हर्षिल में जान बचाने की जंग, सारा-राही और हेजल सेना के ऑपरेशन को ऐसे बना रहे सफल

उत्तराखंड के धराली और हर्षिल में भारतीय सेना द्वारा राहत और बचाव कार्य जारी है. वह मानवीय सहायता और आपदा राहत मिशन (HADR) के तहत लोगों की हर संभव मदद कर रही है. सेना ने एक अस्थाई फुटब्रिज तैयार किया है. लोग इसी पुल के जरिए अपने घर लौट रहे हैं.

Aug 9, 2025 - 09:52
 0
हर्षिल में जान बचाने की जंग, सारा-राही और हेजल सेना के ऑपरेशन को ऐसे बना रहे सफल
हर्षिल में जान बचाने की जंग, सारा-राही और हेजल सेना के ऑपरेशन को ऐसे बना रहे सफल

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली और हर्षिल में मंगलवार को बादल फटने से हर तरफ तबाही मच गई. मुश्किल हालातों में भी भारतीय सेना लोगों का सहारा बनी. सेना द्वारा चलाया जा रहा मानवीय सहायता और आपदा राहत मिशन (HADR) पूरे जोर पर है. इस मिशन के तहत सेना आपदा प्रभावित लोगों की हर संभव मदद कर रही है. इस आपदा में भारतीय सेना एक बार फिर साबित कर रही है कि चाहे राहत हो, बचाव या बहाली, वो हर मोर्चे पर लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है.

धराली से हर्षिल तक सेना की जान बचाने की जंग जारी है. सेना की इंजीनियर रेजिमेंट ने कल एक अस्थायी फुटब्रिज तैयार किया. इसी रास्ते से लोग घर लौट रहे हैं. बचाव टीमें पहुंच जरूरी सामान भी इसी रास्ते से पहुंच रहा है. बताया जा रहा है कि सड़क बहाल होने में अभी 10 दिन और लगेंगे. तब तक इसी पुल के जरिए लोगों और सेनाओं का आना-जाना रहेगा.

सीएम को दी गई पूरी जानकारी

सेना द्वारा 50 पर्यटकों को ALS वाहनों से गंगोत्री से धराली लाया गया. वहीं 60 से ज्यादा बुजुर्ग और बच्चों को कीचड़ धंसाव पार कराकर हर्षिल पहुंचाया गया. कैप्टन गुरप्रीत सिंह ने मौके पर पहुंचे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को राहत कार्यों की पूरी जानकारी दी.

हर्षिल में तलाश और मलबा हटाने का मिशन जारी

हर्षिल में लोगों की तलाश और मलबा हटाने का मिशन जारी है. 14 Raj RIF के लापता जवानों की सर्च ऑपरेशन जारी है. वहीं सुक्की टॉप से लाया गया JCB मलबा हटाने में लगातार जुटा है. इतना ही नहीं संचार सेवाओं को भी सेना बहाल कर रही है. 7 अगस्त को सेना ने हर्षिल में सैटेलाइट और रेडियो रिले सिस्टम चालू किए. इसके जरिए फंसे लोगों ने
इंटरनेट कॉल के जरिए अपने परिवारों को से बात की. कई लोग अपने परिवार की आवाज सुनकर भावुक हो गए थे. लोगों ने सेना के इस कदम की खुलकर सराहना की.

क्या होगी आगे की योजना?

9 अगस्त यानी आज धराली और हर्षिल में बचाव और राहत कार्य तेज किया जाएगा. इसके साथ ही डोजर और JCB से मलबा हटाने का काम जारी रहेगा. बिरपुर से अतिरिक्त टीमें हेलीकॉप्टर के जरिए प्रभावित क्षेत्रों में भेजी जाएंगी. इस आपदा में भारतीय सेना एक बार फिर साबित कर रही है कि चाहे राहत हो, बचाव या बहाली, वो हर मोर्चे पर लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है.

HADR ऑपरेशन में सेना के डॉग स्क्वॉड की मदद

हर्षिल और धराली में चल रहे मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (HADR) कार्यों के तहत भारतीय सेना की विशेष प्रशिक्षित डॉग टीमों को सर्च ऑपरेशन्स में लगाया गया है. ये टीमें ग्राउंड पेनिट्रेटिंग राडार (GPR), जेवर राडार और अन्य टोही रडार के साथ मिलकर खोज अभियान चला रही हैं.

किस तरह काम करते हैं ये डॉग

भारतीय सेना की विशेष प्रशिक्षित डॉग टीमों में ओपना (4 वर्ष), झांसी (3.5 वर्ष), सारा (4.5 वर्ष), जून (7 वर्ष), राही (8 वर्ष), हेजल (4 वर्ष) डॉग शामिल हैं. हर डॉग 3035 मिनट के सर्च चक्र में काम करता है, जिसके बाद 10 मिनट का ब्रेक दिया जाता है. लगातार तीन घंटे तक सर्च ऑपरेशन करने के बाद उन्हें डेढ़ घंटे का आराम और भोजन दिया जाता है. ये डॉग्स 1518 फीट गहराई तक गंध पहचानने में सक्षम हैं.

पिछले तीन दिनों से ये टीमें सक्रिय रूप से सर्च ऑपरेशन्स में लगी हुई हैं और कठिन पहाड़ी इलाकों में लापता लोगों को ढूंढने व बचाव कार्य में अहम योगदान दे रही हैं.

सह सम्पादक भारतीय न्यूज़ भारतीय न्यूज़, ताजा खबरें, इंडिया न्यूज़, हिंदी समाचार, आज की खबर, राजनीति, खेल, मनोरंजन, देश दुनिया की खबरें news letter हम भारतीय न्यूज़ के साथ स्टोरी लिखते हैं ताकि हर नई और सटीक जानकारी समय पर लोगों तक पहुँचे। हमारा उद्देश्य है कि पाठकों को सरल भाषा में ताज़ा, Associate Editor, Bharatiya News , विश्वसनीय और महत्वपूर्ण समाचार मिलें, जिससे वे जागरूक रहें और समाज में हो रहे बदलावों को समझ सकें। Bharatiya News पर पढ़ें भारत और दुनिया से जुड़ी ताज़ा खबरें, राजनीति, खेल, मनोरंजन, तकनीक और अन्य विषयों पर विश्वसनीय समाचार