरफ से एफआईआर दर्ज की गई है। जबकि मजीठिया की पत्नी, गनीव कौर विधायक हैं। विजिलेंस के अधिकारी कानून का घोर उल्लंघन करते हुए उनके घर में घुस गए और वह उनके बेडरूम तक पहुंच गए। एक महिला के खिलाफ ऐसा व्यवहार अनुचित और कानून के खिलाफ है। मैंने अपने वीडियो में सुखपाल सिंह खैहरा के बारे में बताया था। वीडियो से गनीव कौर मजीठिया कहा था। इनकी टीम ने गनीव कौर हटा दिया, मजीठिया ही रहने दिया। 2. इस मामले में, उन्होंने 25 जून, 2025 को एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें तीन मिनट 13 सेकेंड के वीडियो में महिला विधायक गनीव कौर और पंजाब विजिलेंस ब्यूरो के कथित कदाचार की आलोचना की गई थी। हालांकि, उक्त नेताओं और उनकी टीम ने इस वीडियो को इस तरह संपादित किया कि ऐसा लगे जैसे मैंने बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ की गई कार्रवाई का विरोध किया हो। विरोध मैंने विधायक के चंडीगढ़ वाले घर का किया था। 3. इन नेताओं ने यह सब उनकी राजनीतिक छवि और कांग्रेस पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए किया है। वीडियो को इस तरह से पेश किया गया कि जनता को गुमराह किया जा सके। इस संबंध में असली और छेड़छाड़ वाले वीडियो की पेन ड्राइव भी पुलिस को सौंपी है। उनका कहना है कि यह न केवल गैरकानूनी है, बल्कि आईटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता 2023 के तहत दंडनीय है। इस मामले में आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए। बाजवा पर 50 ग्रेनेड वाला बयान देने पर हुई एफआईआर प्रताप सिंह बाजवा ने 13 अप्रैल को 1 टीवी चैनल इंटरव्यू में दावा किया था कि पंजाब में 50 ग्रेनेड आए हैं। इनमें से 18 का उपयोग किया जा चुका है और 32 को राज्य भर में विस्फोटित किया जाना बाकी है। इंटरव्यू चलने से पहले इसका टीजर सामने आया। इसने विवाद खड़ा कर दिया और बाजवा पर उसी दिन शाम को मोहाली में FIR हो गई। यह मामला अब हाईकोर्ट तक पहुंचा हुआ है। वहीं, बाजवा से पंजाब पुलिस कई बार पूछताछ भी कर चुकी है।

पंजाब सीएम और केजरीवाल के खिलाफ शिकायत:कांग्रेस नेता बाजवा ने वीडियो से छेड़छाड़ के आरोप लगाए, पुलिस को सौंपी पेन ड्राइव
पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल, प्रदेश प्रधान अमन अरोड़ा और फाइनेंस मंत्री हरपाल सिंह चीमा के खिलाफ चंडीगढ़ पुलिस को शिकायत दी है। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है कि उक्त नेताओं और उनके सहयोगियों ने उनके वीडियो के साथ छेड़छाड़ की है। उन्होंने इस संबंध में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। चंडीगढ़ पुलिस द्वारा इस मामले की पड़ताल की जा रही है। बाजवा ने अपने पत्र में मुख्य रूप से उठाए 3 प्वाइंट - 1. बाजवा की तरफ से लिखे पत्र में कहा गया है कि पूर्व मंत्री और सीनियर अकाली नेता विजिलेंस के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो की तरफ से एफआईआर दर्ज की गई है। जबकि मजीठिया की पत्नी, गनीव कौर विधायक हैं। विजिलेंस के अधिकारी कानून का घोर उल्लंघन करते हुए उनके घर में घुस गए और वह उनके बेडरूम तक पहुंच गए। एक महिला के खिलाफ ऐसा व्यवहार अनुचित और कानून के खिलाफ है। मैंने अपने वीडियो में सुखपाल सिंह खैहरा के बारे में बताया था। वीडियो से गनीव कौर मजीठिया कहा था। इनकी टीम ने गनीव कौर हटा दिया, मजीठिया ही रहने दिया। 2. इस मामले में, उन्होंने 25 जून, 2025 को एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें तीन मिनट 13 सेकेंड के वीडियो में महिला विधायक गनीव कौर और पंजाब विजिलेंस ब्यूरो के कथित कदाचार की आलोचना की गई थी। हालांकि, उक्त नेताओं और उनकी टीम ने इस वीडियो को इस तरह संपादित किया कि ऐसा लगे जैसे मैंने बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ की गई कार्रवाई का विरोध किया हो। विरोध मैंने विधायक के चंडीगढ़ वाले घर का किया था। 3. इन नेताओं ने यह सब उनकी राजनीतिक छवि और कांग्रेस पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए किया है। वीडियो को इस तरह से पेश किया गया कि जनता को गुमराह किया जा सके। इस संबंध में असली और छेड़छाड़ वाले वीडियो की पेन ड्राइव भी पुलिस को सौंपी है। उनका कहना है कि यह न केवल गैरकानूनी है, बल्कि आईटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता 2023 के तहत दंडनीय है। इस मामले में आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए। बाजवा पर 50 ग्रेनेड वाला बयान देने पर हुई एफआईआर प्रताप सिंह बाजवा ने 13 अप्रैल को 1 टीवी चैनल इंटरव्यू में दावा किया था कि पंजाब में 50 ग्रेनेड आए हैं। इनमें से 18 का उपयोग किया जा चुका है और 32 को राज्य भर में विस्फोटित किया जाना बाकी है। इंटरव्यू चलने से पहले इसका टीजर सामने आया। इसने विवाद खड़ा कर दिया और बाजवा पर उसी दिन शाम को मोहाली में FIR हो गई। यह मामला अब हाईकोर्ट तक पहुंचा हुआ है। वहीं, बाजवा से पंजाब पुलिस कई बार पूछताछ भी कर चुकी है।